नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता और अखिलेश यादव के कार्यकाल में उनकी सबसे करीबी माने जाने वाली सपा नेत्री पंखुड़ी पाठक पर आज अतरौली कस्बे के मोहल्ला वैशपाड़ा में भगवाधारियों ने हमला बोल दिया,जिसमें पंखुड़ी के साथ धक्का मुक्की और अभद्रता की गई जिसके बाद पंखुड़ी बड़ी मुश्किल से जान बचाकर वहां से भागी।
हमले के दौरान पंखुड़ी अपनी फेसबुक पर लाईव थी जब पंखुड़ी वहां से भाग रही थी तो भगवाधारियों की भीड़ ने पंखुड़ी की गाड़ी पर हमला बोला,जिसमें वो बाल बाल बची हैं।
हमले के बाद पंखुड़ी ने फेसबुक पर लाईव आकर बताया कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। उनकी गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उनके साथ आये लोग इस हमले में घायल हो गये। मदद के लिए उनके पास तक पुलिस भी नहीं पहुंच सकी। पंखुड़ी पाठक यहां पुलिस मुठभेड़ में मारे गए दो मुस्लिम युवकों के परिजनों से मिलने गई थीं। वहीं मौजूद कुछ लोगों ने कहा कि छह हिन्दू मारे गए हैं, उनके यहां भी जाएं। इसी पर विवाद के बाद मारपीट हो गई।
रूपवास गांव के साधु कालीचरन और किसान सोनपाल सिंह की हत्या हुई थी। बहराबद गांव में लटूरी सिंह किसान की हत्या हुई। इसके अलावा तीन लोगों की हत्या हरदुआगंज में हुई थी। इन छह हत्याओं मे नौशाद और मुस्तकीम आरोपी थे। ये दोनों हरदुआगंज में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। पंखुड़ी पाठक इनके घर पहुंची तो तमाम लो आ गए। उन्होंने कहा कि ये बदमाश हैं, इनसे मिलने आ रहे हो तो उनसे भी मिलने जाइए, जिनकी हत्या हुई है। इस पर पंखुड़ी पाठक ने कहा कि आपसे थोड़े ही पूछेंगे कि कहां जाना है। इस पर वहां मौजूद लोग भड़क गए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि इसका मतलब तो यह है कि आप आतंकवादियों की पैरवी करने आई हैं। इसके बाद जनता भड़क गई। पंखुड़ी पाठक के साथ हाथापाई कर दी। उनके साथ आए लोगों को को पीटा। कपड़े तक फाड़ दिए। पंखुड़ी पाठक जैसे-तैसे वहां से निकल पाईं।
पंखुड़ी पाठक ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में हमला हुआ। इस वारदात को उस समय अंजाम दिया गया, जब वे गाड़ी के अंदर मौजूद थीं। उनकी गाड़ी पर पथराव कर दिया गया। गाड़ी की चाबी भी गायब कर दी गई। पंखुडी पाठक ने बताया कि इस हमले में उनके साथी बुरी तरह जख्मी हो गये। कुछ साथियों ने वहां से भागने का प्रयास किया, तो बजरंग दल के कार्यकर्ता उनके पीछे दौड़े। उन साथियों का कुछ भी अता पता नहीं है। वे अपने घायल साथियों को लेकर अस्पताल पहुंच रही हैं।
Attacked . @Uppolice not helping . Some people critical
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) October 6, 2018
पंखुड़ी पाठक ने बताया कि पुलिस पर भरोसा नहीं है। पुलिस की मौजूदगी में ये हमला हुआ है। यहां पर मरवाने का पूरा प्लान था। यदि थोड़ी देर भी वहां रुकते, तो मार दिया जाता। उन्होंने कहा कि यूपी के अलीगढ़ में इस तरह की गुंडागर्दी है, ये कभी सोचा नहीं था। पुलिस की मौजूदगी में ऐसा हुआ, इस बात को लेकर सबसे बड़ा संशय है। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्यालय में जायें या न जायें, इस बात को लेकर भी टेंशन हैं। पंखुड़ी पाठक ने भाजपा और बजरंग दल पर इस हमले का आरोप लगाया है। भाजपा सरकार में किसी तरह की कानून व्यवस्था नहीं बची है। एक महिला के होते हुए हमला हुआ, ये कैसी कानून व्यवस्था है।