उत्तर प्रदेश राज्य

Breaking : मुख़्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी पर अभी 25 हज़ार रुपये इनाम था, जिसे बढ़ाकर 50 हज़ार किया गया : रिपोर्ट

2017 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ विशेष कार्यवाही हो रही है, उत्तर प्रदेश में सैंकड़ों माफिया हैं यहाँ का शायद ही कोई जिला हो जिसमे आध दर्ज़न के क़रीब बड़े दबंग माफिया न हों, लेकिन प्रदेश की सरकार के निशाने पर शुरू से ही एक धर्म विशेष से जुड़े लोग निशाने पर रहे हैं, अब तक हुई कार्यवाहियों के बाद देख कर लगता है कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ दो ही माफिया/दबंग/अपराधी हैं, अतीक अहमद उनमे से एक थे जिनकी 15 अप्रैल की रात को पुलिस की सुरक्षा के दौरान हत्या हो चुकी है, दूसरे माफिया मुख़्तार अंसारी हैं, मुख़्तार अंसारी मार्च 2005 से ही जेल में बंद हैं, मुख़्तार अंसारी मीडिया के भी निशाने पर हैं, अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद संघी मीडिया डिमांड कर रहा है कि मुख़्तार अंसारी को भी अतीक अहमद की तरह निपटा दिया जाये

ट्विटर पर सैंकड़ों ट्वीट मिल जायँगे जिनमे कट्टरपंथी अपने विचार प्रकट कर रहे हैं, MUKHTAR ANSARI ट्विटर पर ट्रेंड भी किया था,

ANI_HindiNews
@AHindinews
थाना दक्षिणटोला में गैंगस्टर एक्ट में वांछित अभियुक्ता आफसा अंसारी (मुख्तार अंसारी की पत्नी) की गिरफ्तारी के उपर 25 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया गया है: महेश सिंह अत्री, अपर पुलिस अधीक्षक, दक्षिणटोला थाना, मऊ

यूपी में अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर राज्य की पुलिस सक्रिय नजर आ रही है। यूपी प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने एक मीटिंग में अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए। वहीं गाजीपुर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने जिले के 12 इनामी अपराधियों की लिस्ट जारी कर उनपर इनाम राशि बढ़ाने की जानकारी दी है।

इस सूची में माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी का भी नाम है। अफ्शां अंसारी पर अभी 25 हजार रुपये इनाम था, जिसे बढ़ाकर 50 हजार किया गया है। अफ्शां के अलावा 11 अन्य इनामिया अपराधियों की सूची भी शामिल है। बता दें कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर भी 50 हजार रुपये का इनाम पुलिस ने रखा है। इस बीच मुख्तार अंसारी की पत्नी भी पुलिस के रडार पर आ चुकी है।

इस सूची में अफ्शां के अलावा मुख्तार अंसारी के सहयोगी जाकिर हुसैन का भी नाम है। उस पर भी पचास हजार रुपये का इनाम है। इस लिस्ट में सोनू मुसहर, सद्दाम हुसैन, अंकुर यादव, अशोक यादव, विरेंद्र दुबे, अंकित राय, अमित राय और अंगद राय के नाम शामिल हैं। सूची में शामिल इन सभी अपराधियों पर गाजीपुर पुलिस की तरफ से 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है

सूची जारी होने के बाद माना जा रहा है कि इन अपराधियों पर पुलिस अपना शिकंजा कसने की तैयारी में है।

अफ्शां पर कौन सी धाराएं
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां पर कोतवाली थाना क्षेत्र में 406, 420, 386, 506 के तहत मामला दर्ज है। खबर है कि 15 अप्रैल को अतीक अहमद-अशरफ की हत्या के बाद यूपी पुलिस की तरफ से राज्य के बड़े माफियाओं की लिस्ट बनाई गई है। जिसमें उन अपराधियों के नाम है, जिनपर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं और उन पर 50 हजार से 5 लाख रुपये तक का इनाम घोषित है।

प्रमुख सचिव का निर्देश
प्रमुख सचिव गृह विभाग ने कहा कि जो धार्मिक कार्यक्रम हों, वो पहले से तय स्थान पर ही हों, किसी धार्मिक कार्य के लिए नई परंपरा न शुरू की जाए और न ही इसकी इजाजत दी जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित करते हुए कोई धार्मिक आयोजन न किया जाए।

IndiaToday
@IndiaToday
UP cops lodge hunt for Mukhtar Ansari’s wife

ANI UP/Uttarakhand
@ANINewsUP
Uttar Pradesh | A reward of Rs 25,000 has been declared on the arrest of Afsa Ansari, wife of Mukhtar Ansari, wanted accused in a case registered under the Gangsters Act at Police Station Dakshin Tola: Mahesh Singh Attri, Additional Superintendent of Police, Mau

Ali The Magnificent
@OpusOfAli
India media fixing deadlines for the murder of Mukhtar Ansari.

“Atiq Ahmed in April, Mukhtar Ansari in May”

Is there any type of restrain remaining for the bloodthirsty Indian media?

India TV
@indiatvnews
माफिया डॉन अतीक अहमद के खात्मे के बाद अब मुख्तार अंसारी की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुख्तार की पत्नी अफ़सा अंसारी को 50 हजार रुपए का इनामी बदमाश घोषित किया गया है।

News24
@news24tvchannel
माफिया मुख्‍तार अंसारी की पत्‍नी अफशां पर इनाम की राशि बढ़कर हुई 50 हजार रुपए

गैंगस्‍टर मामले में पुलिस लंबे समय से कर रही तलाश

अतीक अहमद की हत्या के बाद मुख्तार अंसारी, लखनऊ कोर्ट में कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद पेशी पर नहीं आये

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद जेल में बंद अपराधियों में खौफ पनप चुका है। जान को खतरा बताकर कोई भी अपराधी जेल से बाहर आना ही नहीं चाहता। इसका जीता जागता उदाहरण खुद मुख्तार अंसारी है, जो कोर्ट में पेशी पर ही नहीं आया। उसने कोर्ट को अतीक-अशरफ की हत्या का हवाला देते हुए अपनी जान को खतरा बता दिया।

लखनऊ स्थित सीबीआई की विशेष कोर्ट में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा चल रहा है। आज की सुनवाई में मुख्तार अंसारी पर आरोप तय किए जाने थे, जिसके चलते उसे कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन मुख्तार अंसारी अतीक मर्डर के बाद से सहमा हुआ है। उसने अपनी जान को खतरा बताया और कोर्ट में पेश होने से इनकार कर दिया।

बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराने की अपील की थी, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते कॉन्फ्रेंसिंग नहीं हो सकी। इस मामले में अब 2 मई को आरोप तय किए जाएंगे।

बांदा जेल में बढ़ाई गई सुरक्षा
बता दें कि अतीक हत्याकांड के बाद ही बांदा जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी से निगरानी तेज कर दी है। वहीं जेल के बाहर पीएसी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न होने पाए। जेल के बाहर पीएसी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए हैं, जो लगातार हर गतिविधि पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।

2022 में बेटे को लड़ाया था चुनाव
गौरतलब है कि पूर्वांचल का माफिया डॉन मुख्तार अंसारी लंबे समय से जेल में बंद है। मुख्तार अंसारी अपराध जगत के साथ-साथ यूपी की राजनीति में भी दशकों तक छाया रहा। वह मऊ से लगातार पांच बार विधायक रहा। 2022 के विधानसभा चुनाव में उसने खुद की जगह अपने बेटे अब्बास अंसारी को खड़ा किया तो वह भी जीत हासिल करने में कामयाब रहा।

मुख्तार पर प्रदेश की अलग-अलग अदालतों में हत्या, हत्या के प्रयास, दंगे भड़काने, साजिश रचने, धमकी देने, संपत्ति पर कब्जा करने, धोखाधड़ी और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने जैसे कई केस दर्ज हैं।

(इनपुट दैनिक जागरण)