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पुलिस सुरक्षा के लिए नेता पैसे देकर खुद धमकी भरे के फोन करवाते है : लॉरेंस बिश्नोई

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. लॉरेंस ने कहा कि ‘नेता से लेकर व्‍यापारी तक पैसा देते हैं और धमकी भरे फोन करने के लिए कहते हैं.’ बिश्नोई के मुताबिक, धमकी वाले फोन कॉल के आधार पर ये लोग पुलिस सुरक्षा लेते हैं. बिश्नोई ने NIA को बताया कि उसने जेल के अंदर साम्राज्य बना रखा है और यूपी, हरियाणा, राजस्थान और दिल्‍ली के गैंगस्‍टर्स के साथ उसकी डील है.

नई दिल्‍ली : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जेल के भीतर सिक्‍योरिटी कंसल्टेंसी खोल रखी थी। मजाक नहीं, उसने खुद नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (ANI) को यह बात बताई। लॉरेंस ने कहा कि नेता से लेकर व्‍यापारी तक उसे पैसा देते थे ताकि वह उनको धमकी देने के लिए फोन करे। आप सोचेंगे कि यह क्‍या बात हुई! मगर जरा रुकिए। लॉरेंस बिश्नोई के धमकी वाले फोन कॉल के आधार पर उन्हें पुलिस सिक्योरिटी मिल जाती थी। यानी लॉरेंस भी खुश और क्‍लाइंट भी। द इंडियन एक्‍सप्रेस ने NIA सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट छापी है। इसके मुताबिक, गैंगस्टर ने अप्रैल में NIA की पूछताछ में तोते की तरह सब उगल दिया। लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ खालिस्‍तानी संगठनों को फंडिंग के सिलसिले में हुई थी, मगर उसने रंगदारी के भी राज खोल दिए। वह सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में मुख्य आरोपी है। लॉरेंस बिश्नोई अभी बठिंडा जेल में बंद है। NIA ने पूछताछ में सामने आई इन्‍फॉर्मेशन गृह मंत्रालय (MHA) को भेज दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई हर महीने ढाई करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलता था। उसे पैसा देने वालों में शराब व्यापारियों से लेकर कॉल सेंटर मालिक, ड्रग सप्‍लायर्स और रियल एस्टेट बिजनेसमैन तक शामिल हैं। लॉरेंस ने दावा किया कि कई नेता और व्‍यापारी उसे धमका भरा फोन करने के लिए पैसा देते हैं, ताकि उन्हें राज्‍य पुलिस से सुरक्षा कवर मिल सके।

जेल के भीतर लॉरेंस बिश्नोई का बिजनेस एम्पायर
बिश्नोई ने तो NIA को बताया कि उसने जेल के भीतर कारोबारी साम्राज्य बना रखा है। उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्‍ली के गैंगस्‍टर्स के साथ लॉरेंस की डील हो रखी है। लॉरेंस बिश्नोई ने धनंजय सिंह, काला जठेड़ी, रोहित गोदारा, रोहित मोई और हाशिम बाबा जैसे शातिरों से हाथ मिलाया है। इन लोगों ने मिलकर टोल सिक्योरिटी का ठेका दिया और पर्सेंटेज में मुनाफा बांटते हैं। किसी विरोधी को खत्म करवाना हो तो आपस में शूटर्स और हथियार भी शेयर करते हैं। कुल मिलाकर गैंगस्‍टर्स के बीच लॉरेंस ने एक तरह का को-ऑपरेटिव मॉडल खड़ा दिया है।

पूछताछ में लॉरेंस ने कहा कि वह खालिस्‍तान के खिलाफ है और सिर्फ अपना क्राइम सिंडिकेट चलाना चाहता है। सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा, बिश्नोई ने यह भी बताया कि वह D कंपनी और दाऊद इब्राहिम की भी खिलाफत करता है।