Komal Kumari ============ विषय __ ” ननद रानी बड़ी सयानी “ शीर्षक— छोटी ननद छोटी भाभी! आप भी अजीब हैं आपको तनिक भी तमीज नहीं कि बाबूजी के सामने जाने से पहले सर पर पल्लू रखकर जाना चाहिए, और तो और उनके सामने ही बैठ चाय पीने लगती हैं , खाना भी ले के बैठ […]
साहित्य
#तुम्हारे #नाम #___हलो #___सुनो…!!
Arvind Tamrkar · ============== #___तुम्हारे #नाम #___हलो #___सुनो…!! मैं चाहता था कि एक ख़त लिखूँ तुम्हारे नाम और तुम्हें भेजूँ। मुझे पता है कि अगर वो ख़त तुम्हारे हाथ में होगा तो यक़ीनन तुम उस ख़त को भिगो दोगी। तुम्हारी आँखें मेरे शब्दों का बोझ नहीं सहन कर पाएंगीं और पूरे ख़त को पढ़ते पढ़ते […]
सच्ची घटना……सालों बाद उसकी कॉल आई मेरे पास ….!!
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============ सच्ची घटना……!! सालों बाद उसकी कॉल आई मेरे पास ….!! ड्यूटी से रात्रि 10 बजे लोट कर आया खाया पिया 11 बज गये नींद नही आ रहा था और और कब रात के करीब 1:30 बज गये पता ही नही चला मैं जगा हुआ था। इंस्टाग्राम पर फीड्स स्क्रॉल कर रहा […]
“याद है न! आज शाम को ठीक छ: बजे, कोर्ट में…! “
Vijay Kumar Tailong · ================ मोह भंग! °°°°°°°°° रतन जहाँ रहता था वहीं पास में खेल का कोर्ट था जहाँ रतन सुनील के साथ बैड मिन्टन खेलने जाया करता था। कुछ ऐसी आदत पड़ गई थी उसके साथ खेलने की कि शाम को रुका ही नहीं जाता था। कभी वह किसी अन्य कार्य से अपने […]
…तुम तो हमें यहां अकेले छोड़ कर चले गए
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= ” माँ बाप की दौलत …. गांव में अपने बुजुर्ग पिता के अंतिम संस्कार के बाद नहाने के बाद दोनों बेटे घर के बाहर आंगन में अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ बैठे हुए थे कुछ लौट चुके थे और कुछ वहीं अबतक एकत्रित थे इतने में बड़े बेटे की पत्नी […]
अपनी पेंशन से पैसा आंटी घर में ख़र्च करती है तब जाकर घर चल पाता है
दिन के 11 बजे दरवाजे पर एक आटो आकर रुका । जिसमें से देवकी आंटी लठिया टेकती हुई निकली और अंदर आकर सोफे पर धम्म से बैठ गई और रोने लगी ।मैं उस समय बाथरूम में थी ।पति महोदय बैठे थे डांइग रूम में । उन्होंने देवकी आंटी से पूछा क्या हुआ आंटी आप रो […]
आइए महसूस करिए जिंदगी के ताप को….मैं चमारों की गली तक ले चलूँगी आपको….
अश्वनी अम्बेडकर ============= आइए महसूस करिए जिंदगी के ताप को मैं चमारों की गली तक ले चलूँगी आपको जिस गली में भुखमरी की यातना से ऊब कर मर गई फुलिया बिचारी इक कुएँ में डूब कर है सधी सिर पर बिनौली कंडियों की टोकरी आ रही है सामने से हरखुआ की छोकरी चल रही है […]
वो सोच में डूबी बैठी थी तभी माँ कमरे में आयीं….By-पूर्णिमा शर्मा
पूर्णिमा शर्मा स्वाभिमान घर में अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ था !शाम जब से पिताजी ने पांडे जी से फोन पर बात की तभी से पिताजी बेचैन और माँ उदास दिखीं ! मीनू दी को शायद वजह पता चल चुकी थी,उनकी तरफ इना ने प्रश्नवाचक नज़रों से देख जानना चाहा तो दीदी नज़रें चुरा आंसू […]
मत सता लड़की को….By – संजय नायक “शिल्प”
संजय नायक ‘शिल्प’ · ================= मत सता लड़की को.. “पापा मैं कल से कॉलेज नहीं जाऊंगी…अब और बर्दाश्त नहीं होता मुझसे।” कोयल ने लगभग रोते हुए अपने पिता सुंदर से कहा। “क्या हुआ बेटी बताओ कुछ, यूँ रोना बन्द करो, बताओ भी।” सुंदर ने पूछा। “पापा रोज आते जाते रस्ते में एक लड़का है, वो […]
* जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना*
Komal Kumari =============== * जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना* फटाफट रसोई का काम निपटाकर संध्या अपने कमरे में दौड़ी चली आई। बाहर घर के सदस्य सब तैयार हो चुके हैं और संध्या है कि अभी तक तैयार ही नहीं हुई। जानती थी कि अगर […]