ब्रिटेन में नागरिक व जनकल्याण संस्थाओं की जाँच के नतीजे से पता चलता है कि इस देश में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों में अश्वेत समाज के लोग यहाँ तक कि मेडिकल क्षेत्र में भी इसी समाज के लोग सबसे ज़्यादा चपेट में आए हैं।
मेडिकल क्षेत्र में कोविड-19 से मरने वाले कर्मचारियों में 72 फ़ीसद अश्वेत वर्ग के लोग हैं। चूंकि यह सामान्य हालत में मौत नहीं है, इसलिए इस मामले की जाँच होनी चाहिए। ब्रिटिश सांख्यिकी केन्द्र की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि इस देश में कोविड-19 से श्वेत वर्ण की तुलना में अश्वेत वर्ण के मरने वालों की तादाद 4 गुना ज़्यादा है। इस बारे में ब्रिटिश मीडिया के दूसरों को ज़िम्मेदार ठहराने वाले रवैये की ब्रिटिश नागरिक आलोचना कर रहे हैं।