कठुआ गैंगरेप को लेकर जम्मू संभाग में तनाव बरकरार है। सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों के समर्थन में लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। आरोपियों के पक्ष में जुटे लोगों ने इस दौरान ‘भारत माता’ की जय के नारे भी लगाए। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। लोगों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है।
डॉ. एमए. इब्राहिमी ने ट्वीट किया, ‘कठुआ की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना का बचाव करना शर्मनाक है। प्रधानमंत्री को इन अपराधियों की निंदा करनी चाहिए और सख्त कार्रवाई का निर्देश देना चाहिए।’ एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, ‘भारत माता की जय बोलकर कुछ भी जुर्म कर दो सब देशभक्ति में गिना जाएगा।’
रमीज अहमद ने ट्वीट किया, ‘बंद करो ये ढोंग। एक बच्ची के साथ ये सब कर के अब भारत माता याद आ रही हैं। नरेंद्र मोदीजी हमें आपसे बहुत उम्मीद थी।’ निजामुद्दीन ने लिखा, ‘मोदी सरकार को ऐसे लोगों पर गर्व होगा।’ अमित ने ट्वीट किया, ‘यह बहुत ज्यादा घिनौना है। इस देश में क्या हो रहा है?’
Supporters of ‘gang rape & murder’ accused chanting slogans of ‘Bharat Mata’. Stop shaming your nation. pic.twitter.com/wweVsdsT5y
— Shuja ul haq (@ShujaUH) April 11, 2018
आठ साल की बच्ची से मंदिर में किया था दुष्कर्म: आरोपियों ने आठ साल की बच्ची से एक मंदिर में दुष्कर्म किया था। गैंगरेप के बाद बच्ची की हत्या कर दी गई थी। पीड़िता बकरवाल समुदाय (मुस्लिम) की थी। ऐसे में इस घटना के सामने आने के बाद क्षेत्र में तनाव हो गया था। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जम्मूू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार (9 अप्रैल) को इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था।
#JammuAndKashmir: Lawyers of Jammu Bar Association called a bandh over various issues, demand deportation of Rohingyas from Jammu and handing over of the Kathua rape-and-murder case to the CBI. Visuals from Jammu. pic.twitter.com/ddrNrc4w0M
— ANI (@ANI) April 11, 2018
इस दौरान वकीलों ने प्रदर्शन कर पुलिस को आरोप पत्र दाखिल करने से रोकने की कोशिश की थी। स्थानीय अधिवक्ताओं ने पुलिस ने पक्षपात का आरोप लगाया था। इस पूरी घटना में सात लोग शामिल बताए गए हैं। पुलिस का कहना है कि इस घटना के जरिये रसाना गांव से बच्ची के समुदाय के लोगों को विस्थापित करने की साजिश रची गई थी। राजस्व विभाग के पूर्व अधिकारी सांझी राम को सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है। बता दें कि आठ साल की बच्ची के साथ गैंगरेप करने से पहले उसे नशीली दवा खिला दी गई थी। इसके कारण वह अपना बचाव भी नहीं कर सकी थी।