आदित्यनाथ योगी के मुख्यमंत्री बन जाने के बाद खाली हुई गोरखपुर लोकसभा सीट और केशव प्रसाद के डिप्टी बन जाने के बाद फूलपुर लोकसभा पर लम्बी टाला टाली के बाद उपचुनाव हुआ तो परिणाम बीजेपी के लिये निराशाजनक है,दोनों लोकसभा के सम्मानित मतदाताओं ने बीजेपी को नकारते हुए अहिंकार और घमण्ड को तोड़ने के लिये हरा दिया है,जिससे विपक्षी खेमों में घी के चिराग जल रहे हैं तो बीजेपी शाँत है।
जहां पूलपुर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी नागेंद्र पटेल ने बीजेपी के कौशलेंद्र पटेल से 59,613 वोटों से चुनाव जीत लिया है वहीं गोरखपुर में 21,961 वोटों से भारतीय जनता पार्टी की हार हुई है। गोरखपुर की सीट 1989 से ही गोरखपुर मठ या बीजेपी के खाते में ही रही थी। खुद प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ यहां से 15 साल से ज्यादा समय तक सांसद रह चुके हैं। इस सीट पर उपचुनाव में योगी आदित्य नाथ की साख दांव पर थी।
सोशल मीडिया में दोनों सीटों पर बीजेपी की हार पर लोग लिख रहे हैं कि अगस्त में जो बच्चे मरे थे आज गोरखपुर ने उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है। वहीं बहुत से यूजर्स ये भी लिख रहे हैं कि आॉक्सीजन की कमी से मरे इन बच्चों की माताओं की हाय बीजेपी को लग गई। बता दें कि पिछले साल अगस्त के महीने में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाइ रुक जाने के चलते कई बच्चों की मौत हो गई थी।
गोरखपुर आज ऑक्सीजन की कमी से मारे गये सैकड़ों बच्चों को श्रद्धांजलि दे रहा है।🙏@DrKumarVishwas pic.twitter.com/2aGxGrP9Gq
— Ayush Pandey (@ayushconnects) March 14, 2018
इन नन्हें फ़रिश्तों को वापस तो नही लाया जा सकता, लेकिन आज गोरखपुर और फूलपुर ने फिर एक बार सच्ची श्रद्धांजलि दी है, क़बूल हो।
काश ! RIP का मतलब “Return If Possible” होता..।
—“दिया” कभी भी जला हो, “दिवाली” तो आज है। pic.twitter.com/GLzZeFIdjq— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) March 14, 2018
कुछ यूजर्स ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो योगी आदित्य नाथ दोबारा सीएम नहीं बन पाएंगे। वहीं बहुत से यूजर्स ने ये भी लिखा कि सीएम योगी के नोएडा आने का असर दिखने लगा है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में इस तरह की दुर्भावना बनी हुई है कि जो भी नेता मुख्यमंत्री रहते हुए नोएडा का दौरा करता वो अगली बार सीएम नहीं बन पाता है।
गोरखपुर के मासूम बच्चों की माँओं की आह लगी है। #BypollResults
— Vipin Rathaur (@VipinRathaur) March 14, 2018