इस्लामाबाद: इज़राईल के द्वारा एक हफ्ते पहले अमेरिका के दूतावास के विरोध कर रहे फिलिस्तीनियों का जिस प्रकार से नरसंहार किया है उसको लेकर मुस्लिम जगत काफी रोष फैला हुआ है,तुर्की की राजधानी इस्तंबूल में ओआईसी की बैठक में इस मुद्दे पर काफी गहराई के साथ चर्चा भी हुई है,अब इस मुद्दे पर पाकिस्तान से एक ताज़ा ब्यान आया है जो इज़राईल के लिये धमकी भरा है।
पाकितान आर्मी में संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जनरल जुबैर महमूद हयात ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘अगर इजरायल हमारी भूमि पर आक्रमण करने की कोशिश करता है, तो हम 12 मिनट से भी कम समय में उसके शासन को उखाड़ फेंक देंगे।’
जनरल महमूद हयात ने कहा कि वह एक सेमेटिक विरोधी नहीं हैं। फिलीस्तीन के समर्थन में बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि यहूदी हमारे (पाकिस्तान के) दुश्मन हैं। ज़ियोनिज्म और यहूदीवाद दो बहुत ही अलग अवधारणाएं हैं।
Senior army commander of Joint Chiefs of Staff Committee said Pakistan is capable of destroying #Israel in under 12 minutes
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— ANI Digital (@ani_digital) May 21, 2018
उन्होंने कहा, ‘जब मानव अधिकारों की बात आती है तो पाकिस्तान के पास एक दिक्कत है लेकिन यह इज़राइल के साथ गठबंधन बनाकर संशोधित करने के करीब नहीं होगा। पाकिस्तान की छवि को बाहरी रूप से सुधारने के लिए शायद, हमें पहले खुद में एक बदलाव करने पर ध्यान देना चाहिए और फिर चिंता करें कि दूसरों के पास हमारी छवि क्या है।
ऐतिहासिक रूप से, उन्होंने सुझाव दिया कि इजरायल के पास हमेशा पाकिस्तान के साथ विश्वास था और इस विचार को साबित करने के लिए उन्होंने 1967 में दैनिक द क्रॉनिकल में प्रदर्शित एक लेख को संदर्भित किया जिसमें इजरायल के संस्थापक डेविड बेन गुरियन ने उद्धृत किया था, ‘दुनिया ज़ीयोनिस्ट आंदोलन पाकिस्तान के खतरों से उपेक्षित नहीं होना चाहिए’ और पाकिस्तान यहूदियों से नफरत करता है और अरबों से प्यार करता है।
बेन गुरियन को आगे उद्धृत किया कि ‘जहां भारतीय प्रायद्वीप के निवासी हिन्दू हैं जिनके दिल मुसलमानों के प्रति घृणा से भरे हुए हैं इसलिए, भारत पाकिस्तान के खिलाफ काम करने के लिए हमारा सबसे महत्वपूर्ण आधार है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, उन्होंने फिलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष के बारे में कई तर्क सुनाए थे।