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योगेश धाकरे चातक Lives in Alirajpur ============ · पूस की रात कहानी प्रेमचंद द्वारा आदर्शान्मुख यथार्थवाद के रास्ते को छोड़ कर यथार्थवादी रास्ते की घोषणा करती है। अभाव और वेदनाओं के अनछुये पहलुओं को भी छूआ है आज के परिवेष मै “चातक” का आकलन….क्या यें सत्ताओं को तमाचा नही है…समीक्षार्थ !! हल्कू आज भी जिन्दा है […]
रोशनाबाद कविता श्रृंखला….रामलौट हँसते हैं
Kavita Krishnapallavi ================== रोशनाबाद कविता श्रृंखला रामलौट रामलौट लगाते हैं चाय का ठेला सिडकुल, हरिद्वार में I सोलह की उम्र में सिवान जिला के बड़कागाँव से गये थे दिल्ली I अब चालीस का होने को आये I शादी हुई बीस की उमर में I पाँच साल बाद बीवी मरी डेंगू से तीन साल का बेटा […]
शबरी झूठन खाय के, राघव हुए निहाल…By-संजय नायक ‘शिल्प’
संजय नायक ‘शिल्प’ ============= शबरी झूठन खाय के, राघव हुए निहाल। राम लुटाए कुछ नही , शबरी मालामाल।। दुपहरी की नींद में सोई बूढ़ी शबरी अचानक कोलाहल से जाग उठती है। वो देखती है कि सारी चिड़ियाँ जोर जोर से चिर्र् पिरर्र कर रहीं है । इधर जोर जोर से गाय रंभा रही है और […]