साहित्य

*हर घर में शबरी*….By-Mukta Tripathi

Mukta Tripathi ========== *हर घर में शबरी* पति के लिए जूस बनाया और जूस पीने से पहले ही पति की आंख लग गई थी। नींद टूटी, तब तक एक घंटा हो चुका था। पत्नी को लगा कि इतनी देर से रखा जूस कहीं खराब ना हो गया हो। उसने पहले जरा सा जूस चखा और […]

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*बहुत ही सुंदर कहानी*…”कितनी तनख़्वाह है तेरी ?”

कर दो नाम दीवाना ============== *बहुत ही सुंदर कहानी* रात 8 बजे का समय रहा होगा, एक लड़का एक जूतों की दुकान में आता है. गांव का रहने वाला था पर तेज था ,उसका बोलने का लहज़ा गाव वालो की तरह का था, पर बहुत ठहरा हुआ लग रहा था. लगभग 22 वर्ष का रहा […]

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छड़ी की मार…..बस मुझे छूना नहीं कभी भी….कभी भी नहीं….।

संजय नायक ‘शिल्प’ ============= चन्द्ररूपायनम (छड़ी की मार…..) चन्द्र जैसे ही घर से साइकिल निकाल कर बाहर आया , वैसे ही मुहल्ले का आधा पागल लड़का गुल्लू वहाँ आ गया, वो चन्द्र से बहुत लगाव रखता था। गुल्लू का पिता ज्यादा शराब के सेवन से मर चुका था और उसकी माँ घरों में झाड़ू पोंछे […]

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बिछुड़ने से पहले का दिन….

संजय नायक ‘शिल्प’ =========== चन्द्ररूपायनम ( बिछुड़ने से पहले का दिन….) “पार्वती, जो हो रहा है उसे रोक दो , अब रूपा ने हद पार कर दी है।” रूपा के पिताजी ने माँ से कहा। ” किया क्या है रूपा ने? ” ” अरे , मुझसे पूछती हो..?? पूरा शहर जानता है रूपा ने क्या […]

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मैं अपनें आस पास जितने भी लोगों को देखती हूं उनमें बिलकुल शांत और ख़ुश मुझे कोई भी नहीं दिखाई पड़ता लेकिन…

मनस्वी अपर्णा =========== #थोड़ा_है_थोड़े_की_ज़रूरत_है जावेद अख़्तर साहब का एक बड़ा मशहूर शेर है उसी से अपनी बात शुरू करती हूॅं शेर कुछ यूं है..….. सबका खुशी से फासला एक क़दम है हर घर में बस एक ही कमरा कम है ये शेर और इसका मफहूम हमारी ज़मीनी हक़ीक़त है, मैं अपनें आस पास जितने भी […]

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#कहानी- दख़ल…तुम्हारी ज़िद के आगे हमारा पापा से सम्पर्क तक टूट गया!

#कहानी- दख़ल आज वृंदा को चैन की सांस आई है. आज उसे एक लम्बे अरसे के बाद सुकून मिला है. कितनी जद्दोज़ेहद करनी पड़ी है उसे अपनी बेटी को यहा लाने में. उफ़! दो बरस की लम्बी लड़ाई के बाद अन्ततः वह सफल हो ही गई, वरना श्रेष्ठा को मना लेना क्या आसान था. आज […]

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“तुम कितने रुपये लोगे मुझे घर तक छोड़ने का?

लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= एक व्यक्ति अपने स्कूटर से घर जा रहा था। कुछ दूर जाने के बाद उसे सड़क पर एक बूढ़ी औरत दिखाई दी। जो कि बहुत ही थकी हुई सी लग रही थी और उसके चेहरे से मानों ऐसा लग रहा था कि वह उस सड़क पर बहुत समय से किसी यातायात […]

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90% तो अपने ही जीजू या रिश्तेदारों संग व्यस्त रहती है…

Manju Sachdev ========== पति पर झूठे मुकदमे करने वाली औरतों का टांका 100% बाहर भिड़ा रहता है…90% तो अपने ही जीजू या रिश्तेदारों संग व्यस्त रहती है, शादी तो बस समाज को दिखाने के लिए और पति से धन ऐंठने के लिए ही करती हैं..!! ऐसी औरतें शादी करके सबसे पहले पति को इस बात […]

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मैं मायके तो जाऊंगी ही जाऊंगी, साथ में पेड की जडों में तेज़ाब भी डालकर जाऊंगी…

बचपने में ही उन दोनों भाईयों की अम्मा चल बसी थी। अम्मा को पेड पौधों से बहुत प्रेम था, अम्मा ने आंगन में तुलसी, सदाबहार, जामुन, नींबू, अमरूद और आम के पौधे लगाए थे। जब तक वो जीवित थी, पौधे वृद्धि करते रहे। पौधों के साथ दोनो भाई भी बडे हो रहे थे। बदकिस्मती उन […]

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एक इजाज़त दे दो बस, जब इसको दफ़नाऊँगी…

गाड़ी में जैसे ही fm ऑन किया सागर फ़िल्म के गीत के ये बोल बज रहे थे…. सुनते थे हम ये ज़िन्दगी ग़म और ख़ुशी का मेल है हमको मगर आया नज़र ये ज़िन्दगी वो खेल है कोई सब जीते सब कोई हार दे अपनी तो हार है यार मेरे हाँ यार मेरे…… हमारी कॉलेज […]