Laxmi Sinha =================== निराशा की एक बड़ी कारण होती है दूसरों से बड़ी-बड़ी अपेक्षाएं करना और जीवन के यथार्थ को स्वीकार नहीं कर पाना । जैसा हम सोचते हैं वैसे ही सारा संसार सोचने लगे, ऐसा सोच हमारी निराशा का कारण बनती है। वर्तमान को छोड़कर भूत एवं भविष्य में अत्याधिक विचारण करना भी निराशा […]
साहित्य
मछली अपने तालाब की सबसे होशियार लड़की थी…पढ़ने में तेज घर के सभी कामो में एकदम चतुर..,By-Dr.vijayasingh
Dr.vijayasingh ============ समय निकालकर पूरा अवश्य बढ़े….. एक तालाब था उसमें एक मछली रहती थी और पास में ही एक बगुला.. मछली अपने तालाब की सबसे होशियार लड़की थी.. पढ़ने में तेज घर के सभी कामो में एकदम चतुर.. बगुले की उसपर काफी समय से नजर थी.. उसने एक दिन उससे बात करने की कोशिश […]
तुम्हारे सिवा कुछ दिखा ही नहीं है, हुआ क्या हमें ये पता ही नहीं है…. **अंशू पांडेय** की तीन ग़ज़लें आपकी नज़र!
अंशू पांडेय · ========= फिल से प्राप्त ग़ज़ल और आपकी नज्र मतला – तुम्हारे सिवा कुछ दिखा ही नहीं है हुआ क्या हमें ये पता ही नहीं है हमारी खता क्या ज़रा तुम बताओ मिली जो सजा वो वज़ह ही नहीं है बहुत लेके आते हैं नेता तो वादे बहुत सुन चुके कुछ नया ही […]
बचपन के cricket के रुल्स….9 ईंटो की विकेट होगी….पहली try ball होगी…By-Aslam Khan
Aslam Khan ========== बचपन के cricket के रुल्स 😀😆 . 9 ईंटो की विकेट होगी 😁 . पहली try ball होगी 😁 . जो बाऊन्डरी के बाहर ball फेकेंगा, वो खुद वापस लेके आयेगा…. 😁 . बैटिंग टीम अम्पायरींग करेगी…. 😋 दिवार को डायरेक्ट लगा तो सिक्स, बॉल बाहर गयी तो आऊट…. 😍😍 . आखिरी […]
एक वैश्या मरी और उसी दिन उसके सामने रहने वाला बूढ़ा सन्यासी भी मर गया!
Dr.vijayasingh ====== एक वैश्या मरी और उसी दिन उसके सामने रहने वाला बूढ़ा सन्यासी भी मर गया, संयोग की बात है। देवता लेने आए सन्यासी को नरक में और वैश्या को स्वर्ग में ले जाने लगे। संन्यासी एक दम अपना डंडा पटक कर खड़ा हो गया, तुम ये कैसा अन्याय कर रहे हो? मुझे नरक […]
🌻🌸🌺🏵️इंसान कुएं का मेंढक🌼🌻🌸🌺-सीताराम “पथिक” की रचना ज़रूर पढ़ें!
Sitaram Pathik =================== 🏵️इंसान कुएं का मेंढक 🌼 🌺🌸🌻🌸🌻🌸🌺 हर बंदा कुएं का मेंढक है!, और सबको यहां गुमान बहुत। सबको लगता इस दुनिया में, है कोई उससे बड़ा नहीं, उसकी गुरुता के सम्मुख अब, हो सकता कोई खड़ा नहीं, दिखलाते हैं सब दूजों को, इस कारण झूठी शान बहुत। हर बंदा कुएं का मेंढक […]
दुखी क्यों हो यशोदा, दूसरे की बस्तु पर अपना क्या अधिकार?
R. S. Gupta ================== नंद बाबा चुपचाप रथ पर कान्हा के वस्त्राभूषणों की गठरी रख रहे थे। दूर ओसारे में मूर्ति की तरह शीश झुका कर खड़ी यशोदा को देख कर कहा- दुखी क्यों हो यशोदा, दूसरे की बस्तु पर अपना क्या अधिकार? यशोदा ने शीश उठा कर देखा नंद बाबा की ओर, उनकी आंखों […]
झूठ, छद्म और कुटिलता से अर्जित पद और प्रतिष्ठा सब कुछ अंततः यही छूट जाएगा : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़ें!
Laxmi Sinha ================= झूठ, छद्म और कुटिलता से अर्जित पद और प्रतिष्ठा सब कुछ अंततः यही छूट जाएगा। छल_छद्म से बड़ा पद, प्रतिष्ठा और यश भले ही मिल जाए लेकिन यह सब स्थायी नहीं रहती। वास्तव में खुद के अवगुणों को कुछ समय तक छिपाने का अभियान कर स्वयं को गहन अंधकार में रखी जा […]
तरही ग़ज़ल…:”बरसों के बाद आए थे अपने दयार में” : सरदार हरबंस सेठी की तीन ग़ज़लें पढ़िये!
Harbans Sethi From Faridabad ================ तरही ग़ज़ल… मिसरा :- “तुम क्या गये कि रूठ गये दिन बहार के” !! जब फैस’ले ही ले लि’ए हों आर पार के !! फिर क्या मलाल कीजिये अब जीत हार के !! कुछ काम ज़िन्दगी में ज़रा सोच कर करें ! हैं नौ न’कद भले, न कि तेर’ह उधार […]
दोस्तो ये कविता नहीं एक सच्चाई है नसीहत है…पूरे समाज के लिए…डॉ.विजया सिंह की रचना पढ़िये!
Dr.vijayasingh ========== दोस्तो ये कविता नहीं एक सच्चाई है नसीहत है… पूरे समाज के लिए… जब हम किसी के काम नहीं आते हैं …तो हमारे काम कौन आयेगा ….और मैंने अपने जीवन में हमेशा निस्वार्थ दूसरों की मदद की है…हर किसी से सच्चे दिल से मोहब्बत की है …हर रिश्ते का मान रखा है….लोगों को […]