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तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है? : Part-2
Razi Chishti ========== · (2) कुछ लोगों का यह कहना है कि इस्लाम में तसवूफ़ के लिए कोई जगह नहीं है. उनका कहना बिलकुल सही है. तसवूफ़ इस्लाम के मक़ाम की चीज़ ही नहीं है. यहाँ तक कि आयत 49:14 मज़कूर से वाज़ह है कि इस्लाम और ईमान यह दोनों अलग हैं. हदीस जिबराईल जिसका […]
नबी ﷺ के गार-ऐ- हिरा से प्रेरित ज़मीन के नीचे बनाई गई मस्जिद को मिला दुनिया का सबसे बड़ा अवार्ड-देखिए
नई दिल्ली: तुर्की दुनिया मे अपनी शानदार कारीगिरी और फनकारी के लिये मशहूर है,इसी लिये दुनिया के खूबसूरत शहरों में तुर्की के कई शहरों का नाम आता है,तुर्की और स्पेन के आर्कटेक्चर को दुनियाभर में पसन्द किया है। तुर्की में अपनी इस कलाकारी का प्रदर्शन करते हुए एक असाधारण रूप से एक मस्जिद का निर्माण […]
तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है? : Part-6
Razi Chishti ================== · (6) नबी करीम saw फ़रमाते हैं कि “जिसने पहचाना अपनी ज़ात(नफ़्स) को उसने पहचाना अपने रब को” हज़रत अबू बक़र ra ने फ़रमाया है कि “पाक है वो ज़ात जिसने अपनी पचान का ज़रिया इंसान के सिवा कुछ बनाया ही नहीं”. इसी पहचान की बिनाअ पर नेजाते ख़ास मिलेगी. अल्लाह […]