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Breaking : तालिबान ने कहा-अगर पड़ौसी मुस्लिम देश इजाज़त दें तो हम Jerusalem को फ़तेह करने को तैय्यार हैं : रिपोर्ट

इसराइल पर हमास के हमले के बाद मध्यपूर्व के इन देशों ने क्या कहा?

इसराइल पर हमास के हमले के बाद पश्चिमी देशों के साथ ही साथ मध्यपूर्व के देशों की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है.

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने दोनों ही पक्षों, इसराइल और फलस्तीन को सावधानी से काम लेने की अपील की है.

अर्दोआन ने कहा, ”हम अपने पड़ोसियों से लेकर अपने क्षेत्र के सभी देशों के साथ बातचीत और कूटनीति के माध्यम से अपनी समस्याओं को हल करने का प्रयास करते हैं. मध्य पूर्व से काकेशस तक और बाल्कन से काला सागर तक के क्षेत्र में जारी खूनी संघर्ष को रोकना हमारे एजेंडे की प्राथमिकता है. इसका रास्ता न्याय और अंतरराष्ट्रीय क़ानून से होकर गुज़रता है.”

संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर इसराइल फ़लस्तीन के बीच जारी टकराव को रोकने की अपील की है.

यूएई ने कहा, ”गंभीर परिणामों से बचने के लिए हम अत्यधिक संयम बरतने और तत्काल युद्धविराम की अपील करते हैं और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अरब-इसराइल शांति प्रक्रिया को वापस शुरू करने का आग्रह करते हैं. क्षेत्र को आगे की हिंसा, तनाव और अस्थिरता से रोकें.”

ओमान ने भी दोनों पक्षों को “नागरिकों की सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए अत्यधिक संयम बरतने” की अपील की है.

ओमान की सरकारी मीडिया मे कहा, ”ओमान फ़लस्तीनी क्षेत्रों पर लगातार अवैध इसरायली क़ब्जे, इसरायली आक्रामकता के नतीजे के तौर पर पैदा हुए इस तनाव पर नज़र रख रहा है, जो गंभीर परिणामों का संकेत देता है.”

मिस्र ने इसराइल-फलस्तीन के बीच जारी तनाव के गंभीर परिणामों को लेकर चिंता जताई है.

वहीं क़तर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि मौजूदा हिंसा के लिए इसराइल खुद ज़िम्मेदार है.

कतर ने अपने बयान में कहा है, ”हम दोनों पक्षों से अत्यधिक संयम बरतने की अपील करते हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसरायल को गज़ा में फलस्तीनी नागरिकों के ख़िलाफ़ युद्ध शुरू करने के बहाने के रूप में इन घटनाओं का उपयोग करने से रोकने की अपील करता है.

इसराइल पर हमले के बाद पीएम नेतन्याहू ने बताए ये तीन मकसद

इसराइल में हमास के हमले के बाद अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से ज़्यादा लोग घायल हैं.

इसराइल के पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा को लेकर हुई बैठक का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है.

इस वीडियो में नेतन्याहू संदेश देते हैं, ”आज सुबह से इसराइल जंग में है. हमारा पहला लक्ष्य है कि हमारी सीमा में घुसपैठ करने वालों को बाहर निकाला जाए और जिन लोगों पर हमला हुआ है, उनके बीच सुरक्षा और शांति स्थापित की जाए.”

Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו
@netanyahu
Since this morning, the State of Israel has been at war. Our first objective is to clear out the hostile forces that infiltrated our territory and restore the security and quiet to the communities that have been attacked.

The second objective, at the same time, is to exact an immense price from the enemy, within the Gaza Strip as well. The third objective is to reinforce other fronts so that nobody should mistakenly join this war.

We are at war. In war, one needs to be level-headed. I call on all citizens of Israel to unite in order to achieve our highest goal – victory in the war.

नेतन्याहू ने कहा, ”हमारा दूसरा लक्ष्य है कि इस हमले की दुश्मन क़ीमत चुकाए. ये क़ीमत ग़ज़ा पट्टी में भी चुकानी होगी. हमारा तीसरा लक्ष्य है कि दूसरे मोर्चों पर मज़बूती लाई जाए ताकि कोई ग़लती से इस युद्ध में शामिल ना हो.”

वो बोले- हम युद्ध में हैं. मैं देशवासियों से एकजुट रहने की अपील करता हूं ताकि हम जंग में जीत हासिल कर सकें.

इसराइल में हुए हमले के बाद दुनिया के नेताओं ने क्या कहा?

इसराइल पर हमास के हमले के बाद दुनियाभर से नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हमलों की कड़ी निंदा की है.

उन्होंने कहा, ”मैं हमले के पीड़ितों, उनके परिवारों और प्रियजनों के साथ खड़ा हूं और उनको अपना पूरा समर्थन देता हूं.”

जर्मनी के विदेश मंत्री ने कहा, ”मासूम नागरिकों के ख़िलाफ़ हिंसा और रॉकेट हमलों को तुरंत रोका जाना चाहिए.”

यूरोपीय कमिशन की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने इस हमले को ”आतंकवाद का सबसे घिनौना रूप” बताया है.

अमेरिका ने हमले की निंदा की है और दोनों ही पक्षों से जवाबी कार्रवाई से परहेज करने की अपील की है.

रूस के उप-विदेश मंत्री ने कहा, ”यह कहने की जरूरत नहीं है कि हम हमेशा संयम बरतने की अपील करते हैं.”

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”इसराइल में हुए आतंकवादी हमले की ख़बर से स्तब्ध हूं. हमारी संवेदनाएं और दुआएं हमले के पीड़ित लोगों और मारे गए लोगों के परिवार के साथ हैं. हम इस मुश्किल घड़ी में इसराइल के साथ खड़े हैं.”

ऐसी रिपोर्ट्स आ रही हैं कि ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली ख़ामेनेई के सलाहकार ने इसराइल में फ़लीस्तीनी लड़ाकों के हमले का समर्थन किया है.

आईएसएनए न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़, रहीम सफवी ने कहा कि हम फ़लीस्तीनी लड़ाकों को मुबारकबाद देते हैं.

वो बोले- यरूशलम और फ़लीस्तीन की आज़ादी मिलने तक हम फ़लीस्तीनी लड़ाकों के साथ हैं.

सोशल मीडिया पर कई लोगों ने पोस्ट की हैं जिसमे उन्होंने तालिबान की तरफ से इसराईल को लेकर प्रतक्रिया के बारे में लिखा है, तालिबान ने इन पोस्ट में कहा है कि अगर मुस्लिम देश इजाज़त दें तो हम Jerusalem को फ़तेह करने को तैय्यार हैं


Clash Report
@clashreport
Taliban:

If the Muslim countries neighboring Israel give us the right of passage, we will conquer Jerusalem.

Taliban Public Relations Department, Commentary
@TalibanPRD__
This evening, the foreign office contacted his counterparts in #Iran, Iraq and Jordan, asking for permission for our men to cross their sovereign territory on their way to the holy land. We are preparing and hoping for the good news from our neighbours.
#Gaza #Israel #Palestine

DIPLOMATE |🇸🇯
@ExpertDiplomate

🇵🇸🇮🇱 STATEMENT FROM #TALIBAN:

We will “Conquer Jerusalem” if the Countries of the Middle East grant us passage to #Israel. #Afghanistan #Palestine

Roy Grinwis
@RoyGrinwis
#Taliban 🐖:

“If the Muslim countries neighboring Israel give us the right of passage, we will conquer Jerusalem.”

Clash Report
@clashreport

Israeli soldiers stripped the captured Palestinians naked and then tortured them & also writing numbers on their backs.

Hurriyat Radio English
@HurriyatEN
No one should dream of invading Afghanistan again

Mawlawi Zabihullah Mujahid, the spokesperson of the IEA referred October 7, the day America and its allies invaded Afghanistan 22 years ago as “a black day” and said the American invasion turned into a failure and

Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन
@Geeta_Mohan
The Taliban Statement on the ongoing conflict between Israel and Hamas –

The Islamic Emirate of Afghanistan is closely following the recent events that took place in the Gaza Strip and considers everything that is happening as a result of the Israeli aggression and the ongoing violation of the sanctity of Al-Aqsa Mosque and the holy places for Muslims, and considers the Palestinian people’s defense of their freedom and independence of their country and their resistance against the occupation.

nasir azeem
@nasirazeem597
The Jerusalem Post is reporting that the Taliban has requested free passage across Iran to assist Hamas in Gaza in its war on Israel. US mighty Army armed the aliban with $80 Billion in US weapons and supplies when they surrendered to the Taliban and fled Afghanistan in 2021.

David Dobsky
@dobsky33
Communiqué du ministère des affaires étrangères d’Afghanistan…
On dirait un tweet de LFI non ?

Israël Hamas Gaza
Translated from French by
Press release from the Ministry of Foreign Affairs of Afghanistan…
It looks like a tweet from LFI, right?