Related Articles
तौहीद और शिर्क : उन्हें इस भूल में नहीं रहना चाहिए कि वे अपने कर्मों की सज़ा और प्रतिफल से बच जाएंगे : पार्ट-22
إِنَّ الْمُسْلِمِينَ وَالْمُسْلِمَاتِ وَالْمُؤْمِنِينَ وَالْمُؤْمِنَاتِ وَالْقَانِتِينَ وَالْقَانِتَاتِ وَالصَّادِقِينَ وَالصَّادِقَاتِ وَالصَّابِرِينَ وَالصَّابِرَاتِ وَالْخَاشِعِينَ وَالْخَاشِعَاتِ وَالْمُتَصَدِّقِينَ وَالْمُتَصَدِّقَاتِ وَالصَّائِمِينَ وَالصَّائِمَاتِ وَالْحَافِظِينَ فُرُوجَهُمْ وَالْحَافِظَاتِ وَالذَّاكِرِينَ اللَّهَ كَثِيرًا وَالذَّاكِرَاتِ أَعَدَّ اللَّهُ لَهُمْ مَغْفِرَةً وَأَجْرًا عَظِيمًا (35) निश्चित रूप से मुस्लिम पुरुष और मुस्लिम महिलाएं, ईमान वाले पुरुष और ईमान वाली महिलाएं, निष्ठापूर्वक आज्ञापालन करने वाले पुरुष और निष्ठापूर्वक आज्ञापालन करने […]
तौहीद और शिर्क : वही क़यामत के दिन अपने बंदों के बीच उन चीज़ों का फ़ैसला करेगा जिनके बारे में वे झगड़ रहे होंगे : पार्ट-6
ज़ोमर आयतें 46-50 قُلِ اللَّهُمَّ فَاطِرَ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ عَالِمَ الْغَيْبِ وَالشَّهَادَةِ أَنْتَ تَحْكُمُ بَيْنَ عِبَادِكَ فِي مَا كَانُوا فِيهِ يَخْتَلِفُونَ (46) इस आयत का अनुवाद हैः (ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ ख़ुदा (ऐ) सारे आसमान और ज़मीन पैदा करने वाले, ज़ाहिर व पोशीदा के जानने वाले तू ही अपने बंदों के दरमियान उन […]
मैंने पवित्र क़ुरान के बारे में और मुसलमानों के बारे में निम्नलिखित बातें सुनी थी…By…meghraj singh
वाया : UniQa Sahbaz Khan ==================== पवित्र क़ुरान का बहुत बड़ा रहस्यमय सच आया सामने जिसका हम कर रहे हैं पूरी दृढ़ता से ख़ुलासा —- जानिए क्या रहस्यमय सच है — पवित्र क़ुरान में धर्म के ख़िलाफ़ एक भी शब्द नहीं लिखा हुआ है और नाही किसी धार्मिक इंसान के ख़िलाफ़ कुछ लिखा हुआ है […]