दुनिया

मिस्र ने ब्रिटेन से कहा है कि वो उसके 2200 साल पुराने “रोसेटा स्टोन” को वापस करे

मिस्र ने ब्रिटेन से मांग की है कि वह उसके 2200 साल पुराने “रोसेटा स्टोन” को वापस करे।

मिस्र के पुरातत्ववेत्ताओं ने यूरोपीय देशों से मांग की है कि उनके देश से चुराए जाने वाले एंटीक्स या प्राचीन धरोहरों को वापस करो।

मिस्र के पुरातत्ववेत्ताओं ने इंटरनेट पर एक अभियान चलाते हुए यूरोपीय देशों से अपने देश की उन प्राचीन धरोहरों की वापसी की मांग की है जिनको विभिन्न काल खण्डों में मिस्र से चुराया गया है।

उनका कहना है कि औपनिवेशिक काल में इन धरोहरों को ग़ैर क़ानूनी ढंग से विदेश ले जाया गया। इंटरनेट पर चलाए जाने वाले मिस्र के पुरातत्ववेत्ताओं के इस अभियान का लगभग एक लाख लोग समर्थन कर चुके हैं। यह अभियान मिस्र के पूर्व मंत्री द्वारा चलाया जा रहा है।

इसी बीच मिस्र के प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन से आधिकारिक रूप में मांग की है कि “रोसेटा स्टोन” को हमें वापस किया जाए। मिस्र की यह प्राचीन धरोहर इस समय ब्रिटेन के संग्रहालय में मौजूद है। मिस्र की कुछ प्राचीन धरोहरें ब्रिटेन के अतिरिक्त कई यूरोपीय देशों के संग्रहालयों में रखी हुई हैं। मिस्रियों का कहना है कि यह प्राचीन धरोहरें मिस्र की हैं जो हमसे संबन्धित हैं अतः उनको हमें वापस करना चाहिए।

मिस्रियों के अनुसार ब्रिटेन, फ्रांस और अमरीका ने हमारे देश पर नियंत्रण के दौरान इन प्राचीन धरोहरों को चुरा लिया था जिनको वे अपने साथ ले गए थे। उल्लेखनीय है कि मिस्र का “रोसेटा स्टोन” लगभग 2200 वर्ष पुराना है। लगभग 222 साल पहले अंग्रेज़ इसको ब्रिटेन ले गए थे। वर्तमान समय में यह ब्रिटेन के म्यूज़ियम में रखा हुआ है