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#MaharashtraPolitics : महाराष्ट्र में अब तक क्या-क्या हुआ, जानिये!


महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व में राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायकों की बग़ावत के बाद से सियासी हलचल तेज़ है.

एक ओर जहां एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अजित पवार के धड़े में शामिल नेताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है.

वहीं, दूसरी ओर अजित पवार गुट ने पार्टी में कई नई नियुक्तियों का एलान किया है.

आइए जानते हैं आज दिन भर क्या-क्या हुआ:

शरद पवार बोले- अजित को मेरा ‘आशीर्वाद’ नहीं

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार अपने समर्थकों के साथ सोमवार को महाराष्ट्र के कराड़ में स्थित अपने राजनीतिक गुरु रहे यशवंत राव चव्हाण की समाधि पर पहुंचे.

यहां, उन्होंने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने की ज़रूरत है.

इसके साथ ही उन्होंने अजित पवार के सरकार में शामिल होने को उनका निजी फ़ैसला बताया.

उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद अजित पवार के साथ नहीं है.

Sharad Pawar
@PawarSpeaks
I, as the National President, Nationalist Congress Party hereby order removal of the names of Shri Sunil Tatkare and Shri Praful Patel from the Register of Members of NCP Party for anti-party activities.

बागियों पर कार्रवाई

इस सबके बीच एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पार्टी प्रमुख शरद पवार को ख़त लिखकर पार्टी के पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे पर कार्रवाई करने की सिफ़ारिश की.

और शरद पवार ने दोनों नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पार्टी की सदस्यता से निष्काषित कर दिया.

वहीं, दूसरी ओर एनसीपी की महाराष्ट्र की अनुशासन समिति ने बाग़ी रुख अपनाने वाले विधायकों के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है.

पार्टी ने मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले 9 विधायकों के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित कर उन्हें अयोग्य ठहराए जाने की सिफ़ारिश की है.

प्रफुल्ल पटेल ने की नई नियुक्तियां

शरद पवार की ओर से की गयी कार्रवाई के कुछ देर बाद ही सुनील तटकरे को जयंत पाटिल की जगह महाराष्ट्र में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है.

सांसद प्रफुल्ल पटेल ने उनकी नियुक्ति का एलान किया है.

इसके अलावा अजित पवार के धड़े ने अनिल भाईदास पाटिल को महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी का चीफ़ व्हिप नियुक्त किया है.

वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि अजित पवार विकास के एजेंडे को लेकर हमारे साथ आए हैं. और पीएम मोदी के नेतृत्व में राज्य के विकास में हमारा साथ देंगे.

अजित पवार गुट ने सुनील तटकरे को बनाया प्रदेश अध्यक्ष, अनिल पाटिल चीफ़ व्हिप

महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम में लगातार बदलाव हो रहा है.

एनसीपी प्रमुख शरद पवार की प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे पर कार्रवाई के कुछ देर बाद ही अजित पवार के धड़े ने सुनील तटकरे को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है.

सांसद प्रफुल्ल पटेल ने उनकी नियुक्ति का एलान किया.

प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि सुनील तटकरे के पास पार्टी के संगठन में बदलाव का अधिकार होगा.

प्रफुल्ल पटेल ने ये भी बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा में अनिल भाईदास पाटिल पार्टी के चीफ व्हिप होंगे.

शरद पवार ने की कार्रवाई

शरद पवार ने इसके कुछ देर पहले ही प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी की सदस्यता से बर्खास्त करने का एलान किया था. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को जितेंद्र अव्हाड को पार्टी का चीफ़ व्हिप बनाया था.

उन्होंने अजित पवार और उनके साथ रविवार को महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए विधायकों पर पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया है.

अजित पवार और छगन भुजबल समेत एनसीपी के नौ विधायकों ने रविवार को एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्रिपद की शपथ ली. अजित पवार को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है.

अजित पवार ने बताया कि वो एनसीपी के तौर पर सरकार में शामिल हुए हैं. प्रफुल्ल पटेल भी इनके साथ हैं.

क्या बोले तटकरे

प्रफुल्ल पटेल की ओर से नियुक्ति का एलान किया जाते ही सुनील तटकरे ने कहा कि उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी संभाल ली है.

उन्होंने कहा, “मुझे पार्टी के सभी नेताओं का भरोसा हासिल है. मैंने सभी विधायकों और जिला परिषद के नेताओं की बैठक बुलाई है. “

शरद पवार बोले, ‘अजित को मेरा आशीर्वाद नहीं, तीन महीने में बदल जाएगी पिक्चर’

अजित पवार के महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद जारी अटकलों के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि अजित पवार को उन्होंने आशीर्वाद नहीं दिया है.

शरद पवार ने कहा, ”मेरा उनके फ़ैसले को समर्थन नहीं है. मेरा आशीर्वाद उनके साथ नहीं है.”

अजित पवार, शरद पवार के भतीजे हैं. उनके आठ अन्य विधायकों के साथ रविवार को बीजेपी-शिवसेना (एकनाथ गुट) सरकार में शामिल होने के बाद ये अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि कहीं उनके इस कदम को शरद पवार का समर्थन तो हासिल नहीं है.

शरद पवार ने सोमवार को ऐसी अटकलों को सिरे से ख़ारिज किया.

उन्होंने कहा, ”जो हो रहा है सब सत्ता के लिए हो रहा है. अजित पवार ने जो फ़ैसला लिया है, वो उनका अपना है. ये पार्टी का फ़ैसला नहीं है.”

‘अजित गुट के कई नेता संपर्क में’

उन्होंने दावा किया कि अजित पवार जिन लोगों के समर्थन की बात कर रहे हैं, उनमें से कई नेता उनके संपर्क में हैं. पवार ने कहा कि अगले तीन महीने में पूरी पिक्चर बदल जाएगी.

शरद पवार आज सतारा के कराड में अपने राजनीतिक गुरु यशवंत राव चव्हाण के स्मारक पर पहुंच थे.

पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”आज गुरु पूर्णिमा है, अच्छा दिन है. हमें गुरु का आशीर्वाद मिला है. आज से बदलाव की शुरुआत हो रही है. मैं आज सुबह से निकला हुआ हूं. जिस तरह से लोगों का समर्थन हमें मिला है, वो देखने लायक है.”

पवार ने आगे कहा, ”अगर लोगों का प्यार इसी तरह से हमें मिलता रहा तो तीन महीने में पूरी पिक्चर बदल जाएगी. कई लोगों ने (अजित पवार कैंप के) हमसे संपर्क किया है और कहा है कि वो आगे भी हमारा समर्थन करते रहेंगे.”

पवार ने ये भी कहा कि पार्टी की बागवत करने वाले विधायकों पर कार्रवाई को लेकर कोई भी फ़ैसला प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल लेंगे.

रविवार को एनसीपी नेता अजित पवार पार्टी के 8 विधायकों के साथ शिवसेना (शिंदे गुट)- बीजेपी सरकार में शामिल हो गए थे और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.