#Biparjoy_Cyclone : गुजरात के तटों की तरफ़ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद ख़तरनाक़ रूप ले चुका है : रिपोर्ट
newseditorComments Off on #Biparjoy_Cyclone : गुजरात के तटों की तरफ़ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद ख़तरनाक़ रूप ले चुका है : रिपोर्ट
गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है।
गुजरात में बिपरजॉय के टकराने से पहले ही स्थिती खराब हो गई है। यहां भारी बारिश हो रही है। इससे बाढ़ आने का खतरा बढ़ गया है। वहीं, तेज हवाएं भी चल रही है। मौसम विभाग लगातार तूफान की चेतावनी दे रहा है।
वहीं, गांधीनगर के राहत कमिश्नर आलोक पांडेय ने बताया कि बिपरजॉय की गति थोड़ी घटी है, लेकिन 110 से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। उन्होंने कहा कि इतनी रफ्तार से हवाएं चलना बहुत खतरनाक है।
चक्रवात बिपरजॉय गुजरात तट से 200 किलोमीटर से भी कम दूरी पर रह गया है। बताया जा रहा है शाम तक ये टकरा जाएगा। साथ ही भारी बारिश और तूफान के बढ़ने की आशंका के कारण संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले 74,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
प्रशासन ने कच्छ जिले में समुद्र के किनारे से सटे 10 किमी तक करीब 120 गांवों से लोगों को स्थानांतरित कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बिपरजॉय के जखाऊ बंदरगाह के पास बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में टकराने की उम्मीद है, जिसमें अधिकतम हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
विंग कमांडर एन मनीष ने कहा कि लोगों में चक्रवात को लेकर डर है। इसलिए जनता को होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए सभी सशस्त्र बल जो सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तट रक्षकों ने खुद को तैयार किया है। वह स्थानीय लोगों की हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने पूरे गुजरात के साथ-साथ मांडवी और द्वारका के स्थानों पर 27 से अधिक राहत स्तंभों को तैनात किया है। सेना के अधिकारियों ने भी नागरिक प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से राहत अभियान शुरू किया है।
गुजरात के जूनागढ़ जिले में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। तटों के किनारे स्थिति घरों में समुद्र का पानी घुस गया है। स्थानीय लोगों और मछुआरों के अलर्ट जारी किया गया है।\
गेटवे ऑफ इंडिया पर समुद्र में लगातार लहरें उठ रही है। आज चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात में दस्तक देने की आशंका है। मुंबई में सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर हाई टाइड का अनुमान है।
#WATCH | Maharashtra: Rough seas at Gateway of India as #CycloneBiparjoy is excepted to make landfall in Gujarat. High tide is expected in Mumbai at 10.29 am. pic.twitter.com/94JLND5Awr
— ANI (@ANI) June 15, 2023
गुजरात के जूनागढ़ जिले में ज्वार की लहरों के कारण समुद्र का पानी तट पर स्थित घरों में घुस रहा है।
#WATCH | Sea water enters houses located at the coast as tidal waves lash Mangrol in Junagarh district of Gujarat pic.twitter.com/AvV2XMpLXy
— ANI (@ANI) June 15, 2023
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ रहा है। यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे रफ्तार से चल रही है। उन्होंने कहा कि यह शाम तक तट पर पहुंचेगा। यह अति गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसकी वजह से पेड, छोटे मकान, मिट्टी के घर, टिन के घरों को नुकसान हो सकता है।
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि तटीय इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया बुधवार सुबह तक पूरी कर ली गई। 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया। अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को निकाला गया। इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
पाकिस्तान में भी लगातार चक्रवात बिपरजॉय का डर बना हुआ। मौसम विभाग के अनुसार आज सिंध के केटी बंदर से चक्रवात बिपरजॉय टकराएगा
गुजरात के द्वारका में बिपरजॉय का डर साफ देखा जा सकता है। चक्रवात की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है। इसके अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपरजॉय पर समीक्षा बैठक की।
गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से मांडवी के समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। वहीं, अमृतसर के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश हुई।
अहमदाबाद सीमा सुरक्षा बल के आईजी रवि गांधी ने बताया कि BSF अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात हैं और जो चक्रवात बिपरजॉय आने वाला है उसका असर सीमवर्ती इलाकों में है। उन्होंने कहा कि सभी जवान अलर्ट हैं और जरूरी तैयारियां की गई हैं। इस विपदा से निपटने के लिए जो भी प्रयास कर सकते हैं वो कर रहे हैं।
राजस्थान के उदयपुर एडीएम ओपी बुनकर ने कहा कि आज मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टर, एसपी के साथ चक्रवात बिपरजॉय को लेकर एक समीक्षा बैठक की। उदयपुर वासियों से 16 और 17 जून को विशेष सर्तकता बरतने की अपील की गई है।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि पिछले 5 दिनों से राज्य व जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शरण स्थलों में शिफ्ट किया है। उनके खाने, पीने, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। NDRF, SDRF, आर्मी की टीमें तैनात की गई है।
जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने चक्रवात बिपरजॉय के खतरे से बचने के लिए अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं।
बिपरजॉय से निपटने के लिए सुरक्षाबल तैयार
गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। किसी भी हालात से निपटने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कई टीमें तैनात की गई हैं। सेना भी तैयार है। विंग कमांडर एन मनीष का कहना है कि गुजरात के साथ-साथ कई जगहों पर राहत स्तंभों को तैनात किया गया है।
विंग कमांडर ने कहा कि लोगों में चक्रवात को लेकर डर है। इसलिए जनता को होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए सभी सशस्त्र बल जो सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तट रक्षकों ने खुद को तैयार किया है। वह स्थानीय लोगों की हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने पूरे गुजरात के साथ-साथ मांडवी और द्वारका के स्थानों पर 27 से अधिक राहत स्तंभों को तैनात किया है। सेना के अधिकारियों ने भी नागरिक प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से राहत अभियान शुरू किया है।
बेहद खतरनाक चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात के तटीय शहरों के पास पहुंचने पर भारतीय सशस्त्र बलों ने लोगों को सुरक्षित बचाने का जिम्मा ले लिया है। इसी क्रम में, भारतीय नौसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत ईंट से लैस चार जहाजों को तैनात किया, जो सूचना मिलते ही सुरक्षा में जुड़ जाएंगे। इसके अलावा सेना ने पोरबंदर और ओखा में पांच राहत दल, वलसुरा में 15 राहत दल तैनात किए गए। ये अधिकारी लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। वहीं, गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा में तैनात हेलीकॉप्टर गुजरात में तत्काल परिवहन सेवा देने के लिए तैयार रखे गए।
गौरतलब है, गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया था कि तटीय इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया बुधवार सुबह तक पूरी कर ली गई है। 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया। अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को निकाला गया। इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
वहीं, मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ रहा है। यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे रफ्तार से चल रही है। उन्होंने कहा कि यह शाम तक तट पर पहुंचेगा। यह अति गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसकी वजह से पेड, छोटे मकान, मिट्टी के घर, टिन के घरों को नुकसान हो सकता है।
इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिंह राव और डॉ. मनमोहन सिंह की सरकारों में केंद्रीय मंत्री रह चुके गुलाम नबी आजाद ने आखिरकार कांग्रेस छोड़ दी। हाल ही के महीनों में कपिल सिब्बल के बाद गुलाम नबी आजाद ऐसे दूसरे बड़े नेता हैं, जिन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहा है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके गुलाम […]
ANI_HindiNews @AHindinews जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक होस्टल है जहां छठी मंजिल के बालकनी में 4 छात्र मोबाइल पर गेम खेल रहे थे, गेम खत्म होने के बाद तीन छात्र वापस चले गए लेकिन एक छात्र जब चप्पल पहनने लगा तो उसका संतुलन बिगड़ा और वह छठी मंजिल से नीचे गिर गया: अमर सिंह […]
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक देश में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विदेशी छात्रों की संख्या को कम करने सहित “सभी विकल्पों” पर विचार करेंगे। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के नवीनतम आंकड़ों ने सुनक प्रशासन की चिंता को और बढ़ा दिया है। यही कारण है कि ब्रिटिश सरकार […]