देश

Intelligence Bureau : बदलेगा ‘खुफिया एजेंसी’ का चेहरा

 

Intelligence Bureau: केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी को हाईटेक बनाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। तकनीकी उपकरणों के अलावा अब ऐसे स्टाफ की भर्ती की जा रही है, जो सूचनाओं के आदान-प्रदान से जुड़ी लेटेस्ट तकनीक में पारंगत हो…

भारत की खुफिया एजेंसी ‘इंटेलिजेंस ब्यूरो’ को कई मायनों में हाईटेक बनाया जा रहा है। अमेरिका की सीक्रेट एजेंसी ‘सीआईए’ जैसे काम करती है, अब वैसे ही तौर तरीके एवं तकनीक ‘आईबी’ को मुहैया कराई जाएगी। सूचनाओं का प्रवाह तेज हो और उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म पर चेक किया जा सके, अब इस दिशा में कदम आगे बढ़ाया जा रहा है। आतंकी वारदात एवं अपराधों में शामिल लोगों को समय रहते दबोच लिया जाए, उनकी मौजूदगी की सटीक सूचना, संबंधित सुरक्षा एजेंसियों तक अविलंब पहुंच जाए, इस पर काम शुरू हुआ है। आतंकियों एवं दूसरे अपराधियों के संचार नेटवर्क को तोड़ने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ का दस्ता तैयार किया जा रहा है। आईबी में क्रिप्टोग्राफी साइफर जैसी तकनीक के विशेषज्ञों की भर्ती की जा रही है।

आईबी में 157 पदों पर इन एक्सपर्ट को मिलेगी नियुक्ति

केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी को हाईटेक बनाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। तकनीकी उपकरणों के अलावा अब ऐसे स्टाफ की भर्ती की जा रही है, जो सूचनाओं के आदान-प्रदान से जुड़ी लेटेस्ट तकनीक में पारंगत हो। नई तकनीक को समझने वाले अधिकारियों एवं स्टाफ की भर्ती की जा रही है। इनमें एडवाइजर तकनीक एक, डिप्टी डायरेक्टर ‘टेक्नीक’ एक, एडीशनल डिप्टी डायरेक्टर/क्रिप्टो, ज्वाइंट डायरेक्टर एग्जीक्यूटिव 13, असिस्टेंट डायरेक्टर 20, डिप्टी सेंट्रल इंटेलिजेंस अफसर एग्जीक्यूटिव, डिप्टी सेंट्रल इंटेलिजेंस अफसर ‘टेक्नीकल’, डिप्टी सेंट्रल इंटेलिजेंस अफसर टेक्नीकल/टेलीकम्युनिकेशन और सीनियर रिसर्च अफसर शामिल हैं। हालांकि ये सभी 157 पद, प्रतिनियुक्ति के जरिए भरे जा रहे हैं।

रिस्क, आइसलैंड व स्पेशल ड्यूटी अलाउंस मिलेगा

विभिन्न केंद्रीय महकमों से आने वाले तकनीकी स्टाफ को ज्यादा से ज्यादा सात वर्ष तक आईबी में काम करने का मौका मिलेगा। ड्यूटी के दौरान इन्हें मूल वेतन का बीस फीसदी स्पेशल सिक्योरिटी अलाउंस, यूनिफार्म अलाउंस दस हजार रुपये (यदि बीओआई में पोस्टिंग है तो), हाई एल्टीट्यूड इलाके में वन टाइम क्लोदिंग अलाउंस, एक बार होम टाउन और एक बार आल इंडिया एलटीसी पैकेज (परिवार के आश्रित सदस्यों सहित), चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस सालाना 27000 रुपये, होस्टल सब्सिडी के 81000 रुपये और नियमित अलाउंस के अलावा हार्डशिप वाले इलाकों में रिस्क अलाउंस, आइसलैंड अलाउंस, स्पेशल ड्यूटी अलाउंस भी प्रदान किया जाएगा। स्टाफ के मेरिट में आए बच्चों को स्कॉलरशिप मिलेगी। आईबी में आने वाले अधिकारियों को अपने आवेदन के साथ पांच साल की एसीआर लगानी होगी। संबंधित विभाग से विजिलेंस क्लीयरेंस भी जरूरी है।

आईबी में अब इन विषयों के एक्सपर्ट होंगे शामिल

इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री पीएचडी, इलेक्ट्रॉनिक, कम्युनिकेशन व कंप्यूटर तकनीक प्रोजेक्ट प्लानिंग, ऑपरेशन, टेक्नीकल इंस्टालेशन, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, रिसर्च एवं डेवलपमेंट, सिग्नल मॉनिटरिंग, कम्युनिकेशन इंटेलिजेंस, टेक्नीकल इंटेलिजेंस, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल, जीपीएस, जीआईएस व ग्राउंड सेगमेंट वाले एक्सपर्ट आईबी का हिस्सा बनेंगे। इनके अलावा क्रिप्टोग्राफी साइफर तकनीक के विशेषज्ञों की भर्ती की जा रही है।

एसोसिएट मेंबरशिप ऑफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग और एसोसिएट मेंबरशिप ऑफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स से जुड़े सदस्यों को भी आईबी में लिया जा सकता है। मोबाइल डेवलपमेंट, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन एंड सिक्योरिटी, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल कंप्यूटर, साइबर फॉरेंसिक, डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन, ओएस एंड सर्वर एडमिनिस्ट्रेशन, क्लाउड कंप्युटिंग, एथिकल हैकिंग, एनक्रिप्शन मैटर, मैंटेनेंस सर्वर नेटवर्क, यूएचएफ, एचएएफ, वीएचएफ सेटेलाइट, एलएएन कम्युनिकेशन, लॉफुल कम्युनिकेशन, इंटरसेप्शन डाटा वाइस और इकोनोमेट्रिक्स तकनीक के विशेषज्ञ भी देश की प्रमुख खुफिया एजेंसी में शामिल होंगे।