जुर्म की दुनिया से तमाम हैरान और परेशान करने वाली ख़बरें अक्सर सामने आती हैं. लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे मामले में भी सुर्खियों में आ जाते हैं, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि क्या ऐसा भी हो सकता है. दरअसल, लालच, स्वार्थ और पैसे की हवस इंसान से आज कुछ भी करा सकती है. ऐसी ही एक हैरान करने वाली मर्डर मिस्ट्री पंजाब से सामने आई. जिसने आमजन के साथ-साथ पुलिसवालों को भी हैरत में डाल दिया.
पुलिस को पता चला कि गुरप्रीत की लाश 20 जून की सुबह दिल्ली लुधियाना हाईवे के साथ गुजरती सर्विस लेन पर बुरी तरह क्षत-विक्षत हालत में पड़ी मिली थी. उसकी मौत किसी गाड़ी की चपेट में आने से हुई थी. लाश की हालत इतनी बुरी थी कि उसे देखकर पहचान पाना भी मुश्किल था. हालांकि फिर भी सुखजीत की पत्नी खुशदीप कौर ने लाश को अपने पति गुरप्रीत की लाश के तौर पर पहचाना था. और लाश मिलने के बाद 20 जून को ही उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था.
जब इस मामले की तफ्तीश और आगे बढ़ी तो पुलिस को एक के बाद एक कई चौंकानेवाली बातें पता चलीं. पुलिस को पता चला कि तथाकथित सड़क हादसे से पहले गुरप्रीत सिंह उसकी पत्नी और कुछ दोस्तों को साथ देखा गया था. जब पुलिस ने सबके मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस की तो देखा कि ये सारे के सारे लोग सरहिंद नहर के पास उसी जगह पर मौजूद थे, जहां गुरप्रीत के दोस्त सुखजीत की मोटरसाइकिल, चप्पल और मोबाइल फोन मिला था. ये बात अपने-आप में काफी अजीब थी. सवाल था कि अगर सुखजीत ने नहर में कूद कर खुदकुशी की थी, तो गुरप्रीत, उसकी पत्नी और दोस्त वहां क्या कर रहे थे?
ऐसे में पुलिस ने अपने मुखबिरों की मदद से गुरप्रीत के बारे में और ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश शुरू कर दी. लेकिन इस पूरे सिलसिले में सबसे बड़ा टर्न तब सामने आया, जब पता चला कि जिस गुरप्रीत को सड़क हादसे में मरा हुआ बताया जा रहा है, वो तो अभी भी जिंदा है. यकीनन ये सच दिमाग घुमानेवाला था. अब पुलिस ने पूरा जोर लगाया और जल्द ही ना सिर्फ़ ये कन्फर्म कर लिया, बल्कि गुरप्रीत को फतेहगढ़ साहिब से ही जिंदा पकड़ भी लिया. यानी गुरप्रीत की मौत को लेकर उसकी पत्नी, दोस्त और घरवाले झूठ बोल रहे थे, जबकि खुद गुरप्रीत भी अपनी मौत का झूठा ड्रामा रच रहा था.