वॉशिंगटन: शीतयुद्ध के दौर से मित्र रहे पाकिस्तान और अमेरिका के बीच कई वर्षों के तनाव के बाद एक बार फिर से रिश्ते गर्मजोशी भरे हो गए हैं। अमेरिका तालिबान के साथ पाकिस्तानी सेना के संबंध को लेकर बहुत नाराज था। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो पाकिस्तान को दी जाने वाले सैन्य सहायता को ही रोक दिया था लेकिन अब हालात एक बार फिर से पलट गए हैं। अमेरिका ने भारत के विरोध के बाद भी पाकिस्तानी एफ-16 फाइटर जेट के लिए करोड़ों डॉलर का पैकेज दिया है। यही नहीं अब पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा अमेरिका के एक सप्ताह के अहम दौरे पर पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि यह बाजवा का आखिरी विदेश दौरा है। वह नवंबर में रिटायर होने जा रहे हैं। भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे चीन एक बड़ी वजह है।
W. S. Khan
@WajSKhan
Sep 29
Pakistan’s Army Chief General Bajwa is set to meet top Pentagon, National Security Council & State Department officials in Washington.
He’s going to be here for almost a week.
You don’t come to Washington for a week for goodbyes.
You come to Washington for a week for business.
W. S. Khan
Pakistan’s COAS General Bajwa is arriving in Washington. Grounds prepared for high level meetings since 2021. Political chaos in Pakistan, unrest in Afghanistan led to delays. US military assistance has already resumed. Is this the ‘extension trip’ or the farewell tour?
पूरा मामला
पाकिस्तान में तैनात रह चुके इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व अधिकारी अविनाश मोहानानेय का मानना है कि इससे पीछे पेगासस का खुलासा एक बड़ी वजह है। उनका कहना है कि पाकिस्तान में ऑडियो लीक होने के बाद राजनीति में ध्रुवीकरण और ज्यादा बढ़ गया है। वह भी तब जब पाकिस्तान में इस बात को लेकर सियासत तेज हो गई है कि बाजवा के बाद कौन पाकिस्तानी सेना का प्रमुख बनेगा। बाजवा 29 नवंबर को रिटायर होने जा रहे हैं और अगले आर्मी चीफ का चुनाव इमरान खान और शरीफ भाइयों के भविष्य के लिए करो या मरो की जंग बन चुका है।
.@PentagonPresSec: @SecDef Austin is hosting Pakistan Chief of Army Staff General Qamar Javed Bajwa for a scheduled meeting here in the Pentagon today. pic.twitter.com/lRLoeV2uq8
— Department of Defense 🇺🇸 (@DeptofDefense) October 4, 2022