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तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है?
Razi Chishti =============== तसवूफ़ क्या है? तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है. तसवूफ़ का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग़ में मज़ारों के रसुमात आने लगते हैं. जो लोग तसवूफ़ के खेलाफ़ हैं दर हक़ीक़त उनका भी कोई क़सूर नहीं हैं. आज मज़ारों के अक़ीदतमन्द लोग जो बातिनी रमूज़ ओ असरार से नाआशना […]
तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है? : Part-4
Razi Chishti ====================== · (4) नबी करीम saw फ़रमाते हैं कि अगर कोई शख़्स यह गवाही देता है कि अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक़ नहीं है और मुहम्मद saw अल्लाह के रसूल हैं, और नमाज़, रोज़ा, हज व ज़कात के अरकान पर पाबंदी से अमल पैरा है तो वह इस्लाम पर है और […]
तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है? : Part-7
Razi Chishti ================= · (7) अगर कुरान की आयात के ज़ाहिरी मआनी सब कुछ हैं तो अल्लाह swt बार बार क्यों फ़रमा रहा है कुरान में ग़ौर करो और जो ग़ौर नहीं करता उसके लिए फ़रमा रहा है कि तुम ग़ौर क्यों नहीं करते क्या तुम्हारे अक्लों पर ताले पड़े हुए हैं(47:24) और जो […]