अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्नाह की तस्वीर को लेकर जन्मा विवाद अब खूनी संघर्ष में बदल गया है,जबकि बिजेपी के मंत्री ने जिन्नाह को महापुरूष बताया है हिंदू युवा वाहिनी भी अब इस विवाद में कूद गई है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार (2 मई) को जिन्ना का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन के बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं और एएमयू छात्रों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
Attack on students of AMU & AMU students union leaders is highly condemnable why did the local police allow the Hindutva goons to enter AMU campus shows that @CMOfficeUP wants to vitiate the University campus
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 2, 2018
हिन्दू युवावाहिनी के कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर यूनिवर्सिटी गेट पर पहुँचे और हंगमेंबाज़ी करने लगे और अंदर घुसने की कोशिश की।घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इसमें एएमयू के तीन छात्र के घायल होने की सूचना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई। इसके बाद वहां आला प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए और आरएएफ के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया है।
This is what happened in AMU today.
Please remove the photo of Jinnah which has been hanging in the Students union hall since 1939. If that is the reason for this attack
We need safety of students. pic.twitter.com/mWSaGVT7uJ— Rana Safvi رعنا राना (@iamrana) May 2, 2018
टकराव की यह घटना उस वक्त हुई जब पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी एक कार्यक्रम में शिरकत करने एएमयू परिसर में ही मौजूद थे। मालूम हो कि एएमयू के छात्रसंघ भवन में जिन्ना की तस्वीर लगी थी।
Hindutva terror to remove Jinnah's portrait from #AMU student union office – AMU student union grants honorary memberships to prominent people, the first such given to Mahatma Gandhi in 1920. Similarly, to Jinnah in 1938, much before the demand of Pakistan. pic.twitter.com/aNUcyXZQUu
— Ashok Swain (@ashoswai) May 2, 2018
भाजपा सांसद सतीश गौतम ने इसको लेकर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर को पत्र लिखकर जिन्ना की तस्वीर लगाने पर सवाल उठाए थे। इसके बाद हिंदू युवा वाहिनी ने जिन्ना की तस्वीर हटाने के लिए एएमयू प्रशासन को 48 घंटे की मोहलत देने का ऐलान किया था।