अजीत पवार के महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी के मुंबई ऑफ़िस में विरोध दर्ज़ कराया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, एनसीपी के कार्यकर्ता मुंबई ऑफ़िस में अजीत पवार समेत बाग़ी नेताओं के पोस्टर लेकर पहुंचे और फिर उन पर काली स्याही पोत दी.
रविवार को एनसीपी नेता अजीत पवार शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनाए गए हैं.
अजीत पवार के साथ एनसीपी के कुल नौ मंत्रियों ने भी शपथ ली.
इसमें छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्मरावबाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल पाटिल शामिल हैं.
मामले पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार का कहना है कि बागियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे और फिर से पार्टी को खड़ा करेंगे.
अजीत पवार के एकनाथ शिंदे सरकार में बतौर उप-मुख्यमंत्री शामिल होने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने जितेंद्र आव्हाड को महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया है.
ठाणे ज़िले के मुंब्रा-कलवा से विधायक जितेंद्र आव्हाड ने बताया कि एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उन्हें पार्टी का मुख्य सचेतक और विधानसभा में नेता विपक्ष नियुक्त किया है.
उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को मेरे व्हिप का पालन करना होगा.
बागी नेताओं के बारे में जितेंद्र आव्हाड ने कहा, ”इन नेताओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि पार्टी ने पिछले 25 वर्षों में उन्हें मंत्री बनाया है. अब, वे अपने नेता (83 वर्षीय शरद पवार) को उनकी राजनीति के आख़िरी सालों में छोड़ रहे हैं.”
इससे पहले अजीत पवार महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष थे. उनके इस्तीफ़े की पुष्टि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने की है.
उन्होंने कहा, ”अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है.”
रविवार को एनसीपी नेता अजीत पवार ने अपनी पार्टी के कई सहयोगी नेताओं के साथ मंत्री पद की शपथ ली है.
डिस्क्लेमर : ट्वीट्स में लोगों के अपने निजी विचार और जानकारियां हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है
ravish kumar
@ravishndtv
ED ने जितने नेताओं को जेल नहीं भेजा, उससे ज़्यादा बीजेपी में भेज दिया। ED का नाम BJP रख देना चाहिए। तब ख़बर ऐसे लिखी जाएगी, BJP ने अजित पवार पर केस किया, अजित पवार BJP में आ गए। उन्हें ED जाकर BJP में आने की ज़रूरत नहीं पड़ी। ED ही गारंटी है। ED ही वारंटी है। ED ही अंकल है। ED ही आंटी है। अगर ED का नाम BJP नहीं हो सकता तो BJP का नाम ED कर देना चाहिए। यह मेरा फ़ार्मूला नहीं है। उस जर्मन प्रोफ़ेसर का है जिसने योगी जी को फ़्रांस भेजने की माँग की थी। खुद फ़रीदाबाद में जा छिप गया है या फ़िरोज़ाबाद में, आप पता लगाते रहें । ED भी एक तरह से जर्मन प्रोफ़ेसर की तरह लगती है, जिसका असली नाम BJP है। उस प्रोफ़ेसर का असली नाम क्या था?
Ravish Kumar Official
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भाजपा से हाथ मिला लेने के बाद अजीत पवार ने कहा है कि उन्हें सब का आशीर्वाद हासिल है।उन्होंने नाम तो नहीं लिया कि शरद पवार का आशीर्वाद हासिल है या नहीं मगर कहा है कि आप इंतज़ार कीजिए और देखते जाइये। क्या अब यही देखना बाकी है कि शरद पवार भी चलते हुए बीजेपी में शामिल हो जाएंगे? यह मामला वैचारिक पतन का नहीं है। शिवसेना के साथ जा चुके हैं तो बीजेपी के साथ जा ही सकते हैं। लेकिन कहीं भी चले जाने वाले शरद पवार क्या विपक्ष की बैठक से लौट कर उस NCP के साथ चले जाएंगे जो अब बीजेपी की सरकार का हिस्सा है? अब यही देखना बाकी है। बिना अपनी पार्टी के शरद पवार विपक्षी एकता की राजनीति भी कैसे करेंगे। शरद पवार ने कहा है कि जनता के पास जाएंगे और फिर से नई पार्टी खड़ी करेंगे। क्या उनका बयान महाराष्ट्र में नई सियासी करवट लेने के लिए काफी है या फिर जो होना था वो हो चुका है। 2024 का चुनाव दिलचस्प होगा। उद्धव ठाकरे औऱ शरद पवार ज़ीरो से शुरूी करेंगे कया जनता उन्हें महाराष्ट्र का हीरो बनाएगी?
Archana Singh
@BPPDELNP
अजीत पवार,
छगन भुजबल,
हसन मुश्रीप और
प्रफुल पटेल सभी
भाजपा की गंगा में गोता लगाकर पवित्र
हो गये !
अब ईडी सीबीआई का डर नहीं,
सैया भये कोतवाल तो डर काहे का ? 😂😂
Surendra Rajput
@ssrajputINC
आँख खोलकर देख लो और कान खोलकर सुन लो भाजपा वालों।
NCP का मतलब सिर्फ़ शरद पवार है और शिवसेना का मतलब उद्धव ठाकरे है।
बाक़ी सब सत्ता की फ़्रेंचाइजी है
PM मोदी भोपाल से कहते है, एक भी भ्रष्टाचारी छोड़ा नहीं जाएगा
और महाराष्ट्र में 9 लोगों को मंत्री बना दिया जाता है : मनोज झा, RJD सांसद pic.twitter.com/t6NwXNmday
— Bolta Hindustan (@BoltaHindustan) July 2, 2023
DB LIVE – (Digital News Channel)
@dblive15
महाराष्ट्र में फिर बाजी पलटेंगे शरद पवार !
एनसीपी नेता अजित पवार की बगावत के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बड़ा बयान सामने आया है.
उन्होंने कहा है कि पार्टी अपने स्टैंड पर कायम है.
हम एमवीए के साथ और रहेंगे.
वहीं खबरें ये भी चल रही हैं कि शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से बाजी पलट सकते हैं.
मोदी की ED दलों को तोड़ने और विधायकों को धमकाने का माध्यम बन गई है।
मा. सर्वोच्च न्यायालय को इस बात का संज्ञान लेना चाहिये की जिस पर ED छापा मारती है वो BJP सरकार में मंत्री कैसे बन जाता है? pic.twitter.com/626DgnHutA— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 2, 2023