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केवल एक दिन यह मान लेने से क्या नारी को सम्मान मिल जाता है? लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़िये!
Laxmi Sinha =================== केवल एक दिन यह मान लेने से क्या नारी को सम्मान मिल जाती है?औरत त्याग की एक ऐसी मूरत है जिसे देवी का स्थान मिला है.किसी पुरुष में सहस्त्र हाथियों का बल होगा, पर एक औरत की ताकत और उसके त्याग के आगे तो शून्य ही है.भले ही समाज में इसे दु:ख […]
* जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना*
Komal Kumari =============== * जब सब कुछ मायके से ही लाना है तो काम भी मायके का ही करूंगी ना* फटाफट रसोई का काम निपटाकर संध्या अपने कमरे में दौड़ी चली आई। बाहर घर के सदस्य सब तैयार हो चुके हैं और संध्या है कि अभी तक तैयार ही नहीं हुई। जानती थी कि अगर […]
*पत्नी तब तक ही देवी है जब तक पति देवता है वरना तो वो किसी रणचंडी कम नही*
Laxmi Kumawat ========== * पत्नी तब तक ही देवी है जब तक पति देवता है वरना तो वो किसी रणचंडी कम नही * शाम के सात बज चुके थे। आज पड़ोस वाली शालू के घर से जोर जोर से आवाजें आ रही थी। लेकिन ये आवाज हर रोज की आवाज से अलग थी। कुछ तो […]