आतंकी मुस्तफा का यह मदरसा मोइराबारी इलाके में था। उसे हाल ही में बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और एक्यूआईएस के साथ उसके संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था।
यूपी और मध्य प्रदेश की तर्ज पर असम में आज फिर ‘बुलडोजर’ चला। इसके साथ ही माफिया, आतंकियों व अन्य अपराधियों के अवैध निर्माणों को ढहाने का सिलसिला इस सीमावर्ती राज्य में भी तेज हो गया। आज असम के मोरीगांव जिले में आतंकी मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा द्वारा संचालित जमीउल हुदा मदरसा ढहा दिया गया। इस बीच, सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि हम राज्य में 800 सरकारी मदरसों को पहले ही बंद कर चुके हैं। असम इस्लामी कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है।
मोरीगांव जिले की पुलिस अधीक्षक अपर्णा एन ने बताया कि मुस्तफा का यह मदरसा मोइराबारी इलाके में था। उसे हाल ही में बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और एक्यूआईएस के साथ उसके संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था।
Assam | Jamiul Huda madrasa in Moirabari area run by Mustafa alias Mufti Mustafa who was recently arrested for his links with Bangladesh-based terror outfit Ansarullah Bangla Team &AQIS has been demolished today, says Aparna N, Superintendent of Police (SP) of Morigaon district. pic.twitter.com/JXClZSBNID
मार्च में एबीटी के छह सदस्य गिरफ्तार हुए थे : सीएम सरमा
असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने बताया कि मार्च में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) से जुड़े छह सदस्यों को राज्य के बारपेटा से गिरफ्तार किया गया था। इस गिरोह का सरगना अवैध तरीके से भारत में घुसा था। सीएम सरमा ने कहा कि राज्य में अब तक 800 सरकारी मदरसे बंद किए जा चुके हैं, लेकिन राज्य में कई कौमी मदरसे हैं। नागरिकों और अभिभावकों को इन मदरसों पर नजर रखनी चाहिए और वहां किस तरह के विषय पढ़ाए जाते हैं।
असम बन रहा इस्लामी कट्टरपंथियों का अड्डा
सीएम ने यह भी दावा किया कि यह बिना किसी संदेह के साबित हो गया है कि असम इस्लामी कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है। जब पांच मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हैं तो पांच अन्य बांग्लादेशी नागरिकों के ठिकाने का पता नहीं चलता है। आप गंभीरता की कल्पना कर सकते हैं।
इससे पहले 12 जुलाई को डिब्रूगढ़ जिला प्रशासन ने एक्टिविस्ट विनीत बगरिया की खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोपी बैदुल्लाह खान का घर बुलडोजर से गिरा दिया था। बगरिया सात जुलाई को अपने आवास पर मृत पाए गए थे। इस मामले में असम पुलिस ने बैदुल्लाह खान, निशांत शर्मा, संजय शर्मा और एजाज खान पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। एक्टिविस्ट विनीत बगरिया ने खुदकुशी से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसमें दावा किया गया था कि उसे तीन लोगों ने धमकी दी।