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हमने एफ़आईआर करने की कोशिश की, सब डरते हैं, मैं बाजवा से पूछता हूं क्या मेजर जनरल फ़ैसल की जांच होने देंगे आप? इमरान ख़ान

पाकिस्तान की सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के उन आरोपों का खंडन किया है जिसमें उन्होंने अपने ऊपर होने वाले हमले का ज़िम्मेदार प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और गृह मंत्री राना सनाउल्लाह के साथ ही आईएसआई के काउंटर इंटैलीजेंस विभाग के प्रमुख मेजर जनरल फ़ैसल नसीर को ठहराया है।

शुक्रवार की रात एक बयान में पाकिस्तानी सेना के जन संपर्क विभाग ने कहा कि इमरान ख़ान की तरफ़ से संस्थान और अधिकारी पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद और नाक़ाबिले क़ुबूल हैं।

जनसंपर्क विभाग का कहना है कि सेना ने सरकार से मांग की है कि वह इस मामले की जांच कराए और सेना तथा उसके अफ़सर की मानहानि के मामले में क़ानूनी कार्यवाही करे।

वहीं इमरान ख़ान ने जो लांग मार्च में घायल होने के बाद लाहौर में इलाज करवा रहे हैं, शुक्रवार की रात एक वीडियो संदेश जारी करके कहा कि तीनों लोगों के इस्तीफ़ों तक प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने सेना प्रमुख क़मर जावेद बाजवा से मांग की है कि सेना में काली भेड़ों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करें।

गुरुवार की शाम पीटीआई के लांग मार्च का क़ाफ़ेला जब अपने रास्ते पर चल रहा था तो उस समय उस कंटेनर पर गोलियां चलाई गईं जिस पर इमरान ख़ान थे। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पीटीआई प्रमुख इमरान ख़ान सहित 14 लोग घायल हो गए।

पंजाब में पीटीआई की ही सरकार है। इस मामले की एफ़आईआर दर्ज होने में देरी होने के बाद इमरान ख़ान ने यह बयान दिया कि हमने एफ़आईआर रजिस्टर करने की कोशिश की, सब डरते हैं, मैं जनरल बाजवा से पूछता हूं क्या मेजर जनरल फ़ैसल की जांच होने देंगे आप? उन्होंने चीफ़ जस्टिस आफ़ पाकिस्तान से भी कहा कि इस मामले में इंसाफ़ को सुनिश्चित करें।

पाकिस्तान में हालिया कई महीनों से काफ़ी तनाव की स्थिति बनी हुई है और अब इमरान ख़ान पर हमले के बाद मसला काफ़ी जटिल हो गया है।