नई दिल्ली: नाबालिग से रेप केस में जम्मू कश्मीर कोर्ट में चार्जशीट पेश करने से रोकने की कोशिश के आरोप में पुलिस ने वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने ये बातें मंगलवार को बताई।
Asifa, an 8 year old Muslim girl who was tortured, raped and killed inside a temple by Hindu men – Hindutva groups protect theses barbaric criminals because they are Hindus. There is no national outrage. India has become a land of bigots and hypocrites. https://t.co/gmnjsJQ1Vr
— Ashok Swain (@ashoswai) April 10, 2018
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद्य ने आईएएनएस से फोन पर बताया- “यह एफआईआर कुछ वकीलों के खिलाफ दर्ज की गई है जो कठुआ के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत में क्राइम ब्रांच की तरफ से चार्जशीट पेश करने में बाधा खड़ी करने की कोशिशें कर रहे थे। इस घटना में जो भी शामिल थे उनके खिलाफ कानून के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। ”
#Asifa Rape and murder. FIR registered against lawyers who tried to prevent CB from filing charge sheet in #Kathua https://t.co/4UaprYBGD8
— Shujaat Bukhari (@bukharishujaat) April 10, 2018
वकीलों के प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की दखल के बाद आखिरकार सात अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी गई है। गौरतलब है कि जनवरी में कठुआ के हीरानगर तहसील के रसाना गांव में एक आठ साल की बच्ची का अपहरण कर उसके साथ रेप और उसके बाद हत्या की गई थी।
Meanwhile, the Bar associations of #Poonch, #Rajouri have welcomed FIR against the #Kathua lawyers and have also dissociated themselves from #Jammu bandh call. #JusticeforAsifa https://t.co/HEtx4EVBFG
— Zulqarnain Ibn Usuf | ذوالقرنین ابن یوسف (@mzzulfi) April 10, 2018
चार्जशीट फाइल करने के खिलाफ वकीलों की तरफ से बाधा खड़ी करने की कोशिशों की आलोचना करनेवाले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एफआईआर दर्ज करने का स्वागत किया है।