UP : कन्नौज में एक पति ने अपनी पत्नी को पढ़ाने से किया इंकार, कहा, “तुझे पैर की जूती बनाकर रखेंगे, न कि ज्योति मौर्य बनने देंगे.” पत्नी ने कहा, “मैं B.ED. कर रही थी, जैसे ही ज्योति मौर्य का विवादित मामला आया, पति ने पढ़ाई करने से रोक दिया”
Kannauj News : इन दिनों उत्तर प्रदेश में सबसे चर्चित मामला बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य (sdm jyoti maurya) का बना हुआ हैं। पति आलोक से बेवफाई को लेकर ज्योति मौर्य एसडीएम (jyoti maurya sdm) मीडिया ही नहीं…बल्कि, सोशल मीडिया तक सुर्खियों में छाई हुई है और उनका नाम गूगल में भी ट्रेंड कर रहा है। तो वहीं, अब ज्योति मौर्य से जुड़े कई साइड इफेक्ट की खबरें भी सामने आ रही है।
पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य की बेवफाई की खबर सामने आने के बाद ऐसे कई केस सामने आ रहे हैं, जिसमें पति अपनी पत्नी को आगे पढ़ने नहीं देना चाहते। वो अपनी पत्नी की पढ़ाई छुड़वा रहे हैं। बिहार के बाद ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले (Kannauj) से सामने आया है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी यह कहकर रुकवा दी कि ‘पैर की जूती बनाकर रखूंगा ना कि ज्योति मौर्य।’
पढ़ाई छुड़ाने के साथ-साथ शख्स ने अपनी पत्नी को मोबाइल फोन भी छीन लिया, ताकि B.Ed एग्जाम की कोई सूचना उसतक ना पहुंच सके। महिला ने जब इस बात का विरोध किया तो पति ने उसके साथ मारपीट की। तो वहीं, अब पीड़िता इस मामले को लेकर सामाजिक कल्याण मंत्री असीम अरुण (Asim Arun) के जनता दरबार में पहुंची और आपबीती बताई। यह मामला कन्नौज जिले के दलेलपुर गांव का है।
सामाजिक कल्याण मंत्री असीम अरुण के जनता दरबार में शनिवार, 08 जुलाई को पहुंची पीड़ित महिला दीक्षा ने बताया कि 3 महीने पहले नारायण पुरवा गांव निवासी विजय के साथ उसकी शादी हुई थी। दीक्षा ने जनता दरबार में बताया कि वह B.Ed कर रही थी। लेकिन, जैसे ही SDM ज्योति मौर्य और उनके पति के बीच विवाद का मामला सामने आया तो उसके पति विजय ने उसकी पढ़ाई बीच में ही रुकवा दी।
पीड़िता दीक्षा के मुताबिक, जब उसने अपने पति का विरोध किया और बी.एड करने की इच्छा जाहिर की तो उसका पति आग बबूला हो गया। इस दौरान उसके पति विजन ने उससे फोन छीन लिया और मारपीट भी की। पीड़िता ने अपने पति, देवर और जेठ पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उसके पति ने अपने भाई के साथ मिलकर मेरे साथ मारपीट की। इतना ही नहीं, धमकी भरे लहजे में कहा कि, ‘तुझे पैर की जूती बनाकर रखेंगे, ना कि ज्योति मौर्या।’
इसके बाद पीडित महिला राज्य मंत्री असीम अरुण के जनता दरबार में पहुंची और आगे की पढ़ाई करने की इच्छा जाहिर करते हुए पति और उसके परिवारवालों को समझाने की बात कही। महिला ने बताया, बीएड की परीक्षा थी, लेकिन पति ने मोबाइल फोन छीन लिया। ताकि, परीक्षा से जुड़ा कोई मैसेज भी न देख पाऊं। साथ ही कहा कि हम नहीं पढ़ा पाएंगे और पढ़ाई के लिए एक भी पैसा नहीं देंगे। पीड़िता ने बताया कि पूरा खर्च उसके माता पिता उठा रहे हैं।