नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा येरुशलम यानी बैतूलमुक़द्दस को इज़राईल की राजधानी के रूप में घोषित करने पर पिछले वर्ष दुनियाभर में उग्र विरोध प्रदर्शन हुए थे,जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में वोटिंग हुई थी और विश्वभर के 186 देशों ने अमेरिका के फैसले के खिलाफ वोट किया था।
लेकिन येरुशलम में अमेरिकी दूतावास के असवैधानिक ढँग से खोलने पर गाजा पट्टी में हिंसक संघर्ष हुआ जिसमें इजरायली गोलीबारी में 30 से ज्यादा फिलिस्तीनी शहीद होगए और सैंकड़ों अन्य घायल हो गए। फिलिस्तीन ने झड़प में अपने 37 नागरिकों के शहीद होने की बात कही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार वाइट हाउस के प्रतिनिधि और इजरायली अधिकारी उद्घाटन कार्यक्रम के लिए पहुंचने वाले हैं, इसी बीच गाजा में झड़प होने से कई लोगों के मारे जाने के अलावा 500 से अधिक फिलिस्तीनी घायल भी हो गए।
UPDATE: Number of Palestinians killed by Israeli forces has gone up to 37 according to Palestinian Ministry of Health. Live updates: https://t.co/7cDpYSkQwl pic.twitter.com/82CG3FViXC
— Al Jazeera English (@AJEnglish) May 14, 2018
मंत्रालय के अनुसार मारे गए लोगों में 14 वर्षीय एक बच्चा भी है। विरोध के लिए हजारों लोग सीमा पर पहुंचे थे। इस बीच कुछ लोग पथराव करते हुए बाड़ के नजदीक पहुंच गए और वे उसे पार करने की कोशिश करने लगे। उस पर इजरायली सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाल रखा था। इजरायली सेना ने कहा, ‘करीब 1000 हिंसक उपद्रवी गाजा पट्टी सीमा के समीप जगह-जगह जमा हो गए थे और सुरक्षा बाड़ से करीब आधे किलोमीटर दूर हजारों अन्य जुटे थे।’
इजराली सेना ने कहा कि सैनिक दंगाइयों को तितर-बितर करने के साधनों के साथ जवाब दे रहे थे और मानक संचालन प्रक्रिया का पालन कर रहे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी। अमेरिका के उपविदेश मंत्री जॉन सुल्लिवान दूतावास का उद्घाटन करने के सिलसिले में आए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की अगुआई करने वाले हैं। प्रतिनिधिमंडल में ट्रंप की बेटी इवांका, उनके पति जारेड कुशनर, वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन हैं। रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया था।