सेहत

सेक्स करना कैसे फ़ायदेमंद है, जानिए!

भले ही सेक्स शब्द का नाम आप लोगों के बीच लेने से कतराते हों लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सेक्स हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा है। अगर कहें कि सेक्स करना सिर्फ शारीरिक सुख केटी को लिए जरूरी है तो यह गलत होगा।

ऐसा इसलिए है क्योंकि कई रिसर्च इस बात को साबित कर चुकी हैं कि सेक्स करना न सिर्फ शरीर को संतुष्टि देता है बल्कि स्वास्थ्य को भी कई बीमारियों से बचा कर रखता है। जी हां, आज हम आपको रोज सेक्स करने से सेहत को मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।

हर दिन सेक्स करना कैसे फायदेमंद है?
सेक्स करना कई तरह से फायदेमंद होता है। यह शरीर से तनाव को कम करता है और इसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है।


1.सेक्स करना आपको खुश करता है
सेक्स करने के दौरान शरीर में डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है, जिसे फील गुड हॉर्मोन भी कहा जाता है। ये उन हॉर्मोंस में से एक है जो हमें खुशी का एहसास दिलाता है। यकीन मानिए अगर आप चॉकलेट खाकर सेक्स करेंगे, तो सेक्स से मिलने वाली खुशी कई गुना तक बढ़ सकती है।

तो बस अब ऑफिस की सारी टेंशन को रफू-चक्कर करने के लिए सेक्स की राह पर आप चल सकते हैं। सेक्स करना आपको कई तरीके से खुश रखता है। वह चाहे हॉर्मोन रिलीज से हो या फिर आपकी सेक्सुअली सेटिस्फेक्शन से हो। ज्यादातर लोगों के लिए सेक्स हर तरह से खुश रखने का जरिया बन सकता है।

2.सेक्स करना एक्सरसाइज का बेहतरीन तरीका है
इंटरकोर्स के दौरान शारीरिक गतिविधि होती है और आपके शरीर एक्टिव मोड़ में रहता है। इस दौरान शरीर उतनी ही मेहनत करता है, जितना किसी वर्कआउट या व्यायाम करते समय करनी होती है।

सेक्स शरीर की कैलोरी बर्न करने में मददगार होता है। रिसर्च की मानें तो हफ्ते में तीन बार सेक्स करने से एक साल में शरीर उतनी कैलोरी बर्न कर सकता है, जितनी 75 मील जॉगिंग करने से बर्न होती है। जो लोग जिम में जाकर एक्सरसाइज करना पसंद नहीं करते हैं, उनके लिए सेक्स करना सरल उपाय है।


3.सेक्स करना इम्यून सिस्टम को सुधारे
पेंसिल्वेनिया के विल्क्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि “ऐसे छात्र जो हफ्ते में दो बार से अधिक सेक्स करते थे, उनका शरीर सेक्स न करने या बहुत कम सेक्स करने वाले छात्रों के मुकाबले कीटाणुओं, वायरस और अन्य कई तरह की बीमारियों से लड़ने के लिए ज्यादा मजबूत पाया गया।”

इम्यून सिस्टम सुधारने के लिए भी सेक्स करना आसान उपाय है। अगर आपको सेक्स करना पसंद है तो आपका इम्यून सिस्टम हमेशा ठीक रहता है। किसी भी बीमारी से लड़ने और बचने का सबसे आसान उपाय है इम्यूनिटी को मजबूत करना और सेक्स की मदद से आप अपनी इम्यूनिटि को बढ़ा सकते हैं।

4.सेक्स करना साथी की इंटिमेसी बढ़ाए
सेक्स करने के बाद पार्टनर के साथ मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से इंटिमेसी बढ़ जाती है। ऐसे कपल्स जो बहुत कम सेक्स करते हैं, उनके पुरुष साथियों की शिकायत रहती है कि सेक्स के दौरान उनकी महिला साथी उनके साथ काफी असहज महसूस करती हैं।

वहीं, इन कपल्स में से महिलाओं का भी मानना है कि सेक्स के दौरान वो अपनी शारीरिक गतिविधियों को लेकर परेशान हो जाती हैं जबकि, नियमित सेक्स करने वाले कपल्स इस समस्या से बचे रहते हैं।

वह सेक्स से जुड़ी अपनी ऐसी किसी भी समस्या को एक-दूसरे से शेयर कर पाते हैं। सेक्स करना आपको आपके पार्टनर के और करीब लेकर जाता है। अगर आपको लगता है कि आप अपने साथी से दूर जा रहे हैं तो आप सेक्स के जरिए इस दूरी को कम कर सकते हैं।

5.महिलाओं के मूत्राशय के नियंत्रण में सुधार
अगर महिलाएं सेक्स के लिए समय निकाल लेंगी, तो यह उनके पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को बेहतर बना सकता है। सेक्स के दौरान ऑर्गैज्म प्राप्त करने पर इन मांसपेशियों में संकुचन आता है। इससे महिलाओं के मूत्राशय के नियंत्रण में सुधार आता है। सेक्स करना महिलाओं को उनके ब्लैडर पर कंट्रोल करने का सही उपाय है।

6. सेक्स करना स्किन को ग्लोइंग बनाए
आमतौर पर देखा जाता है कि शादी के बाद अचानक से महिलाओं की त्वचा में निखार आ जाता है। इसका एक कारण सेक्स भी हो सकता है। सेक्स कार्डियो की तरह ही शरीर पर असर करता है।

यह पसीना बहाता है, कैलोरी बर्न करता है जिससे त्वचा पर निखार आता है। कई महिलाओं में सेक्स के दौरान ऐसे हॉर्मोन रिलीज होते हैं जिससे उनकी स्किन ग्लोइंग होती है।


7.हर दिन के छोटे-मोटे दर्द से छुटकारा
सेक्स के दौरान पुरुष और महिला दोनों के ही शरीर में एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज होता है, जो एक तरह से पेन किलर का काम करता है। स्टडी के मुताबिक, अगर हर बार सेक्स के दौरान ऑर्गैज्म का अनुभव होता है, तो ऐसे लोगों को बदन दर्द या सिरदर्द की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

सेक्स करने से शरीर में होने वाले छोटे-मोटे दर्द से छुटकारा मिल सकता है। पीरियड्स के दर्द से भी सेक्स करने के बाद आराम मिलता है। सेक्स शरीर में मौजूद कई परेशानियों को कम करने का करता है।

8.उम्र बढ़ाने में मददगार
ऑर्गैज्म पाने की कोशिश के दौरान शरीर से डिहाइड्रोइपियानड्रोस्टीरोन हॉर्मोन रिलीज होता है, जो उम्र बढ़ाने में मददगार होता है। यह हॉर्मोन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और शरीर के टिश्यू रिपेयर करता है।

9.सेक्स मसल्स को बनाए मजबूत
कम सेक्स करने वाले पुरुषों के मुकाबले हर दिन सेक्स करने वाले पुरुषों के मसल्स अधिक मजबूत हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सेक्स के दौरान पुरुषों के शरीर से टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन रिलीज होता है जो फील गुड के साथ-साथ मसल्स और हड्डियों को भी मजबूत बनाता है।

पुरूषों को सेक्स के बहुत से फायदे मिलते हैं जैसे सेक्स करने से उनकी मसल्स मजबूत होती हैं। जो पुरूष नियमित रूप से सेक्स करते हैं उनके मसल्स मजबूत बनते हैं।

10. सेक्स करना तनाव कम करे
रोजाना सेक्स करने से न सिर्फ आपका मूड अच्छा रहता है, बल्कि यह तनाव से दूर रखने में भी मदद करता है। सेक्स करने से तनाव कम होता है। ऐसा डॉक्टर भी कहते हैं कि सेक्स आपकी बॉडी में स्ट्रेस लेवल को कम करता है।

सेक्स करने से शरीर में हैप्पी हॉर्मोन रिलीज होता है जो स्ट्रेस कम करने में मददगार होता है।

अब तो आप जान गए ना कि रोज सेक्स करना सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है। सेहत ही नहीं बल्कि सेक्स आप दोनों के रिश्ते को भी प्यार और रोमांस से भर देता है।

तो अब अगली बार जब भी साथी के साथ समय मिले तो इंटिमेसी से बचने की जगह उनका साथ दें।

कंडोम के फायदे

अगर बात आए सेफ सेक्स की, अगर बात आए अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने की, तो सबसे पहले नाम आता है कंडोम का। कंडोम के फायदे अनेक हैं, जिनके बारे में काफी लोग जानते होंगे। लेकिन, फिर भी कुछ लोगों को कुछ ही कंडोम के फायदे जानते होंगे। हैलो स्वास्थ्य का ये आर्टिकल उन्हीं लोगों के लिए है जिन्हें कंडोम के फायदे नहीं पता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कंडोम के फायदे और जानेंगे कि कंडोम के फायदे पाने के लिए इसका इस्तेमाल क्यों करना चाहिए।

क्यों करें कंडोम का इस्तेमाल?
कंडोम का इस्तेमाल कई समस्याओं से बचने के लिए किया जाता है। यह न सिर्फ सुरक्षित सेक्स को बढ़ावा देता है, बल्कि आबादी कंट्रोल करने में भी मददगार होता है। साथ ही, यह सुरक्षित यौन संबंधों को भी बढ़ावा देता है। यह दोनों ही साथी के लिए बहुत जरूरी होता है।


कंडोम के फायदे

1.अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाए
कंडोम आपको किसी भी तरह की अनचाही प्रग्नेंसी से बचा कर रखता है। यह न सिर्फ हर अनमैरिड कपल्स के लिए जरूरी होता है, बल्कि शादी-शुदा लोगों के लिए भी यह उतना ही मायने रखता है। क्योंकि अनचाही प्रेग्नेंसी किसी को भी मुसबीत में डाल सकती है, जो न सिर्फ सामाजिक स्तर को प्रभावित करेगी, बल्कि आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव डाल सकती है।

2.यौन जनित रोगों से बचाए
साल 2016 के आंकड़ों के अनुसार, लगभग दो लाख से ज्यादा भारतीयों में एड्स की बीमारी पाई गई थी, जिसका सबसे बड़ा कारण सेक्स था। क्योंकि, एड्स एक संक्रामक बीमारी है, जो अधिकतर यौन मार्ग के जरिए ही फैलती है। अगर किसी भी साथी को एड्स की बीमारी है, तो इसकी पूरी संभावना रहती है कि यह दूसरे साथी को भी अपना शिकार बना ले। साथ ही, यह सूजाक, क्लैमाइडिया और ट्राइकोमोनिएसिस के खिलाफ भी प्रभावी है।


3.आसानी से उपलब्ध
कंडोम के फायदे अनेक हैं। अक्सर फायदों से भरी वस्तुएं महंगी होती है लेकिन, कंडोम पॉकेट फ्रेंडली है। आप इसे किसी भी साधारण जगह से खरीद सकते हैं। साथ ही, यह कई तरह के फ्लेवर में आता है, जिनके इस्तेमाल से आप अपने साथी के साथ अपने खास पलों को और भी ज्यादा आनंदमय और यादगार बना सकते हैं। इसकी मदद से आप साथी के मन की बात भी जान सकते हैं। आपके साथी को किस तरह का सेक्स पसंद आता है यह कौन सा फ्लेवर उनका पसंदीदा है इसके बारे मे साथी के साथ बातचीत करना आपके लिए खास हो सकता है।

4.साइड इफ्केट्स के खतरे कम
अगर कंडोम के फायदे उठाने हैं, तो इसके इस्तेमाल का सही तरीका जानना जरूरी है। क्योंकि, आपकी अपनी गलती से आप इससे जुड़े खतरे का शिकार भी हो सकते हैं। लेकिन यह बहुत ही कम देखा जाता है। अधिकतर लोग बिना किसी समस्या के कंडोम का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि कभी-कभी लेटेक्स कंडोम से एलर्जी होने का खतरा बना रहता है। अगर आपको लेटेक्स से एलर्जी है, तो आपने कंडोम का ब्रांड बदल सकते हैं।

5.पुरुष या महिला दोनों ही कर सकते हैं इस्तेमाल
सेक्स सुरक्षित रहे और मजेदार भी इसके लिए दोनो साथी कंडोम का इस्तेमाल अलग-अलग समय पर कर सकते हैं। यह सिर्फ पुरुष साथी या सिर्फ महिला साथी के इस्तेमाल पर ही निर्भर नहीं है।

6.दाम में सस्ती, लेकिन काम में सबसे अच्छी

कंडोम छोटी-छोटी से छोटी दुकान पर बड़ी ही आसानी से बेहद कम दामों में उपलब्ध है। आप चाहें तो इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। कंडोम इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी डॉक्टर की सलाह या डॉक्टर की पर्ची या आईडी की जरूरत भी नहीं होती है। इनकी कीमत भी बहुत कम होती है। इसके अलावा भारत सरकार सामुदायिक केन्द्रो के माध्यम से और अन्य माध्यमों से मुफ्त में भी कंडोम उपलब्ध करवाती रहती है।

7.कंडोम के फायदे से मिले संतुष्टि और सुरक्षा दोनों ही

कंडोम कई अलग-अलग प्राकर, आकृतियों और फ्लेवर में आते हैं। जिसकी वजह से हर कोई अपनी पसंद और साथी के पसंद का भी ध्यान बड़ी ही आसानी से रख सकता है। इसके साथ ही, कंडोम के फायदे के साथ-साथ आप इसके अलग-अलग फ्लेवर और प्राकर का भी लुप्त ले सकते हैं। इसका इस्तेमाल योनि और गुदा सेक्स के साथ-साथ फोरप्ले और ओरल सेक्स के दौरान भी किया जा सकता है। जो सेक्स के आनंद को बढ़ाता ही है, साथ ही सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखता है।

8.जन्म नियंत्रण के अन्य तरीकों से कई गुना बेहतर है कंडोम

अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने या जन्म नियंत्रण करने के लिए अन्य विकल्प भी मौजूद हैं। हालांकि, इनमें से कुछ की प्रक्रिया लंबी तो कुछ खर्चीली भी हो सकती है। साथी ही, अन्य प्रक्रियाओं के दौरान कई तरह की सावधानियों का भी ध्यान रखना पड़ सकता है। लेकिन, सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना सबसे आसान और सुरक्षित होता है। यह सस्ता भी होता है साथ ही इसके इस्तेमाल में अधिक समय भी नहीं लगता है और न इसे लेकर किसी तरह की कोई खास सावधानी का ध्यान रखना होता है।

क्यों करना चाहिए कंडोम का इस्तेमाल?

आमतौर पर ज्यादातर लोग सेक्‍स के दौरान अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाव करने के लिए कंडोम का इस्‍तेमाल किया करते हैं। लेकिन, इसके अलावा अभी भी ग्रामीण या निचले ऐसे कई इलाके हैं जहां पर लोगों को कंडोम के फायदे बहुत ही कम पता है, जैसे कंडोम के इस्‍तेमाल से यौन संचारित रोगों जैसे कि एड्स, सिफिलिस, गोनोरिया के खतरे से बचाव भी किया जाता है। साल 2016 के आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 216 लाख लोग एड्स जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में थे। बता दें कि, एड्स एक संक्रामक बीमारी है जिसका सबसे बड़ा कारण असुरक्षित सेक्स होता है। अधिकतर यौन मार्ग से फैलती है। एड्स को खत्‍म करने का अब तक कोई उपचार या दवा नहीं आई है इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि सेक्‍स के दौरान कंडोम का इस्‍तेमाल किया जाए।

अपने मन से चुनें अपना पसंदीदा फ्लेवर
कंडोम के फ्लेवर और प्रकार कंडोम के फायदे को सबसे ज्यादा बढ़ा देते हैं। आप अपनी पसंद के अनुसार किसी भी प्रकार या फ्लेवर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, आए दिनों मार्केट में कंडोम के अलग-अलग फ्लेवर और प्रकार भी आते रहते हैं।

अनफ्लेवर्ड कंडोम
यह साधारण कंडोम होता है। इसमें किसी तरह का फ्लेवर नहीं होता है, लेकिन आप इसे सुरक्षित सेक्स के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

रिब्ड कंडोम
इस कंडोम में महिला साथी की सेक्स के लिए एक्साइटमेंट बढ़ाने के लिए इसकी बाहरी सतह पर उभरी हुई धारियां होती हैं।

डॉटेड कंडोम
इस तरह के कंडोम के बाहरी सतह पर डॉट्स होते हैं। इस तरह के अधिकांश कंडोम चिकनाई से युक्त होते हैं और कंडोम पर डॉट्स को जोड़ने से यह अधिकतम संतुष्टि की गारंटी भी देता है।

तो अब अगली बार से सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल न भूलेँ। कंडोम के फायदे के बारे में आप अपने साथी से भी बात करें और ऊपर बताई गईं समस्या से बचने के लिए उन्हें भी इसका इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करें।

अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।

योग सेक्स: योगासन जो आपकी सेक्स लाइफ को बनाएंगे शानदार

योग और सेक्स एक बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ, उनके विकास के लिए काफी अहम भूमिका निभा सकता है। अधिकतर लोग भले ही, योग सेक्स के गुणों और उससे निजी जीवन में होने वाले बदलावों को नजरअंदाज कर दें, लेकिन हमें योग सेक्स के फायदों को जल्द से जल्द अपनाने की पहल करनी चाहिए।

हर तीन में से एक कपल को सेक्स से जुड़ी कोई न कोई समस्या होती है। लेकिन सेक्स या सेक्स लाइफ एक ऐसा विषय है, जिसके बार में हमारे देश में अभी भी लोग खुलकर बात करने से कतराते हैं। सेक्स या एक अच्छा शारीरिक संबंध व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट बनाए रखने में मदद कर सकता है। कई बार खराब लाइफ स्टाइल का असर सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकता है। जिसे बेहतर बनाने के लिए आप योग की मदद ले सकते हैं।

योग सेक्स, महिलाओं से लेकर पुरुषों में सेक्स से जुड़ी कई तरह की समस्याओं को दूर करने में काफी मदद कर सकता है तो, चलिए हम अपने आज के इस आर्टिकल में आपको योग सेक्स के फायदों और योग से बेहतर सेक्स लाइफ कैसे बनाई जा सकती है, इसके बारे में आपको सारी जानकारी देने वाले हैं।

योग सेक्स से कैसे बनाएं साथी के साथ मजबूत रिश्ता
योग से बेहतर सेक्स लाइफ कैसे पाई जा सकती है, इस बारे में महान भारतीय गुरु, महर्षि वात्सयायन (Maharishi Vatsyayana) ने ‘काम सूत्र‘ की रचना की थी। जिसमें ऐसे कई बातों का उल्लेख किया गया है, जो मानव जीवन में सेक्स की जरूरत को बेहतर तरीके से समझाने में हमारी मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों की माने, तो अधिकतर कपल अपने सेक्स लाइफ से अपने पूरे जीवनकाल में पूरी तरह से संतुष्टी नहीं प्राप्त कर पाते हैं। इसकी वजह से सेक्स के बारे में जानकारियों की कमी होना। लोगों की माने तो वे अपने साथी के साथ मुश्किल से ही चार या पांच सेक्स पुजिशन ही अपनाते हैं। जिससे वो कुछ समय बाद बोर भी हो जाते हैं। जिसके बाद उनकी सेक्स लाइफ बस शारीरिक जरूरत बनकर रह जाती है, लेकिन उन्हें शारीरिक संतुष्टी मुश्किल ही मिल पाती है। लेकिन, योग सेक्स की मदद से वो अपनी निजी संबंधों में आ रही खामियों को पूरा कर सकते हैं।

योग से बेहतर सेक्स लाइफ कैसे पाएं?
हम सभी जानते हैं कि योग की मदद से हम स्ट्रेस, बढ़ते वजन को कम करने के साथ-साथ पाचन क्रियाओं में भी सुधार ला सकते हैं। साथ ही, योग के कुछ प्रकार शरीर के अलग-अलग अंगों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित योग करने से शरीर में कोर्टिसोल का लेवल कम करके उसे नियंत्रित किया जा सकता है। कोर्टिसोल एक हार्मोन है जो शरीर में तनाव के स्तर के बढ़ने और घटने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। वहीं, तनाव बढ़ने से शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं जो यौन इच्छा में कमी आने का भी एक सबसे बड़ा कारण बन सकत है। इसलिए यौन उत्तेजना बढ़ाने के लिए योग बेहतर विकल्प माना जाता है।


इन योग से बेहतर बनाए सेक्स

कामेच्छा बढ़ाने के लिए योगासन रोजाना अपने दिनचर्या में अपनाएं –

पद्मासन

नियमित तौर पर पद्मासन का अभ्यास करने से शरीर में स्ट्रेस लेवल को आसानी से कम किया जा सकता है और यौन शक्ति को बढाया जा सकता है, जिससे बेहतर सेक्स लाइफ पाना संभव हो सकता है। इस आसन से मांसमेशियां, पेट, मूत्राशय और घुटनों में खिंचाव उत्पन्न होता है, जो इन अंगों को मजबूत बनाने में मदद कर सकती है। पद्मासन की मुद्रा में हमारी शरीर एक तरह से ध्यान लागने की मुद्रा में होता है। जो हमारे मन में चल रहे कई तरह की भावनाओं और जिज्ञासों को शांत करके मन को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभा सकता है।


पद्मासन योग कैसे करें
पद्मासन करने के लिए फर्श पर योग मैट बिछाएं और उस पर सीधे बैठ जाएं।
अपने बैठने की मुद्रा में रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधी रखें और टांगों को फैलाकर रखें।
अब धीरे से दाएं घुटने को मोड़कर बायीं जांघ के ऊपर पर रखें। ध्यान रखें कि आपके दाएं पैर की एड़ी पेट के निचले हिस्से को छूती रहे।
इसकी तरह दूसरा पैर भी दाएं पैर के जांघ के ऊपर रखें।
अब दोनों पैरों के क्रॉस होने के बाद अपने हाथों को आप आरामदायक मुद्रा में रख सकते हैं।
इस मुद्रा के दौरान सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा ही रखें।
मुद्रा में आने के बाद लंबी और गहरी सांसें लेते रहें।
फिर सिर को धीरे से नीचे की तरफ ले जाएं और ठोड़ी को गले से छूने की कोशिश करें।
इस मुद्रा में एक मिनट तक बैठने के बाद आपको यही प्रक्रिया पैरों की अवस्था में बदलाव लाते हुए यानी इसी आसन को दूसरे पैर को ऊपर रखकर अभ्यास करना होगा।
इस मुद्रा को आप 10 से 15 मिनट के लिए कर सकते हैं।


हलासन (Halasana Or Plow Pose)

हलासन को अंग्रेजी में प्लो पोज (Plow Pose) भी कहते हैं। इस योगासन का नाम हलासन इसलिए है, क्योंकि इस मुद्रा में शरीर हल की तरह दिखाई देता है। हल एक तरह का उपकरण होता है जिसका इस्तेमाल खेतों की जुताई करने के लिए किया जा सकता है। इस योग सेक्स से डीप पेनिट्रेशन मिलता है। इससे उन्हें पार्टनर को ज्यादा उत्तेजना मिल सकती है।

हलासन योग कैसे करें
फर्श पर योग मैट बिठाएं और उस पर पीठ के बल सीधा लेट जाएं।
अब अपने हाथों को शरीर से सटा लें और हथेलियों को जमीन की तरफ चिपका कर रखें।
फिर अपनी सांस अंदर की ओर खींचते हुए दोनों पैरों को ऊपर की तरफ उठाते हुए पैरों से टांगे कमर तक 90 डिग्री का कोण बनाएं।
ऐसा करने पर पेट की मांसपेशियों पर दबाव बनता है।
अब टांगों को ऊपर उठाते हुए अपने हाथों से कमर को सहारा दें। ताकि, कमर को ऊपर की तरफ ऊठा सकें।
अब सीधी टांगों को कमर से ऊपर की तरफ बढ़ाते हुए सिर की तरफ झुकाएं और पैरों को सिर के पीछे ले जाने का प्रयास करें।
इसके बाद आपको पैरों के अंगूठे से जमीन को छुएं।
हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा रख लें और हथेलियों को पहले की तरह ही जमीन की तरफ रखें।
इस मुद्रा में आपको एक मिनट तक बने रहना है और सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सांस छोड़ते हुए, टांगों को वापस जमीन की तरफ ले जाएं।
ध्यान रखें कि सांसों को धीरे-धीरे छोड़ें और उसी स्वर में आपने पैरों को भी जमीन की तरफ बढ़ाएं इस दौरान किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें।
यही प्रक्रिया आप 10 से 15 बार दोहरा सकते हैं।

मार्जरासन योग (Cat Pose) (Marjaryasana)
इसे मार्जरासन या मार्जरी आसन दोनों ही कह सकते हैं। यह एक संस्कृत भाषा का शब्द है, जो दो शब्दों से मिलकर बनता है। इसमें “मार्जरी” शब्द का अर्थ “बिल्ली” होता है और “आसन” का अर्थ “मुद्रा या स्थिति” होता है। इसे वजह से इसे अंग्रेजी में कैट पोज (Cat pose) भी कहा जाता है। क्योंकि, इस आसान को करते समय व्यक्ति का शरीर एक बिल्ली के समान दिखाई देता है। इस आसन को करने से रीढ़ और पीठ की मांसपेशियां लचीलाी बनती है। ये तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है और सेक्स की इच्छा बढ़ाने में भी मदद भी कर सकता है।

मार्जरासन योग कैसे करें
सबसे पहले मार्जरासन योग करने के लिए आपको फर्श पर एक योगा मैट बिछाना होगा।
फिर मैट पर अपने दोनों घुटनों को टेक कर बैठ जाएं।
अब आसन को करने के लिए आप वज्रासन की मुद्रा में भी बैठ सकते हैं।
मैट पर बैठने की मुद्रा में आने के बाद अब अपने दोनों हाथों को फर्श पर आगे की ओर रखें।
इसके बाद, अपने दोनों हाथों पर थोड़ा सा भार डालते हुए अपने हिप्स (कूल्हों) को ऊपर की तरफ उठाएं।
अब अपनी जांघों को ऊपर की ओर सीधा करते हुए पैर के घुटनों पर 90 डिग्री का कोण बनाएं।
जब आप इस मुद्रा में आ जाएंगे, तो आपका चेस्ट फर्श के समान्तर होगा और आपके शरीर की मुद्रा एक बिल्ली के समान दिखाई देगी।
इस मुद्रा में आने पर आपको एक लंबी सांस लेनी होगी और अपने सिर को पीछे की ओर झुकाना होगा, फिर अपनी नाभि को नीचे से ऊपर की तरफ ले जाना होगा और रीढ़ की हड्डी के निचले भाग को ऊपर उठाना होगा।
फिर अपनी सांस को बाहर छोड़ते हुए आपको अपने सिर को नीचे की ओर झुकाना होगा और मुंह की ठुड्डी को अपने सीन की तरफ लाना होगा।
अब फिर से अपने सिर को पीछे की ओर करें और इस प्रक्रिया 10 से 20 बार दोहराहएं।
ध्यान रखें कि इस मुद्रा को करते समय घुटनों के बीच की दूरी को कम या ज्यादा न करें और आपके हाथ भी झुकने नहीं चाहिए।

ब्रिज पोज या सेतुबंधासन

ब्रिज पोज या सेतुबंधासन मुद्रा महिलाओं के लिए बेहतर हो सकती है। यह पेल्विक फ्लोर को मजबूत बनाने में मदद करती है और मांसपेशियों को मजबूत करके सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।

ब्रिज पोज या सेतुबंधासन कैसे करें
सबसे पहले फर्श पर योग मैट बिछाएं और जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं।
इसके बाद अपने घुटनों को मोड़ते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं।
इस दौरान पैरों और कूल्हों के बीच दूरी बनाएं।
श्रोणि (pelvis) जमीन से 10 से 12 इंच ऊपर होनी चाहिए।
इसके बाद पैरों के घुटने और एड़ियां एक सीधी रेखा में रखें।
फिर कूल्हों और घुटनों को ऊपर उठाए हुए पोजिशन में ही अपने दोनों हाथों से पैर के टखनों को पकड़ें।
अब श्वास लें और हल्के से अपने पीठ के निचले हिस्से को जमीन से ऊपर उठायें।
इसके बाद अपने सीने को ऊपर ऊठाएं और ठोड़ी के पास ले जाने की कोशिश करें।
इसके बाद धीरे-धीरे और सामान्यरूप से सांस लें।
इस मुद्रा में आपको 30 सेकेंड से 1 मिनट तक बने रहना है। फिर सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए आपको वापस से जमीन पर सीधा लेट जाना है और कुछ सेकंड बाद फिर से यह मुद्रा दोहरानी है। इसे आप 5 से 10 बार कर सकते हैं।

बालासन (Balasana) (Child’s Pose)

बालासन काफी आसान और फायदेमंद आसन है। इसका अभ्यास करने से आपके कूल्हे की मांसपेशियां लचीनी बन जाती हैं। इससे आपके शरीर को आराम मिलता है, जिससे आपका तनाव व चिंता का स्तर कम हो जाता है। तनाव व चिंता कम होने की वजह से आपका सेक्शुअल परफॉर्मेंस बेहतर हो जाता है। तो आइए जानते हैं कि इस योगासन को कैसे किया जाता है।

बालासन कैसे करें
सबसे पहले आप जमीन पर एक मैट बिछाकर जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
बैठते हुए ध्यान रखें कि आपके पंजे पूरी तरह से जमीन को छू रहे हों।
अब अपने घुटनों को कूल्हों की चौड़ाई के बराबर खोल लें।
इसके बाद अपनी सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें।
अब अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें और कूल्हों को एड़ियों की तरफ वापिस ले जाएं और शरीर को स्ट्रेच करें।
कोशिश करें कि आपका माथा मैट को छूने लगे।
इस पुजिशन में 30 सेकंड तक रहें और फिर सामान्य हो जाएं।

योग के माध्यम से न सिर्फ आप अपने सेक्स का समय बढ़ा सकते हैं, बल्कि सेक्स में घट रही रूचि को भी बढ़ा सकते हैं। एक अध्ययन में 40 महिलाओं को शामिल किया गया। जिन्हें 12 सप्ताह तक इसी तरह के योग मुद्राओं का अभ्यास करवाया गया। अध्ययन के बाद, शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष में पाया कि योग के कारण महिलाओं के सेक्स जीवन में काफी सुधार हुआ था। जिसे देखते हुए उनमे से कुछ महिलाओं ने आपने दैनिक जीवन में नियमित तौर पर सेक्स करने की भी इच्छा जताई।

अगर आप अपनी किसी भी सेक्स से जुड़ी समस्या के लिए योग सेक्स अपनाने के बारे में विचार कर रह हैं, तो एक बार अपने डॉक्टर या योग एक्सपर्ट की सलाह भी अवश्य लें। क्योंकि, योग सेक्स करने के लिए आपको इन मुद्राओं की सही जानकारी होनी बेहद जरूरी हो सकती है।

अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

PICS source : twitter

DEMO PICS