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BSF Promotion : अब नहीं होंगे एक ही पद से रिटायर, बॉर्डर गार्ड फोर्स में ‘सेवादार’ बनेंगे ‘हवलदार’

 

BSF Promotion: हवलदार बनने के लिए कर्मी को एंट्री लेवल पर बेसिक ट्रेनिंग में पास होना जरूरी है। उसके पास मेडिकल कैटेगरी ‘शेप वन’ का प्रमाण पत्र हो। इन कर्मियों को प्रमोशनल कोर्स कराया जाएगा। पहले इन्हें फॉलोवर कहते थे और इनका वेतन सिपाही से कम होता था…

 

सीमा सुरक्षा बल ‘बीएसएफ’ में निचले स्तर के कर्मियों, जिन्हें सेवादार भी कह दिया जाता है, अब उन्हें हवलदार ‘ट्रेडमैन’ बनने का मौका मिलेगा। उन्हें प्री-प्रमोशन कोर्स कराया जाएगा। इनमें टेलर, कारपेंटर, कुक, मोची, वाटरकैरियर, वेटर, नाई और सफाई कर्मचारी आदि शामिल हैं। पहले इनमें से ज्यादातर कर्मी एक ही पद यानी सिपाही से ही सेवानिवृत्त हो जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। बीएसएफ मुख्यालय ने इन कर्मियों को पदोन्नत करने के लिए ही नया पद हवलदार ‘ट्रेडमैन’ सृजित किया है। सातवें वेतन आयोग में ग्रुप ‘डी’ का पद खत्म होने के बाद ये सभी कर्मी, ग्रुप ‘सी’ में सिपाही पद पर आ गए थे।

 

इन कर्मियों की पदोन्नति के लिए जो आदेश जारी हुआ है, उसमें कहा गया है कि केवल वही कर्मी प्रमोशन के योग्य होंगे, जिन्होंने दस साल तक नियमित सेवा की है। इस सेवा के बीच ही इन कर्मियों को पांच साल का कार्यकाल, किसी बटालियन की ड्यूटी में होना चाहिए। जिस साल वैकेंसी आएगी, इनके दस साल का कार्यकाल उसी वर्ष पहली जनवरी तक काउंट होगा। मतलब, वैकेंसी आने के समय इनकी दस वर्ष की सेवा वाली शर्त पूरी होनी चाहिए। अगर किसी कर्मी का कार्यकाल थोड़ा बहुत कम रह गया है तो उसे अगले साल मौका दिया जाएगा।

 

हवलदार बनने के लिए कर्मी को एंट्री लेवल पर बेसिक ट्रेनिंग में पास होना जरूरी है। उसके पास मेडिकल कैटेगरी ‘शेप वन’ का प्रमाण पत्र हो। बीएसएफ की सभी यूनिटों से कहा गया कि इन कर्मियों को प्रमोशनल कोर्स कराया जाए। पहले इन्हें फॉलोवर कहते थे और इनका वेतन सिपाही से कम होता था। कॉन्फेडरेशन ऑफ एक्स-पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने इसके लिए डीजी बीएसएफ की सराहना की है। महासचिव रणबीर सिंह ने कहा, अब फोर्सेस के सबसे निचले पदों फॉलोवर्स यानी अनुचरों के पदों पर कार्यरत नाई, धोबी, कुक, वाटरकेरियर व अन्य रैंक को हवलदार पद पर पदोन्नति मिल सकेगी। इस बाबत गत वर्ष अप्रैल में प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा गया था। उसमें कहा गया था कि फोर्सेस के सबसे निचले पायदान पर कार्यरत कमेरे वर्ग को भी हवलदार बनाया जाए।

 

एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेंद्र सिंह राणा ने कहा, आजादी के बाद से अब तक फोर्स में अनेक डीजी आए और चले गए। किसी ने भी इस कमेरे वर्ग यानी अनुचरों के पदों की पदोन्नति को लेकर कोई प्रपोजल तैयार नहीं किया। कोषाध्यक्ष वीएस कदम ने कहा, एसोसिएशन ने सीआरपीएफ में कार्यरत कमेरे वर्ग को भी हवलदार पद पर पदोन्नत करने की मांग उठाई है। 12 सितंबर को कॉंन्स्टीट्यूशन कलब में ऑल इंडिया पैरा मिलिट्री वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। पूर्व एडीजी एचआर सिंह के नेतृत्व में एसोसिएशन की राज्यवार नई इकाइयों का गठन होगा।