नई दिल्ली: केरल में बाढ़ तबाही मचा दी इंसान को सिर छुपाने के लिये जगह नही मिल रही है,ऐसे में खाने के एक एक टुकड़े के लिये भी संघर्ष करना पड़ रहा है,लेकिन केरलवासी सामने आई इस चुनोती को स्वीकार कर चुके हैं और संघर्ष के तैयार हैं।
बाढ़ की तबाही से जूझ रहे केरलवासियों का ईद उल अज़हा के मौके पर शानदार अनोखा साम्प्रदायिक सौहार्द देखने को मिला जो पूरे भारत के लिये मिसाल बन रहा है, केरल के ईरावतूर के मुसलमान परेशान थे कि वे बकरीद की नमाज कहां पढ़ेंगे क्योंकि उनकी मस्जिद बाढ़ में डूबी हुई थी तो वहां के मंदिर ने अपने दरवाजे नमाज पढ़ने के लिए खोल दिए।
केरल में साम्प्रदायिक सद्भाव की अनोखी मिसाल, नमाज़ पढ़ने के लिए खोले मंदिर के दरवाज़े pic.twitter.com/QsiuhXw0ml
— Zee News (@ZeeNews) August 24, 2018
केरल के त्रिशूर जिले में माला के पास स्थित ईरावतूर में बुधवार को बकरीद के मौके पर कोचुकाडव महल मस्जिद सहित कई मस्जिदें पानी में डूबी हुई थीं। स्थानीय मुस्लिम बकरीद की नमाज को लेकर परेशान थे, तभी पुरुपिलिकव रक्तेश्वरी मंदिर के अधिकारियों ने मंदिर के एक हॉल के दरवाजे नमाज पढ़ने के लिए खोल दिए और मुस्लिमों को नमाज पढ़ने का न्योता दिया।
हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल: केरल में मस्जिद में बाढ़ का पानी भरा तो मंदिर ने खोल दिए नमाज के लिए अपने दरवाजे।#KeralaFloods2018 #hindumuslimbhaibhai pic.twitter.com/Wkqmhc7u3V
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केरल बाढ़ ने कई के अपने बिछुड़ गए
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, मुस्लिमों ने नमाज के बाद मंदिर से जुड़े अधिकारियों का धन्यवाद दिया। इस दौरान मंदिर में लगभग 300 मुस्लिमों ने ईद की नमाज पढ़ी। मंदिर के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम सबसे पहले इंसान हैं। आपदा के इस समय में हमें याद रखना चाहिए कि हम सभी एक ही भगवान के बच्चे हैं।