नई दिल्ली : देश के इतिहासिक धरोहर ताजमहल पर हिंदूवादी सन्गठन हमेशा आँखें तिरछी किये हुए रहते हैं,कई बार ताजमहल को तजोयमहल बताकर इसको मंदिर भी कहा गया है,लेकिन इस बार ताजमहल की सुरक्षा फिर खतरे में पड़ गईं है।
भारत के ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ताज परिसर में घुसकर न केवल हंगामा किया बल्कि जमकर तोड़फोड़ भी की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विहिप के कार्यकर्ताओं ने परिसर के अंदर नारेबाजी भी की। इससे पर्यटकों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, 20 से 25 लोगों ने ताजमहल के पश्चिमी गेट पर हमला बोल दिया था। इनलोगों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) द्वारा लगाए जा रहे गेट को भी उखाड़ दिया। हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि एएसआई ताजमहल की सुरक्षा के नाम पर सिद्धेश्वर महादेव मंदिर जाने का 500 साल पुराना रास्ता बंद कर रहा है। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजय दुबे ने एएसआई पर मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए असुविधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है।
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— News Tak (@newstakofficial) June 11, 2018
उन्होंने कहा, ‘मंदिर जाने का यह 400-500 साल पुराना रास्ता है, जिसे बंद किया जा रहा है। इससे लोगों को पूजा-अर्चना में दिक्कत हो रही है। इससे लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचा है। अगर इसी तरह से कुछ किया जाता रहा तो हमलोग भजन-किर्तन करने पर बाध्य होंगे।’ विहिप के कार्यकर्ता रवि दुबे ने भी एएसआई के कदम पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, ‘एएसआई ने मंदिर जाने का रास्ता अवरुद्ध कर दिया है। हमलोग उसी का विरोध कर रहे हैं। हमलोग इस गेट को उखाड़ेंगे। कोई 400 वर्ष प्राचीन मंदिर का रास्ता कैसे अवरुद्ध कर देगा।’
हिंदूवादी संगठन कार्यकर्ताओं द्वारा ताजमहल परिसर में तोड़फोड़ और हंगामे के कारण काफी देर तक तनाव का माहौल बना रहा। इससे पर्यटकों के आवाजाही पर भी असर पड़ा। प्रदर्शनकारियों के उग्र तेवर को देखते पुरातत्व विभाग सक्रिय हुआ और स्थानीय पुलिस-प्रशासन से इसकी शिकायत की, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। इस मामले में 4-5 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यदि किसी तरह की शिकायत या समस्या थी तो संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की जा सकती थी।
प्रशासन ने उचित कार्रवाई करने की बात कही है। बता दें कि पश्चिमी गेट से पर्यटकों को ताज का दीदार कराने के लिए एएसआई सुरक्षित गेट लगा रहा है। इस द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगाए जा रहे हैं। इस वजह से इस गेट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। एएसआई ने ताजमहल के पीछे स्थित महादेव मंदिर जाने के लिए अलग रास्ता भी बना दिया है। इसके बावजूद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की ओर गेट उखाड़ दिए।