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UP : धर्मनगरी मथुरा के नामी मंदिरों से हर महीने चोरी हो रहे 20 लाख के मोबाइल!

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धर्मनगरी मथुरा के नामी मंदिरों से हर महीने चोरी हो रहे 20 लाख के मोबाइल…

UP: मोबाइल और पर्स चोरों के लिए मुफीद बने मंदिरों में हर रोज छह से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। रसूखदारों की एफआईआर दर्ज हो रही है।

मंदिरों में मोबाइल और पर्स चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं, जिसने पुलिस की नाक में दम कर दिया है। सबसे अधिक बांकेबिहारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, राधावल्लभ मंदिर और इन मंदिरों को जाने वाले मार्गों पर चोरी की वारदात होती हैं। वीकेंड और विशेष उत्सवों पर भीड़ बढ़ जाने पर यह आंकड़ा हर रोज 12 पहुंच जाता है। इस हिसाब से औसतन हर माह करीब 200 मोबाइल चोरी हो रहे हैं। एक मोबाइल की कीमत कम से कम 10 हजार रुपये मान ली जाए तो 20 लाख रुपये के मोबाइल चोरी हो जाते हैं, यानी सालभर में करीब ढाई करोड़ के मोबाइल चोरी हो रहे हैं। यह संख्या तो उन मामलों की है , जो पुलिस के पास पहुंचते हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोग बिना शिकायत के घर चले जाते हैं।

निजी जानकारी को लेकर बढ़ जाती है चिंता..

मोबाइल चोरी हो जाने पर पीड़ित को डाटा के गलत इस्तेमाल होने का डर रहता है। बहुत लोग ऐसे भी होते हैं जो परिवार के फोटो, वीडियो को लेकर चिंतित रहते हैं। हालांकि बांकेबिहारी मंदिर से उद्घोषणा होती रहती है, जिसमें मोबाइल और पर्स पार करने वाले जेबकटों से सावधान रहने की अपील की जाती है। साथ ही, मोबाइल, पर्स और गहने को मंदिर में पहनकर न आने की मनाही भी की जाती है। इसके बाद भी श्रद्धालु नहीं मानते हैं।

बिहारीजी मंदिर के पास नहीं है लॉकर सुविधा..

बांकेबिहारी मंदिर के पास लॉकर सुविधा भी नहीं है, जहां लोग अपने सामान को रख सकें, मजबूरन साथ ले जाना पड़ता है। वहीं मंदिरों में अगर लाइन लगाकर दर्शन कराने की व्यवस्था कर दी जाए तो मोबाइल और पर्स चोरी की घटनाओं में गिरावट आ सकती है। भीड़ का फायदा उठाकर जेबकट हाथ साफ कर जाते हैं। इधर जेबकटी में बाहर के लोगों के शामिल होने का संदेह रहता है। स्थानीय चोर जानते हैं कि मंदिरों में सीसीटीवी लगे हैं, पहचान होने पर धर लिए जाएंगे, जबकि बाहर से आकर यहां भिक्षावृत्ति में लगे लोग ऐसे कामों को अंजाम दे देते हैं।