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Bharat Jodo Yatra : सोनिया गांधी 6 अक्टूबर को कर्नाटक में यात्रा से जुड़ेंगी, जानिए क्यों थी दूर?

बता दें कि इस यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर को कन्याकुमारी से हुई थी. उस समय सोनिया गांधी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं हो पायी थी. सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गयी थी. उनकी गैर-मौजूदगी में राहुल गांधी ने भारत के दक्षिणी सिरे से मार्च को हरी झंडी दिखायी थी

Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा चल रही है. राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से इसकी शुरुआत की थी और अभी यह यात्रा कर्नाटक पहुंची है. सूत्रों से मिली ताजा जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 6 अक्टूबर को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी. और इसके एक दिन बाद यानि की 7 अक्टूबर को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी इस पैदल मार्च में शामिल होंगी. बता दें कि यह कांग्रेस पार्टी का सबसे लंबा पैदल मार्च है

7 सितंबर से हुई थी यात्रा की शुरुआत

बता दें कि इस यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर को कन्याकुमारी से हुई थी. उस समय सोनिया गांधी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं हो पायी थी. सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गयी थी. उनकी गैर-मौजूदगी में राहुल गांधी ने भारत के दक्षिणी सिरे से मार्च को हरी झंडी दिखायी थी. हालांकि कांग्रेस के एक नेता ने संकेत दिया है कि सोनिया गांधी की उपस्थिति इस बार संक्षिप्त होगी, क्योंकि वह कुछ दिन पहले ही अपना मेडिकल चेकअप कराकर आई हैं

सोनिया गांधी ने उदयपुर चिंतन शिविर में दिखाई थी दिलचस्पी

बता दें कि सोनिया गांधी ने उदयपुर चिंतन शिविर में अपने संबोधन में यात्रा में शामिल होने के लिए गहरी दिलचस्पी दिखाई थी और चुटकी भी ली थी कि भारत जोड़ो यात्रा में उनके जैसे वरिष्ठ लोगों के लिए जगह होनी चाहिए. जहां राहुल गांधी ने रविवार को कर्नाटक में एक रैली को संबोधित किया, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष ने किसी भी रैली को संबोधित नहीं किया. सोनिया गांधी पिछले महीने अपने जांच के बाद विदेश से लौटीं है. वापस आने के तुरंत बाद, उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू यादव से मुलाकात की

आने के बाद पैक रहा शेड्यूल

अपने पैक्ड शेड्यूल में ज्यादातर राजनीतिक नेताओं के साथ बैठक और राजस्थान संकट को दूर करना शामिल था. पार्टी के सांसद शशि थरूर ने पार्टी अध्यक्ष के लिए कांग्रेस के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से कुछ दिन पहले उनसे मुलाकात की. गहलोत के प्रति वफादार विधायकों के संकट के बीच उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से भी मुलाकात की, जो 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे