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सीरिया स्पोर्ट्स क्लब पर गिराया रॉकेट-फुटबॉल प्रैक्टिस कर रहे बच्चे की मौत

नई दिल्ली: सीरिया पिछले लगभग एक महीनों से सीरिया क़ब्रिस्तान बन चुका है,घोता इदलिब बिल्कुल वीरान होचुके हैं,हज़ारों निर्दोष बमबारी का शिकार होचुके हैं, दमिश्क के बाहरी इलाके में विद्रोहियों की गोलाबारी में फुटबॉल का प्रशिक्षण ले रहे एक बच्चे की रविवार (25 मार्च) को मौत हो गयी और सात अन्य घायल हो गए।

सरकारी मीडिया ने बताया कि ये सभी राजधानी दमिश्क में फुटबॉल का अभ्यास कर रहे थे. सीरिया की समाचार एजेंसी ‘सना’ ने बताया कि राजधानी के माज़रा इलाके में एक स्पोर्ट्स क्लब पर यह रॉकेट गिरा था. माज़रा में ही रूसी दूतावास भी है. सीरियाई सेना की फुटबॉल टीम के अध्यक्ष मोहसीन अब्बास ने मारे गए बच्चे की पहचान 12 साल के समीर मोहम्मद मसौद के तौर पर बतायी है।

अब्बास ने बताया, ‘‘उन्होंने अल- फायहा स्पोर्ट्स केंद्र पर गोलाबारी की थी, जिसमें बच्चे की मौत हो गई और वहां अभ्यास कर रहे‘ यू-15 टीम’ के सात अन्य लोग जख्मी हो गए.’’ उन्होंने बताया कि मसौद एक बेहतरीन युवा खिलाड़ी था. ‘सना’ ने बताया कि घायल खिलाड़ियों का राजधानी के अस्पताल में उपचार चल रहा है।

इससे पहले बीते सीरिया के उत्तर-पश्चिमी प्रांत इदलिब में एक स्कूल के निकट हुए हवाई हमले में कम से कम 16 बच्चे मारे गए हैं. एक निगरानी संगठन ने यह जानकारी दी. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया, “16 बच्चों समेत 20 नागरिकों की मौत इदलिब प्रांत के कफ्र बातिख में हुए हवाई हमले में हुई है.’’ ब्रिटेन की इस निगरानी संस्था के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने बताया कि जिहादी समूह हयात तहरीर अल-शाम के चौकी के निकट यह हवाई हमला हुआ. इस जिहादी समूह में अलकायदा से संबद्ध एक पूर्व संगठन के पूर्व सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हैं.

स्कूल से घर लौट रहे थे बच्चे

अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ कि यह हवाई हमला सीरियाई सरकार या इसके रूसी सहयोगी द्वारा किया गया है. अब्देल रहमान ने बताया कि हवाई हमले का शिकार निकट के स्कूल से लौट रहे बच्चे हुए हैं. उन्होंने बताया कि हमले में मारे गए सबसे बड़े बच्चे की उम्र 11 साल है