नई दिल्ली: टीवी चैनलों पर बैठकर इस्लाम की बदनामी का कारण तथाकथित मुस्लिम विद्धवान बन रहे हैं जो अपनी आधी अधूरी जानकारी के कारण मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं,और इस्लाम धर्म का मज़ाक़ उड़वा रहे हैं।
टीवी पर पिछले दिनों तीन तलाक़ पर चले तूफान बदतमीज़ी के प्रोग्रामों से चैनलों की मोटी आमदनी हुई है,इसी कारण अब एक और नया बहाना तलाश करके फिर से शरीयत का मज़ाक़ उड़ाया जारहा है,जिसका कारण कुछ कथित दाढ़ी टोपी वाले मुसलमान बन रहे हैं।
एक टीवी चैनल के लिये डिबेट पर जो बदतमीज़ी हुई है उससे देशभर में भोंचाल आया हुआ है,क्योंकि टीवी चैनल पर चल रहे लाईव डिबेट के प्रोग्राम में उस समय मामला बिगड़ गया जब वहां पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य ऐजाज़ अरशद क़ासमी और तीन तलाक़ पर बहस करने पहुँची सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता फराह फ़ैज़ में तू तू में में और गाली गलौच होने लगी।
फराह फ़ैज़ और ऐजाज़ अरशद की बहस ने अचानक हाथापाई का रुख ले लिया और जिसकी पहल करते हुए फराह ने क़ासमी को थप्पड़ रसीद कर दिया जिसके जवाब में क़ासमी ने भी महिला अधिवक्ता पर थप्पड़ों की बरसात कर दी।
Mr. Ejaz Arshad doesn't represent @AIMPLB_Official. He joins TV debates as an individual. The board never assigned him for the representation. He alone is responsible for his behavior.
— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) July 17, 2018
इस पूरे काँड के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने जांच कमेटी के गठन का ऐलान किया है,जो ऐजाज़ अरशद के मामले की जाँच करेगी और उनकी सदस्यता पर फैसला सुनाएगी,इसके बारे में जानकारी पर्सनल लॉ बोर्ड के ऑफिशियल ट्वीटर पर ट्वीट के द्वारा दी गई ।
A three-member committee has been formed to investigate the matter of Mr. Ejaz Arshad. It will give its report to HZ. ML. Rabi Hasani Nadwi. Based on which, the board will take its decision regarding Mr. Ejaz.
— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) July 17, 2018
बोर्ड ऐजाज़ अरशद क़ासमी के मामले जांच के लिये तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया है जो इस मामले में जाँच पड़ताल करेंगे,और अपनी जांच को राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी को सौंपेंगे।जिसके बाद इस मामले में कोई आखरी फैसला सामने आएगा।