सेक्स से जुड़ी अच्छी आदतें
सेक्स बेहद कन्फ़्यूज़िंग मैटर हो सकता है, ख़ासकर शुरुआती दिनों में. अगर आप चाहती हैं कि आप उन लोगों में न हों, जो सेक्स को लेकर कन्फ़्यूज़ रहते हैं तो इन पांच आदतों को अपना लें. इससे आपकी सेक्स लाइफ़ न केवल ख़ुशहाल, बल्कि सेहतमंद भी हो जाएगी.
पहली आदत: फ़ेक ऑर्गैज़्म से दूरी बना लें
हम जानते हैं कि पार्टनर को यह बताने के लिए कि आप कितनी संतुष्ट हैं, एक दो बार ज़ोरदार आवाज़ निकालना कितना आसान है. इससे आप भले ही संतुष्ट हों या न हों, पार्टनर को यह तसल्ली हो जाती है कि उसने बिस्तर पर अच्छा परफ़ॉर्म किया है. पर यह लंबे समय के रिश्ते के लिहाज़ से बिल्कुल ही ग़लत बात है. पहली बात आप तो असंतुष्ट रहेंगी ही और पार्टनर को पता भी नहीं चलेगा. अगर उसे पता चले तो वह हो सकता है कि वह ख़ुद को बेहतर करने की कोशिश करें. इसलिए पहली आदत यह है कि बिस्तर पर ऑर्गैज़्म का दिखावा भूलकर भी न करें.
दूसरी आदत: कॉन्डम नहीं, तो सेक्स नहीं
जब तक कि आप प्रेग्नेंट नहीं होना चाहतीं और आप दोनों इसके लिए मानसिक रूप से तैयार न हों, सेक्स संबंध बनाने से पहले कॉन्डम का इस्तेमाल करना न भूलें. वहीं अगर आप कैज़ुअल सेक्स कर रही हों तो कॉन्डम और भी ज़रूरी हो जाता है. इससे प्रेग्नेंसी के साथ-साथ एसटीडी के डर से भी छुटकारा मिलता है.
तीसरी आदत: खुलकर बातचीत करें
सेक्स के अच्छा या बुरा होने का बहुत बड़ा श्रेय दोनों पार्टनर्स के आपसी विश्वास को जाता है. और विश्वास पैदा होता है, सकारात्मक और खुलकर की जानेवाली बातचीत से. तो बहुत सारे विषयों के साथ-साथ पार्टनर के साथ सेक्स से जुड़े विषय पर भी खुलकर लंबी और ईमानदार बातचीत करें.
चौथी आदत: अपने लुक्स के बारे में बहुत ज़्यादा न सोचें
ख़राब सेक्स अनुभव का एक प्रमुख कारण है, उस दौरान अपने फ़िज़िकल अपीयरेंस के बारे में बहुत ज़्यादा सोचना. देखिए ऐसा करने से न तो आप सेक्स का भरपूर लुत्फ़ उठा पाएंगी और न ही पार्टनर अंतरंग पलों के खुमार में डूब पाएगा. तो अगर आप सेक्स के दौरान यह सोचती हैं कि वैक्सिंग कर लेनी चाहिए थी या कम से कम बिकिनी वैक्सिंग, तो इस सोच पर लगाम लगाएं. उस दौरान सिर्फ़ उन पलों को जिएं. वैक्सिंग या वज़न के बारे में सोचना ही है तो बाद में सोचें.
पांचवीं आदत: जब ना कहना हो, तो ना कहना सीखें
आपको यह पता ही होगा कि शादीशुदा रिश्ते में भी पार्टनर की सहमति के बिना सेक्शुअल संबंध नहीं बनाए जा सकते हैं. अगर आपको सेक्स के लिए मना करना है तो आप कर सकती हैं, पार्टनर आपके साथ ज़बर्दस्ती नहीं कर सकता. आमतौर पर आज के पुरुष महिलाओं की भावनाएं समझते हैं. पर यदि उसे आपकी भावनाओं की क़दर नहीं है तो आप अपने रिश्ते का रिव्यू करें. पर इसके लिए सबसे पहले जब सेक्स करने का मन न हो तो आपको सीधे सीधे मना करना होगा.

कोई अचानक आपके कमरे में आ जाए
सेक्स के दौरान के शर्मिंदा कर देने वाली घटनाओं के बारे में आपने काफ़ी कुछ पढ़ा होगा. यहां हम जिन पांच स्थितियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, आप कभी नहीं चाहेंगे कि सेक्स के दौरान आपको कभी उनका सामना करना पड़ जाए. कारण साफ़ है, इन स्थितियों के दौरान जो शर्मिंदगी पैदा होती है, उससे छुटकारा पाना बिल्कुल भी आसान नहीं होता है. तो आइए पांच सबसे बुरी स्थितियों पर नज़र डालते हैं.
कोई अचानक आपके कमरे में आ जाए
शर्मिंदगी से भर देनेवाली स्थितियों में यह सबसे कॉमन है. वैसे तो कपल्स सेक्स के दौरान एकांत का पूरा ख़्याल रखने की कोशिश करते हैं, पर कभी-कभी एक्स्ट्रा जोश या किसी अन्य कारण के चलते इस मामले में चूक हो जाती है. फिर वह होता है, जिसकी कल्पना आप कभी नहीं करना चाहेंगे. आप दोनों को उस अवस्था में कोई देख लेता है. इससे बड़ी शर्मिंदगी की बात भला और क्या होगी. ऐसी स्थिति में सबसे बेहतर तरीक़ा है, जो हो गया उसे भुलाने की कोशिश करना. मामले को राई का पहाड़ बनाने की कोशिश न करें. यह किसी के साथ भी हो सकता है. बस ज़रूरत है इस बात को भुलाकर गरिमा के साथ आगे बढ़ने का.
अचानक आपका पेट् बिस्तर पर आ जाए
पेट्स, वो चाहे बिल्लियां हों या कुत्ते उनमें अपने मालिक के आसपास बने रहने और उनका प्यार पाने की प्रबल इच्छा होती है. वैसे तो जिनके पेट्स होते हैं, वे उन्हें कमरे से बाहर निकालकर ही इस तरह की गतिविधि में इन्वॉल्व होते हैं, पर कभी-कभी ग़लती से ध्यान ही नहीं रहता कि कमरे में आप दोनों के अलावा कोई और भी मौजूद है. यक़ीन मानिए सेक्स के दौरान पेट्स के बिस्तर पर आ जाने से न केवल आपका मूड ख़राब हो जाएगा, बल्कि आपको ऐसी स्थिति में देखकर पेट्स भी असमंजस में पड़ जाएंगे.
आप दोनों में से कोई चोटिल हो जाए
सेक्स के दौरान एन्जॉयमेंट के साथ-साथ कभी-कभी चोट की सौगात भी मिल जाती है. अक्सर नए-नए प्रयोग करनेवाले या वॉयलेंट सेक्स करने वाले कपल्स चोटिल हो बैठते हैं. इसलिए बेहतर तो यही होगा कि आप दोनों भले चाहे कितने ही उत्तेजित क्यों न हों, अपनी सुरक्षा का ख़ास ध्यान रखें. सेक्स और स्टंट में बहुत फ़र्क़ होता है इस छोटी-सी बात को कभी न भूलें.
आप पर्याप्त रूप से उत्तेजित नहीं हो पाते
ऐसी स्थिति का सामना महिला और पुरुष दोनों को ही करना पड़ सकता है. कभी ऐसा हो सकता है कि आपका पार्टनर बहुत मूड में हो, पर आप हिमालय की तरह ठंडे पड़े हुए हों. या इसका उल्टा भी हो सकता है. आप सहारा के मरुस्थल की तरह गरम हुए पड़े हों, पार्टनर की शरीर किसी दूसरी दुनिया में विचरण कर रहा हो. कहने का मतलब है, एक पार्टनर के मूड में होते, जब दूसरे का शरीर पूरी तरह से साथ नहीं देता, तब शर्मिंदगी-सी होने लगती है.
अचानक आपके पैरों में क्रैम्प्स आ जाएं
आप दोनों पूरी गर्मजोशी के साथ आगे बढ़ रहे हों, पर अचानकर से आपको अपने पैरों में तक़लीफ़ महसूस होने लगे. पैरों की नसें अकड़ जाएं. शुरू में आप भले ही इग्नोर करने की कोशिश करें, पर यह इतना अनकंफ़र्टेबल कर देने वाला अनुभव होता है कि आपका ध्यान पूरी तरह से भंग हो जाता है. कुछ समय बात जब पैर ठीक होता है, तक तक मन से सेक्स का खुमार कहीं दूर चला जाता है.
आप सेक्सी नज़र नहीं आ सकतीं