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#तीसरी_बार…..”थक गए हो तुम्हारी थकान दूर करने को एक कहानी सुनाता हूं”
यादव जी सैदपुर वाले =========== #तीसरी_बार बेताल बोला “है राजन तुम मुझे लादे लादे थक गए हो तुम्हारी थकान दूर करने को एक कहानी सुनाता हूं शीर्षक है तीसरी बार एक बार जंगल के राजा शेर ने सभा बुलाई और कहा कि मैं राजा हूं क्या मेरा शिकार के लिए इधर-उधर घूमता अच्छा लगेगा । […]
एक और कर्ण……!!
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय =========== दिल्ली की कंपकंपाती सर्दी में भी कुणाल अपनी सैर करने की आदत को छोड़ नहीं पाता था। हमेशा की तरह आज भी वह तैयार होकर सैर के लिए बाहर निकला। दरवाजा खोलते ही शीत लहरी उसके पूरे बदन को कंपकंपा गई। लेकिन वह तो जैसे उनसे मुकाबला करने को तैयार था […]
बाग़ उजड़ गए….द्वारिका प्रसाद अग्रवाल की कृति
द्वारिका प्रसाद अग्रवाल Lives in Bilaspur, Chhattīsgarh, India ========= बाग उजड़ गए : ========= बाग उजड़ गए बिही के. बिही जिसे अमरूद भी कहा जाता है, मेरे बिलासपुर के आसपास इसकी बेतरह पैदावार हुई करती थी. बिलासपुर से तखतपुर तक हज़ारों एकड़ जमीन, जिसे स्थानीय बोलचाल की भाषा में ‘बिही बाड़ी’ या ‘बिही बगैचा” कहते […]