बेंगलूरू:भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर्नाटक में गिर गई जिससे बीजेपी का घमंड टूट गया है,और संविधान और लोकतंत्र की जीत हुई है,कॉंग्रेस ने जनतादल सेक्युलर को समर्थन दिया था,और कुमारा स्वामी मुख्यमंत्री बनने जारहे हैं,लेकिन कुमारा स्वामी को इस स्थान और सम्मान पर पहुंचाना वाले असदउद्दीन ओवैसी हैं जिन्होंने कर्नाटक में अपनी पार्टी से उम्मीदवार न उतारकर जेडीएस के लिये कई रैलियाँ करी थी।
ओवैसी की क़ाबिलयत और उनकी राजनीतिक सोच समझ के भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष एच डी देवगौड़ा भी दिवाने हैं,जिन्होंने असदउद्दीन औवेसी की जमकर तारीफें की हैं। उन्होंने कहा कि असदुद्दीन औवेसी हिन्दु विरोधी नही हैं, वे अल्पसंख्यको के उत्पीड़न के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाते हैं। कुछ लोग उन्हें (औवेसी को) हिन्दु विरोधी कहते हैं, यह गलत है वे हिन्दु विरोधी हैं।
Karnataka Election: Asaduddin Owaisi's AIMIM To Support JD(S): https://t.co/4qJ9yPp4LS via @YouTube
— tv9kannadanews (@Tv9kannadanews) April 16, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों पर जहां भी अन्याय होता है तो औवेसी सबसे पहले उसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, वे हिन्दुविरोधी नहीं हैं, और न कभी हो सकते। पूर्व प्रधानमंत्री ने ये बातें बेंगलूरू में कहीं वे चुनाव प्रचार के लिये निकले थे। बता दें कि कर्नाटक में 12 मई को मतदान होना।
जानकारी के लिये बता दें कि औवेसी की पार्टी ने पहले कर्नाटक में चुनाव लड़ने का एलान किया था लेकिन बाद में अपना फैसला बदलते हुए पार्टी ने पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस को समर्थन देने का एलान किया और चुनाव न लड़ने का फैसला किया। बता दें कि जनता दल सेकुलर लंबे समय से कर्नाट की सत्ता से दूर रही है। इस बार चुनाव में जेडीएस ने बसपा से गठबंधन किया है और औवेसी की पार्टी ने जेडीएस के समर्थन में चुनाव न लड़ने का फैसला किया है।
कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटों के लिये 12 मई को मतदान होना है, जेडीएस ने 104 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि 20 सीटें अपनी सहयोगी दल बहुजन समाज पार्टी के लिये छोड़ दी हैं। कर्नाटक में फिलहाल कांग्रेस की सरकार है, जिसने 2013 में भाजपा को हराकर राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी