M.M. Dhera(Advocate)
@AdvocateDhera
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खतरे में है। मणिपुर का मामला गले में हड्डी की तरह बुरा फंसा है।
लिहाज़ा, प्रधानमंत्री की कैबिनेट मंत्रियों की ओर से घेराबंदी हो चुकी है। फेक न्यूज ब्रिगेड भी पैर नहीं जमा पा रहा है। संसद के 17 में से 2 दिन आज बर्बाद हो गए।
विपक्ष के सांसदों ने राज्यसभा में नियम 267 का नोटिस दिया है। इसे यूं समझें कि ऊपरी सदन को सारे कामकाज छोड़कर सिर्फ मणिपुर पर चर्चा करनी होगी।
सत्ता 176 के तहत ढाई घंटे से ज्यादा चर्चा को राज़ी नहीं। बीजेपी की सरकार हमेशा चर्चा से बचती है। 2016 में आखिरी बार नोटबंदी पर चर्चा हुई थी।
24 जुलाई से फिर हंगामे के पूरे आसार हैं।
असल में, मणिपुर के सीएम ने यह कहकर मोदी की लंका में आग लगा दी है कि ऐसी सैकड़ों घटनाओं की एफआईआर दर्ज हैं।
साफ है कि मोदी चुनावी रैलियों में जिस डबल इंजन सरकार के गुण गाते थे, उसी में भयानक कत्लेआम हुआ है।
मई में ही मैंने लिखा था कि बीजेपी ने मणिपुर को गुजरात बनाने की ठान ली है। भीषण नरसंहार होगा। आगे कत्लेआम और गैंगरेप की और भी छिपाई गईं घटनाएं सामने आएंगी।
अब किस मुंह से वोट मांगेंगे मोदीजी?
लोग पूछ रहे हैं कि अब अगला राज्य कौन सा बेचेंगे मोदीजी? एमपी? या राजस्थान? या फिर छत्तीसगढ़?
महाराष्ट्र बिक चुका। चोर, घोटालेबाजों की सरकार मोदीजी ने 24 घंटे में बनवा दी। फडनवीस ने अदानी को धारावी बस्ती बेचकर बर्थडे गिफ्ट दिया।
सब हुआ, लेकिन मणिपुर में जो हुआ, उस पर पीएम की लंबी खामोशी और मणिपुर सरकार को बर्खास्त न करने की गलती लोगों को साल रही है।
मोदीजी चाहकर भी ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि यह सियासी तूफान उन्हें भी ले डूबेगा। मणिपुर को लेकर कॉरपोरेट मित्रों के साथ बड़ी डील हुई है। 2024 के चुनाव का पैसा भी लाना है।
इधर, बृजभूषण शरण सिंह की जमानत और उधर बलात्कारी गुरमीत राम रहीम को बर्थडे मनाने के लिए परोल भी उल्टा फंसा है।
हिमाचल में जब पहाड़ टूटते हैं तो पहले ऊपर कुछ धूल सी दिखती है। इस टूट चुके देश में सियासत अभी धूल उड़ा रही है।
गड़गड़ाने की आवाज़ आ रही है। इसे सुनने के लिए कान चाहिए, जो सत्ता के अहंकार में बंद हैं।
लगातार बिगड़ते हालात के बीच हड़बड़ाकर पीएम मोदी न जाने क्या कदम उठाएं।
चिंता लाज़िमी है।
मणिपुर: हुनूद आतंकवादियों ने कुकी आदिवासी (ईसाइयों) के गाँव पर धावा बोल "कुकियों (ईसाइयों) मणिपुर छोड़कर चले जायो" जैसे नारेबाज़ी की, ईसाइयों के इबादगाह (चर्च) को आग के हवाले किया, कुकी (ईसाइयों) की माँ बेटी को नँगा कर घुमाया गैंगरेप किया फिर हत्त्या कर दीpic.twitter.com/ODoYqNDykT
— Ali Sohrab (@007AliSohrab) July 21, 2023
Dr Nimo Yadav
@niiravmodi
This is Smita Prakash, Director ANI.
ANI is called Alleged mouthpiece of BJP.
Manipur issue was hot topic in India yesterday, BJP govt was at back foot due to this.
Smita’s ANI didn’t like it, ANI spread a fake news with culprit name as Muslim to give a new narrative to it.
BJP It cell picked it up and now it is all over the country that muslim paraded two girls naked.
And now there is unrest in country due to Smita’s ANI. ANI is worse than Radio Rwanda.
The mob ‘Justice’ that this couple from Dwarka Delhi got is nothing compared to what they did to their 10 year old domestic help. She was regularly thrashed and burnt with an iron box. The lady here is an Indigo pilot if you please! Sanskaari Upper class. pic.twitter.com/QZczHHpcIo
— Sangita (@Sanginamby) July 21, 2023
'मणिपुर के मुख्यमंत्री NCW के पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं, वह इस्तीफा क्यों देंगे?'
◆ मणिपुर की स्थिति पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा#Manipur | #Manipur_Violence | @Pawankhera pic.twitter.com/QXHdIK7d2r
— News24 (@news24tvchannel) July 21, 2023