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Video:गुजरात विधानसभा में सदन के दौरान काँग्रेस विधायक ने बीजेपी विधायक पर माईक से हमला बोला

अहमदाबाद: लाखों जनता की उम्मीदों को लेकर विधानसभा में पहुँचने वाले विधायक जब अपने पद की गरिमा ख्याल ना रखें तो जनता ज़रूर दुःखी होती है,ऐसी ही एक हरकत के कारण गुजरात विधानसभा बुधवार को शर्मसार हो गई। प्रश्नकाल के दौरान सदन में कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच हाथापाई हो गई। दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक ने माइक तोड़ डाला। इस समय गुजरात विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है।सुबह प्रश्नकाल के दौरान सवाल पूछने को लेकर कांग्रेस और भाजपा विधायक आपस में भिड़ गए।

दोनों दलों के विधायकों ने सदन में खड़े होकर एक-दूसरे को जमकर गालियां दीं और लात-घूंसे चलाए। घटना के बाद सदन की कार्रवाई 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। विक्रम माडम और अमरीश डेर को एक दिन के लिए निलंबित किया गया है। इससे पहले कांग्रेस विधायक विक्रम माडम और अमरीश डेर ने शून्य काल में चर्चा की मांग की। इसे विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी यह कहकर इन्कार कर दिया कि शून्यकाल में चर्चा कराने का कोई प्रावधान ही नहीं है। इस पर सदन में गरमा-गरमी होने लगी। विपक्षी विधायक तैश में आ गए।

कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के विधायक जगदीश पांचाल ने कांग्रेस के विधायकों को गालियां दीं। इससे आवेश में आकर कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात ने माइक तोड़कर उन पर हमला किया। इससे मामला और बिगड़ गया। विपक्ष कांग्रेस और शासक पक्ष अपस में भिड़ गए। कांग्रेस का आरोप है कि सदन के बाहर भाजपा के कुछ विधायकों ने मिलकर कांग्रेस के विधायक अमरीश डेर को पीटा। कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।

राज्य के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने इसकी आलोचना करते हुए पत्रकारों से कहा कि विधानसभा में इस प्रकार की शर्मनाक घटना किसी राज्य में नहीं हुई है। कांग्रेस और भाजपा विधायकों की अपील के बाद भी तीन विधायकों ने पूरे सदन में हंगामा शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात ने विधानसभा की गरिमा घटाई है। नितिन पटेल अध्यक्ष से विधानसभा की रिकॉर्डिग और सीसीटीवी मीडिया के सामने लाए। इससे देश की जनता कांग्रेस विधायकों के दुष्कृत्य को देख सके।

कांग्रेस के 28 विधायक हुए थे निलंबित

इससे पहले गुजरात विधानसभा से मंगलवार को कांग्रेस के 28 विधायकों को 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया। ये विधायक पार्टी के वरिष्ठ सदस्य विरजी थूमर के निलंबन के विरोध में हंगामा कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने निलंबित विधायकों को सदन से बाहर निकलवा दिया। बाद में कांग्रेस के मुख्य सचेतक अमित चवदा ने अपनी पार्टी के सहयोगियों की ओर से माफी मांगी। उनके माफी मांगने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों का निलंबन वापस ले लिया। जिस समय राज्य के कृषि मंत्री आरसी फाल्दू अपने विभाग के लिए बजटीय मांग रख रहे थे उस समय सदन में हंगामा हो गया।

कृषि मंत्री के भाषण के दौरान हुआ हंगामा

दरअसल, कृषि मंत्री आरसी फालदू के अपने विभाग के लिए बजटीय मांग पर बोलने के दौरान सदन में शोरगुल होने लगा। उनके भाषण से पहले ठुमर ने सदन में दावा किया कि गुजरात में भाजपा सरकार ने 22 साल के शासन में एक बांध तक नहीं बनाया है। इस दावे का जवाब देते हुए फालदू ने पिछले दो दशक में राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न सिंचाई योजनाएं गिनाई