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Karnataka : कांग्रेस विधायक के ‘वोक्कालिगा से ज्यादा मुस्लिम बयान पर संग्राम

ऐसी खबरें हैं कि वोक्कालिगा के एक प्रमुख द्रष्टा निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने इस संबंध में कांग्रेस नेताओं को अपनी नाराजगी से अवगत कराया है।

कांग्रेस नेता और विधायक बीजेड मीर अहमद खान की कर्नाटक में मुसलमानों की संख्या वोक्कालिगा से अधिक होने की टिप्पणी ने विवाद पैदा कर दिया है और अब यह सामुदायिक राजनीति का रूप ले रहा है। सत्तारूढ़ भाजपा के वोक्कालिगा नेताओं ने खान की टिप्पणी को राजनीतिक रूप से प्रभावशाली समुदाय का प्रभाव कम करने के प्रयास के रूप में पेश किया। मामला गंभीर होते देख कांग्रेस नेताओं ने टिप्पणी पर खेद जताते हुए भरपाई की कोशिश की।

निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने जताई नाराजगी
ऐसी खबरें हैं कि वोक्कालिगा के एक प्रमुख द्रष्टा निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने इस संबंध में कांग्रेस नेताओं को अपनी नाराजगी से अवगत कराया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के करीबी माने जाने वाले खान ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार के वोक्कालिगा समुदाय को मजबूत करने के प्रयास पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हाल ही में कहा था कि सिर्फ एक समुदाय के समर्थन से कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बन सकता है।

खान ने कहा कि कोई एक समुदाय के समर्थन से सीएम नहीं बन सकता, हर किसी की इच्छा (सीएम बनने की) होगी जो गलत नहीं है। सभी समुदायों को एक साथ लेकर सीएम बनना संभव है। मुझे भी सीएम बनने की इच्छा है, मेरे समुदाय का प्रतिशत वोक्कालिगा से अधिक है। क्या मेरे लिए सीएम बनना संभव है, सिर्फ अपने समुदाय के समर्थन से? संभव नहीं है।

वोक्कालिगा समुदाय से हैं शिवकुमार
शिवकुमार, जो एक वोक्कालिगा हैं, उन्होंने हाल ही में उस समुदाय से आह्वान किया था, जो पुराने मैसूर या दक्षिणी कर्नाटक क्षेत्र में एक प्रमुख वोट-बैंक है, ताकि उनकी मुख्यमंत्री पद के दावे का समर्थन किया जा सके। शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच महीनों से राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है, क्योंकि 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में दोनों मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।

हालांकि सिद्धारमैया यह कहते रहे हैं कि पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक और आलाकमान यह तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा। अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनियों की अनदेखी करते हुए खान सहित उनके वफादार खुले तौर पर अपने नेता के पक्ष में बयान दे रहे हैं, जिसने पार्टी को लगभग विभाजित कर दिया है।