लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मशहूर दीनी मदरसे जामिया अरबिया बांदा में एनआईए की टीम ने छापेमारी मदरसे में पढ़ने वाले एक कश्मीरी छात्र आसिफ के सम्बंध में जानकारी करन पहुँची तो ज़िमेदारों और मदरसे के छात्रों को लगा शायद टीम गिरफ्तरी के लिये आई है इस आंशका में मदरसे के छात्रों ने घेराबंदी कर ली, जिसके चलते पुलिस से झड़प की नौबत आई।
प्राप्त समाचार अनुसार दिल्ली से पहुंची एनआईए की टीम ने गुरुवार को बांदा के गांव हथौरा के जामिया अरबिया मदरसा में छापा मारा। कश्मीर में तीन माह पहले पकड़े गए सदिग्ध के पास से मिली डायरी से मिले नाम और फोन नंबरों के आधार पर एनआईए टीम यहां पहुंची थी, हालांकि पड़ताल मे टीम को कुछ खास नहीं मिला। देर शाम टीम मुख्यालय वापस लौट गई। बांदा की पुलिस अधीक्षक शालिनी ने बताया कि एनआईए के एक डिप्टी एसपी व एक इंस्पेक्टर बांदा आए हैं और गोपनीय जांच की है।
एनआईए के डिप्टी एसपी संत कुमार व इंस्पेक्टर एसके चौधरी बांदा से पुलिस बल लेकर गुरुवार दोपहर जामिया अरबिया मदरसा पहुंचे। टीम के पास मदरसे के कुछ नाम और फोन नंबर थे, यह नाम उसे दिसंबर माह में कश्मीर में पकड़े गए तौफीफ नामक संदिग्ध युवक के पास से मिली डायरी से मिले थे। तौफीफ यहां पढ़ने के लिए आया था। उसकी डायरी में यहां के कुछ छात्रों के नाम दर्ज थे। एनआईए को उसके आतंकी नेटवर्क में शामिल होने का शक है। टीम ने मदरसे के दारूल तालीम छात्रावास पहुंचकर वहां रहने वाले कुछ छात्रों से जानकारी जुटाई। टीम ने छात्रावास कमरा नंबर 23 के कुछ छात्रों से पूछताछ भी की। यहां सात कश्मीरी छात्र भी पढ़ते हैं, उनसे भी कुछ जानकारी जुटाई। इसके बाद बारी-बारी से कई छात्रों और वार्डन से पूछताछ की। करीब सात घंटे तक टीम मदरसे के अंदर रही। टीम ने पुराने दस्तावेज भी खंगाले और कई दस्तावेज स्कैन कराकर साथ ले गई। मदरसे में आने-जाने वाले लोगों का भी रिकार्ड जांचा गया।
एनआईए टीम ने सीसीटीवी कैमरों के बारे में भी पूछताछ, इसके अलावा मौलवियों से पढ़ाई का तरीका पूंछा। बताया गया कि टीम बुधवार रात को भी यहां पहुंची थी और कुछ देर रुकने के बाद वापस मुख्यालय बांदा आ गई थी। दूसरे दिन छात्रों के विरोध की आशंका पर भारी पुलिस बल के साथ टीम पहुंची। जब तक टीम वहां रही किसी को भी अंदर बाहर नहीं जाने दिया गया। मदरसा के व्यवस्थापक मंडल के सदस्य मौलाना नजीब ने बताया कि एक युवक के बारे में टीम पड़ताल करने आई थी। पुराने रिकार्ड भी देखे हैं। उन्होंने कहा कि टीम को ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे कुछ गलत साबित हो। उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ जब देश की बड़ी जांच एजेंसी यहां पड़ताल करने आई है।
कुछ दिन पहले कश्मीर के एक छात्र की गिरफ्तारी हुई थी, जोकि हथौडा मदरसे में पढ़ता था। छात्र की गिरफ्तारी कश्मीर में हुई थी, इसी सिलसिले में एनआईए की टीम ने मदरसे में छापा मारा। एनआईए की टीम ने मदरसे के दस्तावेज खंगाले और कुछ छात्रों व अध्यापकों से पूछतांछ भी की। करीब सात आठ घंण्टे तक चली पूछताछ में लगातार गहमा-गहमी का माहौल बना रहा।
पिछले कुछ समय से देखने मे आरहा है कि खुफिया विभाग ने मदरसों और धार्मिक स्थलों को निशाना बना रखा है और उनकी जाँच पड़ताल चला रखी है वेस्ट यूपी के कई मदरसों के ज़िम्मेदारों ने बताया कि खुफिया विभाग के लोग मदरसे में आते रहते हैं और उनसे जानकारी और पूछताछ करते रहते हैं,जिस से अंदाज़ा लगाया जासकता है कि मदरसों पर सरकार ने पहरा लगाया हुआ है।