नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े मुकाबले UPSC के नतीजों में 51 मुसलमानों के कामयाब होने पर पूरे देश जश्न का माहौल है ,हर कोई मुबारकबाद पेश कर रहा है और इन युवा प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य के लिये दुआएँ देरहा है,लेकिन मोदी सरकार में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुसलमानों की इस कामयाबी का श्रय भी प्रधानमंत्री को पहुँचा दिया है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘‘अल्पसंख्यक समुदायों विशेषकर मुस्लिम नौजवानों में प्रतिभा की कमी नहीं है. लेकिन इससे पूर्व ऐसा माहौल बनाने की कोशिश नहीं हुई जिससे उनमे विश्वास पैदा हो सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिना भेदभाव के प्रतिभाओं को सम्मान का माहौल दिया है जिसका नतीजा है कि इतनी बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के नौजवान शीर्ष प्रशासनिक सेवाओं में चुने गए हैं।
पिछले वर्ष 1099 छात्र छात्राओं ने UPSC के नतीजों में कामयाबी हासिल करी थी जिनमें 52 मुस्लिम थे,इस बार पास होने वालों की संख्या कम होगई है और मात्र 990 अभ्यार्थियों का चयन हुआ है,
मुख्तार अब्बास नकवी ने इस बताते हुए कहा कि यूपीएससी कोचिंग के लिए पहले हर अभ्यर्थी को 50 हजार रुपये दिए जाते थे और अब इस राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है।
नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय ने पिछले तीन वर्षों के उत्साहवर्धक नतीजों से उत्साहित हो कर फ्री-कोचिंग स्कीमों को और आसान, सुविधायुक्त एवं सुलभ बनाया है. “नई उड़ान”, “नया सवेरा” योजना को संशोधित किया गया है. इसके तहत सिविल सेवा परीक्षा की प्रीलिम्स में पास होने वाले अभ्यर्थियों को सहायता राशि 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दी गई है. उन्होंने कहा कि “नया सवेरा” योजना के तहत विभिन्न प्रशासनिक, मेडिकल, इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी के वास्ते फ्री-कोचिंग के लिए प्रमुख संस्थाओं के साथ मिल कर काम हो रहा है.