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Video: उमर खालिद पर जानलेवा हमला-जिग्नेश मेवाणी ने लगाया इन लोगों पर आरोप-देखिए

नई दिल्ली: स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के बाहर जेएनयू छात्र उमर खालिद पर फायरिंग की गई है। फायरिंग करने वाले व्यक्ति की अभी पहचान नहीं हो सकी है। मौके से पुलिस को एक पिस्टल बरामद हुई है। आशंका है कि इसी पिस्टल से उमर खालिद पर फायरिंग की गई थी।

उमर खालिद पर अचानक हुई फायरिंग

से कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर अफरातफरी मच गई है। फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने मौके से पिस्टल जब्त कर ली है। साथ ही फायरिंग करने वाले शख्स की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उमर खालिद पूरी तरह सुरक्षित हैं।

उमर खालिद के साथ मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उमर खालिद हमारे साथ थे। हम लोग एक चाय की दुकान पर खड़े थे। तभी सफेद शर्ट पहने एक व्यक्ति वहां पहुंचा। उसने उमर खालिद को धक्का दिया और उस पर गोली चला दी। धक्का दिए जाने से खालिद का संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर पड़े। इस वजह से वह बच गए और गोली उन्हें नहीं लगी। हमने हमलावर को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उसने हवाई फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान उसके हाथ से पिस्टल फिसलकर गिर गई और वह भाग निकला।

दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में सोमवार दोपहर ढाई बजे से ‘ख़ौफ से आजादी’ विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम शुरू होने से लगभग 15 मिनट पहले ही क्लब के बाहर चाय की दुकान पर कुछ साथियों के साथ खड़े उमर खालिद पर फायरिंग की गई है।

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित कार्यक्रम तो वजह नहीं

दरअसल कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस, हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल रूम में 17 जनवरी 2016 को फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले छात्र रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला, मेवात में उन्मादी हिंसा में मारे गए जुनैद की मां फातिमा, झारखंड में उन्मादी हिंसा में मारे गए अलीमुद्दीन की पत्नी मरयम।

हापुड़ में उन्मादी हिंसा का शिकार हुए समयदीन, दिल्ली में मुस्लिम गर्लफ्रैंड के परिवार द्वारा बेरहमी से हत्या किए 23 वर्षीय अंकित सक्सेना के पिता यशपाल सक्सेना, बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के निलंबित डॉक्टर काफिल खान समेत सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण, सांसद मनोज झा, डीयू प्रोफेसर अपूर्वानंद, पूर्वी आईजी एसआर दारापुरी समेत कई वरिष्ठ पत्रकारों को शामिल होना था। इस कार्यक्रम में देश में होने वाली उन्मादी और धार्मिक हिंसाओं जैसेे मुद्दों पर चर्चा होनी थी। पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।