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कैथल, यदि केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों को 25 नवंबर तक पूरा करने का क़दम नहीं उठाया तो लाखों किसान-मजदूर 26 नवंबर को राजभवन पर प्रदर्शन करेंगे : रवि जैस्ट की रिपोर्ट

कैथल, यदि केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों को 25 नवंबर तक पूरा करने का क़दम नहीं उठाया तो लाखों किसान-मजदूर 26 नवंबर को राजभवन पर प्रदर्शन करेंगे : रवि जैस्ट की रिपोर्ट

Ravi Press
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कैथल

( रवि प्रेस )
यदि केंद्र सरकार ने किसानों की गत वर्ष 6 दिसंबर 20 21 को मानी गई मांगों को 25 नवंबर 2022 तक पूरा करने का ठोस कदम नहीं उठाया तो प्रदेश भर से लाखों किसान व मजदूर 26 नवंबर 2022 को राजभवन चंडीगढ़ पर रोष प्रदर्शन करेंगे तथा किसानों की केंद्र स्तरीय, राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय मांगो का संयुक्त ज्ञापन हरियाणा के महामहिम राज्यपाल को चंडीगढ़ में सौंपेंगे ।

जिसकी तैयारी के लिए जिला कैथल सयुंकत किसान मोर्चा की कार्यकारिणी की बैठक 21 नवंबर 2022 को प्रातः 10:00 लघु सचिवालय कैथल में बुलाई गई है ताकि जिला भर के गांवों से चंडीगढ़ कूच में ज्यादा से ज्यादा संख्या पहुंच सके और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का बिगुल बजाया जा सके ।

यह चेतावनी किसान मोर्चा के जिला प्रधान भरत सिंह बेनीवाल बी के यू रतन मान के प्रदेश वित्त सचिव सतपाल दिल्लोवाली व जिला प्रधान गुरनाम सिंह सहारण ने केंद्र व राज्य सरकार को तल्ख लहजे में विजय दिवस के अवसर पर जिलेभर से आए किसान संगठनों को संबोधित करते हुए दी । विजय दिवस को केंद्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर लघु सचिवालय कैथल में मनाया गया जिसकी अध्यक्षता सतपाल सिंह मोठसरा गांव कुलतारण ने की । उक्त नेताओं ने बताया कि 19 नवंबर 2021 को संयुक्त मोर्चा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले कानून वापस लेने वह किसानों से माफी मांगने के लिए मजबूर किया था । जिस सफलता पर आज 19 नवंबर को फतेह दिवस के रूप में मनाया गया सर्वप्रथम आंदोलन में शहादत देने वाले करीब 750 किसानों को याद किया गया उनको किसान ता जिंदगी सिर झुकाएंगे । उसके बाद रहबरे आजम सर छोटूराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तथा विजय दिवस की खुशी में लड्डू बांट कर लोगों का मुंह मीठा करवाया गया ।

विजय दिवस पर किसानों को संबोधित करते हुए सुरजीत सिंह बेनीवाल, महेंद्र सिंह बरोट, अशोक शर्मा, महेन्दर सिंह रामगढ़ ने बताया कि जब तक केंद्र की भाजपा सरकार एम एस पी की लिखित में गारण्टी नहीं देती, किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए केसों को रद्द नहीं किया जाता, बिजली बिल संशोधन अधिनियम वापस नहीं लिया जाता, लखीमपुर खीरी हत्याकांड के दोषियों केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से हटा कर उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता आंदोलनकारियों पर संपत्ति क्षतिपूर्ति केस का कानून नहीं हटाया जाता, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के भ्रष्टाचार को खत्म नहीं किया जाता तथा सरकारी दुकानों पर किसानों के लिए बीज खाद व दवाइयों का उचित प्रबंध नहीं किया जाता तब तक भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।

विजय दिवस को रामफल भानपुरा, डॉ अश्विनी हतवाल,राधा कृष्ण शर्मा, सुरेंद्र उपप्रधान बी।के।यू चौसाला, बनी सिंह राणा,जोरा सिंह चौसाला, कपिल गढ़ी, प्रदीप गिल,मास्टर राम कला बालू बलवंत जाटान, सुखपाल मलिक खुराना व अबे राम कसान तथा ओमप्रकाश व कपूर सिंह देवीगढ़ ने भी संबोधित किया ।