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भारत समेत पूरी पूरी दुनियां में श्रद्धा के साथ मनाया गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी : मध्यप्रदेश से इस्माईल ख़ान, गुजरात से याक़ूब पटेल की रिपोर्ट!

भारत गुरुवार के दिन पूरी तरह पैग़म्बरे इस्लाम (स) की याद में डूबा हुआ दिखाई दिया। 12 रबिउल अव्वल के मौक़े पर राजधानी दिल्ली समेत पूरे भारत में जुलूसे मोहम्मदी पूरी श्रद्धा के साथ निकाले गए, इस मौक़े पर भारतीय मुसलमानों ने देश की तरक़्क़ी, शांति और एकता के लिए प्रार्थनाएं भी कीं

पूरी दुनिया में इदे मिलादुन्नबी का जश्न और एकता सप्ताह की शुरुआत

इस्लामी गणतंत्र ईरान सहित पूरी दुनिया में ईदे मिलादुन्नबी और एकता सप्ताह का जश्न बड़े ही हर्षोल्लाहास से मनाया जा रहा है।

बारह रबीउल अव्वल की मुबारक तारीख़ के अवसर पर ईरान के विभिन्न क्षेत्रों में सुन्नी मुसलमानों के साथ शिया मुसलमान और धर्मगुरु, ईदे मिलादुन्नबी के जश्न में भाग ले रहे हैं और पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र आचरण पर चलने पर प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं।

दुनिया भर के मुसलमानों की भांति ईरान में भी ईदे मिलादुन्नीब और एकता सप्ताह का जश्न पूरी शान व शौकत के साथ मनाया जा रहा है और धर्मगुरु और वक्ता पैग़म्बरे इस्लाम के गुणों और उनके भाईचारे के पाठ पर रोशनी डाल रहे हैं।

ईदे मिलादुन्नबी के जश्न के साथ ईरान और दुनिया के विभिन्न देशों में एकता सप्ताह आंरभ हो गया। एकता सप्ताह के अवसर पर कांफ़्रेंसों और सेमीनारों में वक्ताओं की ओर से मुसलमानों के मध्य एकता और एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है।

भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश सहित दुनिया के अनेक देशों में पैग़म्बरे इस्लाम (स) के शुभ जन्म दिवस के उपलक्ष्य में ईदे मीलादुन्नबी का जश्न मनाया जा रहा है।

पाकिस्तान में ईदे मीलादुन्नबी के जश्न की शुरुआत राजधानी इस्लामाबाद में 31 और प्रांतीय राजधानियों में 21-21 तोपों की सलामी से हुई।

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार सुबह की नमाज़ के बाद मस्जिदों में विश्व भर के मुस्लिम समाज की एकता व एकजुटता और बंधुत्व व भाईचारे के लिए दुआएं मांगी गईं।

भारत में भी यह जश्न बड़े उत्साह से मनाया जा रहा है । बांग्लादेश में भी ईदे मीलादुन्नबी का जश्न भरपूर श्रद्धा के साथ मनाया गया।

सुन्नी समुदाय का मानना है कि हिजरी क़मरी कैलेंडर के तीसरे महीने रबीउल औवल की 12 तारीख़ पैग़म्बरे इस्लाम के जन्म का दिन है। शीया मत के अनुसार इस महीने की 17 तारीख़ को पैग़म्बरे इस्लाम का जन्म हुआ। ईरान में इमाम ख़ुमैनी की पहल पर 12 से 17 रबीउल औवल तक एकता सप्ताह मनाया जाता है।

इस्लाम के दुश्मन मुसलमानों के बीच मतभेद के बीज बोने का प्रयास कर रहे हैं और विश्व साम्राज्यवाद धार्मिक भावनाओं को आहत करके तथा क्षेत्रीय देशों में युद्ध की आग भड़काकर ज़ायोनी शासन की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के प्रयास में है ताकि वह अपने नापाक इरादों में कामयाब हो सके, इसीलिए इस्लामी धर्म के बुद्धिजीवियों और धर्मगुरुओं की यह ज़िम्मेदारी है कि वह मुसलमानों में एकता पैदा करेें ताकि दुश्मनों के षड्यंत्रों को विफल बनाया जा सके और इमाम ख़ुमैनी की ओर से घोषित किया गया एकता सप्ताह इस अवसर से लाभ उठाने का बेहतरीन साधन है।