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#भस्मीभूतस्य_देहस्य_पुनरागमनं_कुतः…मुझे आज तक समझ नहीं आया कि कौन किसमें प्राण डालता है???
मनस्वी अपर्णा ========= #भस्मीभूतस्य_देहस्य_पुनरागमनं_कुतः_ हमारे आस पास रोज़ ऐसी कई घटनाएं घटती हैं जो हमारी किसी न किसी भावना को elicite करती है लेकिन सबको समान रूप से नहीं ….जो basic फ़र्क होता है वह होता है भावनात्मक तल का वह कितना सक्रिय है यह इस बात को तय करेगा कि आपकी प्रतिक्रिया कैसी आएगी….एक […]
क़िताब : धुँधलके शामों के, शायरा – नलिनी विभा ‘नाज़ली’ : ज़िंदगी कितनी हसीन है इसका अहसास होता है….
Nalini Vibha Nazli Lives in Hamirpur, Himachal Pradesh =========== मोहतरम कर्नल Vivek P Singh साहिब मुख़्तलिफ़ ज़बानों और अस्नाफ़ में माहिर और एक मुमताज़ तब्सिरः निगार हैं ।ऐसी अज़ीमतरीन शख़्सियत का मेरे अदना – से शे’री मज्मूए पर लिखना मेरे लिए बाइस-ए-फ़ख़्र है, जिसके लिए मैं तहे-दिल से ममनून हूँ ।आप तमाम मुअज़्ज़िज़ ख़वातीनो – […]
झूठ, छद्म और कुटिलता से अर्जित पद और प्रतिष्ठा सब कुछ अंततः यही छूट जाएगा : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़ें!
Laxmi Sinha ================= झूठ, छद्म और कुटिलता से अर्जित पद और प्रतिष्ठा सब कुछ अंततः यही छूट जाएगा। छल_छद्म से बड़ा पद, प्रतिष्ठा और यश भले ही मिल जाए लेकिन यह सब स्थायी नहीं रहती। वास्तव में खुद के अवगुणों को कुछ समय तक छिपाने का अभियान कर स्वयं को गहन अंधकार में रखी जा […]