नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जन्में मोहम्मद अली जिन्ना की फ़ोटो का विवाद रुकने का नाम नही ले रहा ,कई दिनों से विश्वविद्यालय के छात्र गेट पर धरना देकर बैठे हुए हैं,क्योंकि विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर हिन्दू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं ने बवाल मचाया था ,जिसमें छात्र नेताओं सहित अन्य कई लोग घायल होगए थे।
मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर देशभर से लोगों की प्रतिक्रियाएं आरही हैं,मुस्लिम विद्धवानों ने जिन्ना की फ़ोटो का विरोध जताया है,तो नरेंद्र मोदी के करीबी दोस्त ज़फ़र सरेशवाला ने स्वतंत्रता संग्राम में जिन्ना के योगदान को नाक़बिल फरामोश बताया तो दूसरी तरफ स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिन्ना को महापुरुष बताया था।
Ab musalman toh chitron aur murtiyon mein vishwas nahi rakhte. Unko toh iss baare mein chinta hi nahi karni chahiye. Jinnah, Bharat ki akhandata aur ekta ke liye aadarsh toh ho nahi sakta, Pakistan ke liye shayad ho sakta hai: Baba Ramdev on controversy over Jinnah's photo. pic.twitter.com/Jp2hRBkjk4
— ANI (@ANI) May 8, 2018
कई दिनों से चल रहे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के विवाद में योग गुरु बाबा रामदेव भी कूद गए हैं. उन्होंने कहा है कि भारत की एकता और अखंडता के लिए मोहम्मद अली जिन्ना आदर्श नहीं हो सकता. गौरतलब है कि बीते कई दिनों एएमयू में जिन्ना की तस्वीर लगी होने को लेकर विवाद पैदा हो गया था. विश्वविद्यालय के छात्रों का एक गुट जहां फोटो को हटाने पर अमादा है, तो वहीं दूसरा गुट फोटो को हटाए जाने के खिलाफ है।
बाबा रामदेव ने जिन्ना की तस्वीर मसले पर कहा कि मुसलमान तो चित्रों और मूर्तियों में विश्वास नहीं करते. उनको तो इस बारे में चिंतित ही नहीं होनी चाहिए. जिन्ना भारत की अखंडता और एकता के लिए आदर्श हो नहीं सकता. वह पाकिस्तान के लिए संभवतः आदर्श हो सकता है।
इस बीच एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर ने हाल में परिसर में हुई हिंसक घटनाओं की एक न्यायिक जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों पर ‘अत्यधिक बल’ प्रयोग की भी कड़े शब्दों में निंदा की. हड़ताली विद्यार्थियों से अपने भविष्य को खतरे में नहीं डालने की अपील करते हुए मंसूर ने कहा कि उन्होंने न्यायिक जांच की मांग का समर्थन करके एएमयू समुदाय की सभी चिंताओं और भावनाओं को व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में छात्रों को अपनी पढ़ाई में नुकसान नहीं उठाना चाहिए. खास तौर से जब परीक्षा नजदीक हो. उन्होंने सभी छात्रों से शांति बनाए रखने और पूरे मन से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन करने की अपील की. मंसूर ने कहा कि वे छात्रों के दुख को समझते हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती घायल छात्रों से मिलकर उन्हें बहुत दुख हुआ. कुलपति ने अपनी पत्नी के साथ आंदोलन स्थल का दौरा किया।
गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूरे अलीगढ़ शहर में धारा 144 लागू है. जगह-जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. यूनिवर्सिटी के छात्र पर सड़क पर उतर गए हैं. इस कारण उनकी परीक्षाएं भी स्थगित करनी पड़ी है. इस बीच यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने कहा है कि मोहम्मद अली जिन्ना इस यूनिवर्सिटी के संस्थापक सदस्य थे और उनकी तस्वीर 1938 से यहां लगी हुई है. इस मुद्दे को बेवजह तूल दी जा रही है।